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चित्रकूट से सोरोंजी आए छह लोग, चुरा ले गए तुलसी दास के जन्म से जुड़ा साहित्य

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चित्रकूट के राजापुर से शनिवार को तीर्थनगरी सोरोंजी आए छह लोगों पर तुलसीदास के जन्म से जुड़े स्थलों की रेकी, तुलसी प्रतिमा खंडित करने की कोशिश व तुलसी जन्म से जुड़े साहित्य को चोरी करने का आरोप लगा है। तुलसी आरती मंडल ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और तुलसी स्मारक की सुरक्षा करने की मांग की है।

तुलसी आरती मंडल के संयोजक महंत मोनू दुबे ने बताया कि शनिवार को चित्रकूट के राजापुर निवासी चार पुरुष और दो महिलाएं कार से पहुंचे। उन्होंने खुद को नंदगांव का निवासी बताया। शाम छह बजे तुलसी दास की नित्य होने वाली आरती में शामिल हुए। उनके आग्रह पर रात में रुकने के लिए तुलसी स्मारक के समीप कमरा दे दिया गया। इसमें तुलसी पूजन आरती से संबंधित सामान व तुलसी जन्म स्थान से जुड़ा साहित्य रखा था।

प्रतिमा खंडित करने की कोशिश

उक्त लोगों ने रात में तुलसी प्रतिमा को खंडित करने की कोशिश की। तुलसी जन्म से जुड़े स्थलों की रेकी कर फोटोग्राफी की और तुलसी जन्म से जुड़ा साहित्य चुरा लिया। इनमें से दो लोग साधु वेष में थे। तुलसी साहित्य चोरी होने और फेसबुक, व्हाट्सएप पर राजापुर के लोगों की टिप्पणियां देखीं तब घटना का पता चला।

अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ के अध्यक्ष भूपेश शर्मा ने कहा कि असली तुलसी जन्म भूमि सूकरक्षेत्र सोरोंजी व छद्म जन्मभूमि राजापुर के लोगों के बीच विवाद छिड़ा हुआ है। ऐसे में राजापुर के लोग श्रद्धालु या अन्य किसी वेष में यहां आकर तुलसी जन्म से जुड़े स्थलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि तुलसी दास से जुड़े स्थलों की सुरक्षा किया जाना बेहद आवश्यक है। कोतवाली में ज्ञापन देने से पूर्व धर्म प्रेमियों ने तुलसी स्मारक पर जमा होकर राजापुर वासियों की करतूत पर कड़ा विरोध जताते हुए निंदा की। इस अवसर पर शरद पांडेय, शिव वैन्देल, पुनीत चौधरी, प्रह्लाद तिवारी, पवन कुमार, विष्णु कुमार शर्मा आदि मौजूद रहे।

चित्रकूट के राजापुर से शनिवार को तीर्थनगरी सोरोंजी आए छह लोगों पर तुलसीदास के जन्म से जुड़े स्थलों की रेकी, तुलसी प्रतिमा खंडित करने की कोशिश व तुलसी जन्म से जुड़े साहित्य को चोरी करने का आरोप लगा है। तुलसी आरती मंडल ने इस संबंध में कोतवाली में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और तुलसी स्मारक की सुरक्षा करने की मांग की है।

तुलसी आरती मंडल के संयोजक महंत मोनू दुबे ने बताया कि शनिवार को चित्रकूट के राजापुर निवासी चार पुरुष और दो महिलाएं कार से पहुंचे। उन्होंने खुद को नंदगांव का निवासी बताया। शाम छह बजे तुलसी दास की नित्य होने वाली आरती में शामिल हुए। उनके आग्रह पर रात में रुकने के लिए तुलसी स्मारक के समीप कमरा दे दिया गया। इसमें तुलसी पूजन आरती से संबंधित सामान व तुलसी जन्म स्थान से जुड़ा साहित्य रखा था।

प्रतिमा खंडित करने की कोशिश

उक्त लोगों ने रात में तुलसी प्रतिमा को खंडित करने की कोशिश की। तुलसी जन्म से जुड़े स्थलों की रेकी कर फोटोग्राफी की और तुलसी जन्म से जुड़ा साहित्य चुरा लिया। इनमें से दो लोग साधु वेष में थे। तुलसी साहित्य चोरी होने और फेसबुक, व्हाट्सएप पर राजापुर के लोगों की टिप्पणियां देखीं तब घटना का पता चला।