Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

North East Railway: 46 सेकंड तक ड्राइवर ने हरकत नहीं की तो रुक जाएगी ट्रेन, जानिए कैसे लगेगा हादसों पर लगाम

लखनऊ: 46 सेकंड तक अगर ट्रेन के पायलट (ड्राइवर) ने किसी प्रकार की हरकत नहीं की तो अपने आप ब्रेक लगेगा और ट्रेन रुक जाएगी। हादसों की वजह जानने के लिए हवाई जहाज की तर्ज पर रेल इंजनों में भी विजिलेंस कंट्रोल डिवाइस लगाई जा रही है, जो चालक और क्रू मेंबर्स की एक-एक पल की गतिविधि पर नजर रखेगी। यह डिवाइस हवाई जहाज में लगे ब्लैक बॉक्स की तरह ही है। शुरुआत में पूर्वोत्तर रेलवे के 50 इंजनों में इसको लगाने की योजना है।

पिछले कुछ वर्षों में हुए हादसों की वजह तलाशने में रेलवे अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। इसके बाद हवाई जहाज की तर्ज पर ब्लैक बॉक्स की तरह लोको कैब ऑडियो विडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम (एलसीएवीआर) विकसित किया गया। इसके लिए वित्तीय वर्ष 2018-19 में बजट में 100 करोड़ रुपये भी आवंटित किए गए थे। रेलवे दूसरे जोनों के 26 डीजल-इलेक्ट्रिक इंजनों में इन्हें लगाया जा चुका है। अब यह प्रक्रिया मध्य भारत यानी पूर्वोत्तर जोन में शुरू की जाएगी। रेलवे ने कुल 3,500 एलसीएवीआर लगाने का लक्ष्य रखा है।

कैसे काम करेगा एलसीएवीआर
डिवाइस ऑडियो और विजुअल इनपुट के आधार पर काम करेगी।
इंजन में लगी यह डिवाइस पायलट और क्रू मेंबर की हर गतिविधि पर नजर रखेगी।
डिवाइस सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ी होगी।
हर 30 सेकंड पर पायलट या क्रू मेंबर को ‘विजिलेंस की’ दबानी होगी।
की न दबाने पर आठ सेकंड तक लाइट चमकेगी और उसके बाद के आठ सेकंड तक ऑडियो अलर्ट भी आएगा।
इसके बाद भी की न दबाने पर ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएगा।

ट्रेन की यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए रेल मंत्री ने इन डिवाइस को लगाने के लिए बजट जारी किया था। पूर्वोत्तर रेलवे की 50 ट्रेनों के इंजन में एलसीएवीआर लगाने की अनुमति मिल चुकी है। जल्द ही ये डिवाइस हमें उपलब्ध हो जाएंगी।

– पंकज कुमार सिंह, सीपीआरओ, पूर्वोत्तर रेलवे

बोगियों के बाहर भी होगी निगरानी
ऑडियो और विडियो रेकॉर्डिंग सिस्टम से लैस इस डिवाइस को बोगियों के बाहर भी लगाया जाएगा। इन कैमरों की रेकॉर्डिंग क्षमता दो टीबी होगी और इसका डेटा तीन माह तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। ये डिवाइस ट्रेन की स्पीड, सिग्नल पर निर्धारित गति मानकों का पालन हुआ या नहीं?तेज गति के कारण तो हादसा नहीं हुआ? ऐसे सारे रेकॉर्ड एलसीएवीआर में दर्ज होंगे।