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PCS 2021 Result : प्रयागराज के विवेक सिंह को मेरिट में आठवां स्थान, सगी बहन संध्या भी बनीं अफसर

तेंदुआ कला गांव में जश्न का माहौल है। पीसीएस-2021 का परिणाम जारी होते ही यह गांव चर्चा का केंद्र बन गया है। इस गांव में रहने वाले सगे भाई-बहन अब डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं। गांव के विवेक कुमार सिंह ने आठवीं रैंक हासिल की है तो उनकी सगी छोटी बहन संध्या सिंह 12वीं रैंक के साथ डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुईं हैं।

जब परिणाम आया तो भाई-बहन नैनी में थे। दोनों के चयन की खबर सुनकर उनके घर में गांव वालों की भीड़ लग गई। कुछ देर बाद दोनों गांव पहुंचे तो फूलों की बारिश के साथ उनका स्वागत हुआ। विवेक और संध्या के पिता कृष्ण कुमार सिंह तेंदुआ गांव में नवराजी देवी सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के संचालक और उनकी पत्नी प्रतिमा सिंह स्कूल की प्रिंसिपल हैं। कृष्ण कुमार सिंह का सपना था कि बच्चे बड़े होकर अफसर बनें और यह पूरा भी हो गया।

विवेक पीसीएस-2020 के इंटरव्यू में भी शामिल हुए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। उन्होंने पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा भी दी है। विवेक ने ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर, प्रयागराज से इंटर करने के बाद आकेजीआईटी कॉलेज, गाजियाबाद से बीटेक किया। विवेक और उनकी बहन संध्या अंग्रेजी माध्यम से परीक्षा में शामिल हुए। विवेक ने भूगोल और संध्या ने राजनीति विज्ञान विषय के साथ परीक्षा दी।

संध्या ने माधव ज्ञान केंद्र, नैनी से इंटर करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की और पहले ही प्रयास में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हो गईं। संध्या को गाना सुनना तो उनके भाई विवेक को क्रिकेट खेलना पसंद है।

इविवि के होनहारों ने लहराया परचम
पीसीएस-2021 में इलाहबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के होनहारों ने भी परचम लहराया। इविवि के पूर्व छात्र उमेश का चयन सब रजिस्ट्रार तो सुशील मिश्रा का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुआ। वहीं, इविवि के छात्र रहे रविश अग्रहरि भी डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुए हैं। इविवि की छात्रा रहीं डॉ. अमिता सिंह और छात्र रहे सोनू भी पीसीएस-2021 में चयनित हुए हैं। इनके अलावा इविवि के हॉस्टलों में रह रहे छात्रों और पूर्व छात्रों का बड़ी संख्या में पीसीएस में चयन हुआ है।

दो मित्रों ने प्रवक्ता से प्रधानाचार्य तक पूरा किया सफर
करीबी मित्रों राजू यादव और मोहम्मद रफीक का चयन पीसीएस-2021 में प्रधानाचार्य के पद पर हुआ है। प्रयागराज से जुड़े दोनों मित्र एडेड इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं और साथ मिलकर पीसीएस की तैयारी की।

पीसीएस-2021 में इविवि के साथ ही प्रयागराज की डेलीगेसियों में रहकर तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों का भी बड़ी संख्या में चयन हुआ है। आगरा के पूर्ति निरीक्षक रमाकांत सिंह का चयन प्रधानाचार्य के पद पर हुआ है। प्रयागराज से उनका जुड़ाव रहा है। वौचारिक शिक्षक संघ ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।

तिलक नगर अल्लापुर के रहने वाले चेतन त्रिपाठी का चयन प्रधानाचार्य के पद पर हुआ है। वहीं, लखनऊ सचिवालय में सेक्शन अफसर विजय सिंह का चयन प्रधानाचार्य के पद पर हुआ है। उन्होंने भी प्रयागराज में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों की शुरुआत की थी। 45 वर्षीय विजय का मानना है कि सफलता के लिए उम्र कोई मानक नहीं होती। निरंतर डटे रहें तो सफलता जरूरी मिलेगी। इनके अलावा प्रयागराज की ही रश्मि यादव आबकारी निरीक्षक के पद पर चयनित हुईं हैं। आनापुर के रहने वाले कुलश्रेष्ठ तिवारी का डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है।

तेंदुआ कला गांव में जश्न का माहौल है। पीसीएस-2021 का परिणाम जारी होते ही यह गांव चर्चा का केंद्र बन गया है। इस गांव में रहने वाले सगे भाई-बहन अब डिप्टी कलेक्टर बन गए हैं। गांव के विवेक कुमार सिंह ने आठवीं रैंक हासिल की है तो उनकी सगी छोटी बहन संध्या सिंह 12वीं रैंक के साथ डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हुईं हैं।

जब परिणाम आया तो भाई-बहन नैनी में थे। दोनों के चयन की खबर सुनकर उनके घर में गांव वालों की भीड़ लग गई। कुछ देर बाद दोनों गांव पहुंचे तो फूलों की बारिश के साथ उनका स्वागत हुआ। विवेक और संध्या के पिता कृष्ण कुमार सिंह तेंदुआ गांव में नवराजी देवी सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के संचालक और उनकी पत्नी प्रतिमा सिंह स्कूल की प्रिंसिपल हैं। कृष्ण कुमार सिंह का सपना था कि बच्चे बड़े होकर अफसर बनें और यह पूरा भी हो गया।

विवेक पीसीएस-2020 के इंटरव्यू में भी शामिल हुए थे, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। उन्होंने पीसीएस-2022 की मुख्य परीक्षा भी दी है। विवेक ने ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर, प्रयागराज से इंटर करने के बाद आकेजीआईटी कॉलेज, गाजियाबाद से बीटेक किया। विवेक और उनकी बहन संध्या अंग्रेजी माध्यम से परीक्षा में शामिल हुए। विवेक ने भूगोल और संध्या ने राजनीति विज्ञान विषय के साथ परीक्षा दी।

संध्या ने माधव ज्ञान केंद्र, नैनी से इंटर करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की और पहले ही प्रयास में डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित हो गईं। संध्या को गाना सुनना तो उनके भाई विवेक को क्रिकेट खेलना पसंद है।