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UP News: मुलायम सिंह यादव ने सीएम बनते ही फूलन देवी को दिया था बड़ा तोहफा, यूपी में खूब हुई थी चर्चा

मिर्जापुर: अखाड़ा में दावपेंच के साथ राजनीति में भी दावपेंच से एक बार रक्षामंत्री और तीन बार मुख्यमंत्री बनने वाले मुलायम सिंह यादव पंच तत्व में विलीन हो गए। धरती पुत्र के नाम से मशहूर सपा नेता मुलायम सिंह यादव का मिर्जापुर से बहुत लगाव रहा। शायद यही वजह रही कि डकैत फूलन देवी के ऊपर दर्ज मामलों को हटाकर जेल से रिहा कराया और लोकसभा पहुंचाया। साईकिल से राजनीति में आने के बाद साईकिल को चुनाव चिन्ह बनाने वाले मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी का गठन करने से पहले मिर्जापुर में कई बार आए थे। वरिष्ठ पत्रकार सलिल पांडेय बताते है कि सन 1980 के बाद लोकदल में रहते हुए मुलायम सिंह यादव कई बार मिर्जापुर आए थे। बीच शहर में अस्पताल के पास स्थित राजीव कुमार शैलेश के यहां रुकते थे और रणनीति तैयार करते थे। मुलायम सिंह यादव एम्बेसडर कार से आते है, जहां उस समय उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होती थी। राजीव कुमार अक्सर मुलायम सिंह यादव को आर्थिक सहयोग भी करते थे।

समाजवादी पार्टी से जुड़े पूर्व जिलाध्यक्ष शिव शंकर यादव ने बताया कि सन 1982 में एक आंदोलन में पुलिस ने उन्हें बुरी तरह मारा था, जिसमें वो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस सूचना के बाद मुलायम सिंह यादव तीन दिन तक मिर्जापुर में रुके थे, जहां पुलिस के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन चलाया था। मुलायम सिंह यादव 1985 में नगर के इमामबाड़ा में बुद्धिजीवियों के साथ बैठक की थी, जहां उनकी समस्याओं को सुना था। सन 2004 में मुलायम सिंह यादव धारा गांव में आए थे, जहां तात्कालीन जिलाध्यक्ष के पुत्री के विवाह में भाग लिया था। सन 2006 में विंध्याचल के मोतियाझील में अमर सिंह फैन्स एसोसिएशन के कार्याक्रम में मुलायम सिंह यादव, अभिताभ बच्चन, जया बच्चन, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय के साथ आये थे। आखिरी बार सन 2014 में मुलायम सिंह यादव के लोकसभा चुनाव में सपा उम्मीदवार के प्रचार के लिए आए थे, जहां आंधी और पानी कर बीच में भी सभा को संबोधित किया था।

डकैत फूलन देवी को को जेल से पहुंचाया लोकसभाराजनीति के मझें खिलाड़ी मुलायम सिंह यादव ने डकैत फूलन देवी के ऊपर दर्ज सभी मामलों को 1993 में मुख्यमंत्री बनने के बाद वापस ले लिया। जहां उन्हें जेल से रिहाई मिल गई। रिहाई मिलने के बाद फूलन को मुलायम सिंह यादव ने 1996 के लोकसभा चुनाव में मिर्जापुर से टिकट दे दिया। जहां पहली बार डकैत फूलन देवी सांसद फूलन देवी बनकर लोकसभा पहुंची। वरिष्ठ पत्रकार सलिल पांडेय बताते है कि फूलन देवी की उस समय लोकप्रियता किसी अभिनेत्री से कम नहीं थी। फूलन जिस गांव में प्रचार के लिए जाती थी, लोग पीछे पीछे भागते थे। फूलन देवी को दोबारा 1999 में टिकट मिला, जहां वो दोबारा सांसद बनकर लोकसभा पहुंचीं। फूलन देवी की लोकप्रियता और मल्लाह वोट बैंक को देखते हुए बड़ा दांव लगाया था। फूलन देवी की अंत्योष्टि में शामिल होने के मुलायम सिंह यादव चौबेघाट पर आए थे। रामजन्मभूमि आंदोलन के बाद जिले में आए थे मुलायम सिंह यादवअयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन के बाद कारसेवकों पर गोली चलवाने के बाद मुलायम सिंह यादव बैकफुट पर थे। जहां अगले विधानसभा चुनाव में मुलायम सिंह यादव बुरी तरह चुनाव हार गए। वरिष्ठ पत्रकार सलिल पांडेय बताते है कि राम जन्मभूमि आंदोलन के बाद मुलायम सिंह यादव मिर्जापुर में आशाराम याद्वेष के घर आये थे, जहां पर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राम लला हम आएंगे, मंदिर वही बनाएंगे के सवाल पर मुस्कुराते हुए कहा था कि यह राजनीति है। आखिर हम अपनी दुकान बंद करा दे। सपा की दुकान अब कभी नहीं बंद होगी।
रिपोर्ट – मुकेश पांडेय