पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की हिन्दू विरोधी मानसिकता के कारण जिहादियों के हौसले बलुंद है। उनके सामने पुलिस भी बेबस नजर आ रही है। मोमिनपुर इलाके में मिलाद-उन-नबी और शरद पूर्णिमा के मौके पर बीती रात सांप्रदायिक तनाव फैल गया। इसके बाद जमकर हिंसा व तोड़फोड़ हुई। कई वाहनों व दुकानों को तोड़ा गया। इस दौरान घरों और वाहनों पर पेट्रोल बम भी फेंके गए। इससे पूरे इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। वहीं बढ़ते सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने केंद्रीय गृहमंत्री को पत्र लिखकर केंद्रीय बल तैनात करने की मांग की है।बताया जा रहा है कि मोमिनपुर में मिलाद-उन-नबी के मौके पर झंडा लगाने को लेकर विवाद शुरू हुआ। इस्लामिक कट्टरपंथियों ने हिंदुओं के घर व दुकानों पर इस्लामी झंडे लगा दिए थे, जिन्हें कथिततौर पर हिंदुओं ने हटा दिया। इसके बाद रविवार को बात काफी आगे बढ़ गई। कई गाड़ियों में तोड़फोड़, पथराव और बम फेंकने की घटनाएं सामने आईं। हजारों मुस्लिमों की भीड़ ने हिन्दुओं के घरों और दुकानों पर हमला किया। पेट्रोल बम फेंके गए, गाड़ियों में आग लगाई गई। देर रात एकबालपुर पुलिस थाने का घेराव कर लिया गया, जहां भारी संख्या में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। मौके पर आरएएफ तैनात है।हजारों की संख्या में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने हिन्दुओं के घरों और दुकानों को घेर लिया। ऊंचे मकानों से हिन्दुओं के घरों पर पत्थर बरसा रहे थे। बार-बार पुलिस को बुलाए जाने के बाद भी सुनवाई नहीं हुई। हिंसा पर उतारू भीड़ ने एकबालपुर थाने में भी उपद्रव मचा रखा था। उपद्रवी वहां इस्लामी झंडों के साथ घुस गए थे और पुलिस मुकदर्शक बनी हुई थी। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें घटना के बारे में बताया जा रहा है, कैसे उपद्रवी हिंसा को अंजाम दे रहे हैं।
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