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लंपी स्किन डिजीज के रोकथाम एवं बचाव हेतु प्रदेश सरकार पूरी संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही

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उ0प्र0 लम्पी स्किन डिजीज का 01 करोड़ टीकाकरण करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। देश में दूसरा स्थान गुजरात राज्य का है। उत्तर प्रदेश में 01 करोड़ टीकाकरण मात्र 40 दिन में पूर्ण किया गया है। मा0 मुख्यमत्रंी जी श्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार प्रदेश में 2000 टीमंे गठित कर व्यापक रूप से रिंग वैक्सीनेशन एवं बेल्ट वैक्सीनेशन किया गया। मा0 मंत्री पशुधन श्री धर्मपाल सिंह द्वारा अनेक जनपदों का व्यापक रूप से भ्रमण एवं निरीक्षण किया गया। अपर मुख्य सचिव, पशुधन, डा0 रजनीश दुबे द्वारा बताया गया कि उ0प्र0 में सर्वप्रथम अगस्त के द्वितीय सप्ताह में लम्पी स्किन डिजीज के लक्षण वाले गोवंश पाये गये पशुपालन विभाग द्वारा तत्काल सतर्कता बरतते हुए सघन अनुश्रवण शुरू किया गया। शासन द्वारा टीम-9 का गठन किया गया। टीम-9 के 07 वरिष्ठ नोडल अधिकारियांे द्वारा प्रदेश के बरेली, मुरादाबाद, मेरठ, सहारनपुर, आगरा एवं अलीगढ़ मण्डलो का सघन भ्रमण/अनुश्रवण किया गया।
रोग की आकस्मिकता को दृष्टिगत रखते हुए 17.50 लाख डोज वैक्सीन की आपात व्यवस्था कर 28 अगस्त से टीकाकरण प्रारम्भ कर दिया गया। वर्तमान समय तक 01 करोड़ 32 लाख गोटपाक्स वैक्सीन प्रदेश में मंगा ली गई है। सर्वप्रथम प्रदेश के पश्चिमाचंल के 25 प्रभावित जनपदों के लम्पी प्रभावित क्षेत्रों में रिंग वैक्सीनेशन का कार्य प्रारम्भ किया गया। तत्पश्चात रोग का प्रसार पश्चिमाचंल के जनपदों से प्रदेश के मध्य एवं पूर्वी क्षेत्र में न हो इसलिए जनपद पीलीभीत से इटावा तक 10 किमी0 चौड़ी एवं 320 किमी0 लम्बी पट्टी के अंतर्गत समस्त गोवंश का शत-प्रतिशत बेल्ट वैक्सीनेशन कराया गया। पुनः जनपद इटावां से औरैया तक 155 किमी0 लम्बी पट्टी के अंतर्गत समस्त गोवंश का शत-प्रतिशत बल्ेट वैक्सीनेशन कराया गया। उपरोक्त के अतिरिक्त समस्त नगर-पालिकाओं एवं नगर-निगमों के चारों तरफ 10 किलोमीटर की परिधि में रिंग वैक्सीनशन कराते हुए सम्पूर्ण प्रदेश में गोवंश का गोटपाक्स वैक्सीनेशन तेजी के साथ कराया जा रहा  है।
प्रदेश में स्थापित समस्त गो-आश्रय स्थलो एवं गौशालाओं में सरंक्षित गोवंश का टीकाकरण करते हुए अन्तर्जनपदीय एवं अन्तर्राज्यीय सीमाओं पर समस्त गोवंश के टीकाकरण को प्राथमिकता दी गयी। पश्चिमांचल के 31 जिलांे में 98 डेडीकैटेड गो-आश्रय स्थल खोले गये, जिनमें संक्रमित गोवंश को अलग से संरक्षित किया गया। प्रदेश में अब तक लम्पी से कुल 76713 गोवंश प्रभावित हुए, जिनमें 73 प्रतिशत गोवंश (56054) स्वस्थ हो गये। शेष का उपचार चल रहा है जिनके स्वास्थ्य में निरंतर सुधार है। लम्पी स्किन डिजीज के संक्रमण को रोकने हेतु तथा प्रभावित गोवंश के समुचित उपचार हेतु प्रदेश सरकार पूरी संवदेनशीलता के साथ कटिबद्ध है।