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इरफान खान के असमय निधन से बॉलीवुड गमगीन; अनुपम रो पड़े, अमिताभ ने लिखा- एक अविश्वसनीय प्रतिभा, बहुत जल्दी छोड़ गए

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बेजोड़ अभिनय के लिए पहचाने जाने वाले एक्टर इरफान खान अब हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार सुबह मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उनका निधन हो गया। उन्हें करीब एक सप्ताह पहले कोलोन इन्फेक्शन के चलते वहां एडमिट कराया गया था और वे आईसीयू में भर्ती थे। उनके निधन से पूरे फिल्म जगत में शोक की लहर दौड़ गई। अमिताभ बच्चन समेत कई कलाकारों ने उनके यूं असमय चले जाने को बॉलीवुड के लिए बड़ा नुकसान बताया है।

अलग की तरह की एक्टिंग और डायलॉग डिलिवरी के लिए पहचाने जाने वाले इरफान खान नहीं रहे। बुधवार को मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में उनका निधन हो गया। 54 साल के इरफान अपने घर में बाथरूम में गिर गए थे। इसके बाद एक हफ्ते से अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे। उन्हें ब्रेन ट्यूमर था और उनकी कोलन इंफेक्शन की समस्या बढ़ गई थी। बीते शनिवार को ही उनकी मां सईदा बेगम का इंतकाल हो गया था। वे 95 साल की थीं और जयपुर में रहती थीं। लॉकडाउन और खुद की तबीयत खराब होने के कारण इरफान मां के जनाजे में शामिल नहीं हो पाए थे। उन्होंने वीडियो कॉल के जरिए मां को आखिरी विदाई दी थी।

अमिताभ बच्चन ने शोक व्यक्त करते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘अभी-अभी इरफान खान के निधन की खबर मिली… ये सबसे परेशान करने वाली और दुखद खबर है… एक अविश्वसनीय प्रतिभा… एक महान सहयोगी… सिनेमा की दुनिया के जबरदस्त योगदानकर्ता… एक बहुत बड़ी जगह खाली बनाकर.. हमें बहुत जल्दी छोड़ गए… प्रार्थनाएं और दुआएं।’

शूजित सरकार ने लिखा- आप लगातार लड़े

फिल्ममेकर शूजित सरकार ने इरफान को श्रद्धांजलि देते हुए ट्विटर पर लिखा है, ‘मेरे प्रिय मित्र इरफान। आप लड़े और लड़े और लड़ते रहे। मुझे आप पर हमेशा गर्व रहेगा.. हम फिर से मिलेंगे.. सुतापा और बाबिल के प्रति संवेदना.. आपने भी लड़ाई लड़ी, सुतापा आपने इस लड़ाई में हर संभव मदद की। शांति और ओम शांति। इरफान खान को सलाम।’

इरफान ने ट्यूमर का लंदन में इलाज कराया था
इरफान को न्यूरोइंडोक्राइन ट्यूमर हुआ था। मार्च 2018 में इरफान को अपनी बीमारी का पता चला था। उन्होंने खुद फैंस के साथ यह खबर साझा की थी। इसका उन्होंने लंदन में इलाज कराया था। वे अप्रैल 2019 में ही भारत लौटे थे। लौटने के बाद इरफान ने ‘अंग्रेजी मीडियम’ फिल्म की शूटिंग शुरू की थी। यह फिल्म हाल ही में रिलीज हुई।

राजस्थान के रहने वाले इरफान एनएसडी के स्टूडेंट थे
इरफान के परिवार में पत्नी सुतापा देवेंद्र सिकदर और दो बेटे बाबिल और अयान हैं। इरफान खान टोंक के नवाबी खानदान से ताल्लुक रखते हैं। उनका बचपन भी टोंक में ही गुजरा। उनके माता-पिता टोंक के ही रहने वाले थे। 7 जनवरी 1967 को जन्मे इरफान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था। वे एक्टिंग में बाय चांस आ गए। वे क्रिकेटर बनना चाहते थे। लेकिन उनके पिता चाहते थे कि वे फैमिली बिजनेस संभालें। हालांकि, इरफान को नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में जाने का मौका मिल गया और यहीं से उनका एक्टिंग करियर शुरू हुआ।

मकबूल, लंच बॉक्स, पीकू, पान सिंह तोमर ने उन्हें अलग पहचान दिलाई
इरफान ने ‘मकबूल’, ‘लाइफ इन अ मेट्रो’, ‘द लंच बॉक्स’, ‘पीकू’, ‘तलवार’ और ‘हिंदी मीडियम’ जैसी फिल्मों में काम किया। उन्हें ‘हासिल’ (निगेटिव रोल), ‘लाइफ इन अ मेट्रो’ (बेस्ट एक्टर), ‘पान सिंह तोमर’ (बेस्ट एक्टर क्रिटिक) और ‘हिंदी मीडियम’ (बेस्ट एक्टर) के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। ‘पान सिंह तोमर’ के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड दिया गया था। कला के क्षेत्र में उन्हें देश का चौथा सबसे बड़ा सम्मान पद्मश्री भी दिया गया।

जावेद अख्तर ने कहा- इरफान की अदायगी एक करिश्मा है
जावेद अख्तर ने बताया कि इरफान से आखिरी बार लंदन में मुलाकात हुई थी। शेर-ओ-शायरी की बातें हुईं। उन्होंने कहा था कि जल्द लौटेंगे तो फिर इत्मीनान से बात होगी। उनकी अदायगी एक करिश्मा है। बीमारी के दौरान भी काम करते रहे, ये जज्बा था उनमें।