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सूर्यकुमार यादव ने T20 में बनाया रेकॉर्ड,

Surya Kumar Yadav T20 Ranking: आईसीसी T20 बैटिंग रैंकिंग में पहले पायदान पर अपना नाम दर्ज कराने वाले सूर्यकुमार यादव मूल रूप से गाजीपुर के हथौड़ा गांव के रहने वाले हैं। वहीं टी20 वर्ल्ड कप में सूर्यकुमार यादव की धमाकेदार बल्लेबाजी से देश के साथ ही गाजीपुर में खुशी का माहौल है।

हाइलाइट्ससूर्यकुमार यादव आईसीसी टी20 रैंकिंगगाजीपुर के मूल निवासी है सूर्यकुमार यादवपिता ने बताई बैडमिंटन से क्रिकेट के सफर की कहानीगाजीपुर: सूर्य कुमार यादव (Surya Kumar Yadav) आईसीसी की ओर से बैटिंग को लेकर जारी की गई वरीयता सूची में पहला स्थान पाने में सफल हुए हैं। इसी के साथ उनका नाम रेकॉर्ड में दर्ज हो गया है। 863 पॉइंट हासिल करके सूर्य कुमार यादव टी20 में दुनिया के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बन गए हैं। सूर्य के पैतृक गांव हथौड़ा में उनकी इस उपलब्धि को लेकर जश्न स माहौल है।सूर्य की क्रिकेट के दुनिया में हासिल इस उपलब्धि पर हथौड़ा गांव के ग्रामीणों के साथ ही गाजीपुरवासियों को गर्व महसूस हो रहा है। सूर्य कुमार यादव के पिता बताते है कि एक दौर ऐसा भी था, जब वह क्रिकेट और बैडमिंटन दोनों को ही पसंद करते थे। हालांकि आखिरी में सूर्य कुमार यादव ने क्रिकेट को चुना।

एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत करते हुए सूर्य कुमार के पिता अशोक यादव ने बताया कि सूर्य का रुझान बचपन से ही खेलों की तरफ था। इसमें अभिभावक के तौर पर उन्होंने सूर्य कुमार को पूरा सहयोग दिया। सूर्य कुमार के पिता अशोक यादव भाभा रिसर्च सेंटर में चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें इस बात को लेकर कोई आपत्ति नहीं थी कि, उनका बेटा खेलों में अच्छा परफॉर्मेंस करते हुए उसे अपने कैरियर के तौर पर अपनाएं। अशोक यादव ने यह भी बताया कि एक पिता के तौर पर उन्होंने सूर्य कुमार को पूरी आजादी और सहयोग दिया कि वह खेलों में ही अपना भविष्य तलाश करें। क्रिकेट के साथ बैडमिंटन थी सूर्य कुमार यादव की पसंदअशोक कुमार ने बताया कि शुरुआती कुछ दिनों में सूर्य ने बैडमिंटन और क्रिकेट इन दो खेलों के प्रति अपना रुझान दिखाया। बाद में सूर्यकुमार कुछ घंटों के बैडमिंटन प्रैक्टिस के बाद घर चले आते थे। लेकिन उनका मन खेलों में ही रचा बसा रहता था। ऐसे में उन्होंने क्रिकेट का चुनाव किया। सूर्य पूरे दिन बैटिंग, फील्डिंग, बॉलिंग, और फिजिकल फिटनेस पर ध्यान देते हुए अपना दिन क्रिकेट के खेल ग्राउंड पर ही बीता देते थे। अशोक यादव ने बताया कि उनके बेटे ने मुंबई के आजाद मैदान में क्रिकेट की प्रैक्टिस शुरू किया। जहां से कुछ लोकल मैचों में बेहतर प्रदर्शन करने के बाद सूर्य ने वेंगसरकर क्रिकेट अकादमी में दाखिला लिया, उस अकादमी में रहते हुए सूर्य ने कई सब-ऐज ग्रुप टूर्नामेंट में खेले। इसमें की अंडर 15 अंडर 17, अंडर 19, अंडर 20 आदि शामिल है। सूर्य कुमार ने इमर्जिंग एशिया कप में भी अपनी टीम को अपने बेहतर प्रदर्शन से जीत दिलाई थी। सूअशोक यादव ने कहा कि सूर्य ने आज जो मुकाम हासिल किया है, उसमें उनके कोच अशोक कामत का भी बड़ा रोल है।शीर्ष पर बने रहना बड़ी चुनौतीआईसीसी T20 रैंकिंग में पहले पायदान पर पहुंचने के सफर में सूर्य कुमार को कई तरह की क्रिकेट से जुड़ी उपलब्धियों को अपने खाते में करना पड़ा। नवभारत टाइम्स ऑनलाइन ने जब उनके पिता अशोक कुमार से यह पूछा कि उनके बेटे के वैश्विक स्तर पर बैटिंग की फेहरिस्त में अव्वल आने को लेकर उनकी क्या प्रतिक्रिया है। उन्होंने कहा कि सूर्यकुमार अच्छा कर रहे हैं, उन्हें कंसिस्टेंसी के साथ ही खेलना होगा। उन्होंने स्वयं अपने एक इंटरव्यू में कहा है कि किसी उपलब्धि को हासिल करने के बाद उस उपलब्धि को बरकरार रखना एक बड़ी चुनौती साबित होती है। उन्हें भी बैटिंग को लेकर वर्तमान में जो उपलब्धि हासिल हुई है, उस पर वह सतत बने रहने के लिए कठिन परिश्रम करेंगे। सूर्य कुमार यादव को टेस्ट मैच खेलने का मिले मौकाअशोक यादव ने यह भी कहा कि उनके बेटे का क्रिकेट में बेहतर परफॉर्मेंस को देखते हुए उन्हें यह उम्मीद बनती है कि सूर्यकुमार को टेस्ट क्रिकेट में भी खेलने का मौका दिया जाना चाहिए। अगर सूर्य को यह अवसर मिलता है ,तो वह टेस्ट क्रिकेट में भी बेहतर प्रदर्शन कर एक खिलाड़ी के तौर पर नए बेंचमार्क स्थापित करने में कामयाब होंगे।
रिपोर्ट : अमितेश कुमार सिंह
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