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मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देश पर छत्तीसगढ़ से 30 हजार 422 श्रमिकों को उनके गृह राज्य भेजा गया

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रायपुर, राहत शिविरों में राज्य शासन और सामाजिक संस्थाओं की ओर से  रहने-खाने, मास्क, सेनेटाइजर आदि की निःशुल्क व्यवस्था

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के दिशा-निर्देश और श्रम मंत्री डाॅ. शिवकुमार डहरिया के मार्गदर्शन में लाॅकडाउन के कारण छत्तीसगढ़ में फंसे विभिन्न राज्यों के श्रमिकों को सकुशल गंतव्य स्थानों तक पहुंचाने की कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश के 26  जिलों में अन्य राज्यों के लगभग 65 हजार से अधिक श्रमिक जो राहत शिविरों एवं कारखानों, नियोजकों द्वारा निर्धारित प्लेसमेंट कैम्प में रूके हुए हैं ऐसे श्रमिकों को उनके आग्रह पर उनके निवास राज्य पहुंचाया जा रहा है। 11 मई 2020 की स्थिति में लगभग 30 हजार 422 श्रमिकों को सकुशल उनके निवास राज्य पहुंचाया गया है। इनमें सबसे अधिक तेलंगाना के 7 हजार एक, महाराष्ट्र के 5 हजार 992, गुजरात के 5 हजार 844 श्रमिक और झारखंड के 3 हजार 464 श्रमिक शामिल हंै।
श्रम विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि 11 मई 2020 की स्थिति में आंध्रप्रदेश के एक हजार 131 श्रमिक, असम के 7 श्रमिक, बिहार के 234 श्रमिक, दादरा एवं नगर हवेली के 9 श्रमिक, दिल्ली के 29 श्रमिक, गोवा के एक श्रमिक, हरियाणा के 86 श्रमिक, हिमाचल प्रदेश के 5 श्रमिक, जम्मू एवं कश्मीर के 2 श्रमिक, कर्नाटक के 2 हजार 217 श्रमिक और केरला के 240 श्रमिकों को सकुशल उनके निवास राज्य पहुंचाया गया है। इसी तरह मध्यप्रदेश के 828 श्रमिक, ओडिसा के 391 श्रमिक, पंजाब के 10 श्रमिक, राजस्थान के 357 श्रमिक, तमिलनाडू के  एक हजार 664 श्रमिक, त्रिपुरा के 3 श्रमिक, उत्तरप्रदेश के 842 श्रमिक, उतराखण्ड के 24 श्रमिक और पश्चिम बंगाल के 41 श्रमिकों को सकुशल उनके गृह राज्य पहुंचाया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश के विभिन्न जिलों में फंसे हुए श्रमिकों के लिए निःशुल्क रहने-खाने, पानी बाॅटल, मास्क सेनेटाइजर आदि की व्यवस्था की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि राज्य शासन द्वारा छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ के बाहर देश के अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों के लिए हेल्पलाईन नम्बर 0771-2443809, 9109849992 और 7587822800 स्थापित किया गया है। इसी प्रकार समस्त 27 जिलों में भी हेल्पलाईन नम्बर स्थापित किए गए हैं।

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