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श्रीकांत प्रकरण से अभी भी भड़का हुआ है त्यागी समाज, खतौली उपचुनाव में BJP के विरोध और बहिष्कार का फैसला

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मुजफ्फरनगर: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले की खतौली (Khatauli Byelection) विधानसभा सीट पर अब से 15 दिनों के बाद वोटिंग होनी है। यहां भारतीय जनता पार्टी के विधायक विक्रम सिंह सैनी की सदस्यता रद्द होने के बाद उपचुनाव हो रहा है। बीजेपी को यहां पर राष्ट्रीय लोकदल के साथ ही त्यागी (Tyagi) समाज के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। उपचुनाव से पहले नवादा गांव में त्यागी बिरादरी के लोगों ने बैठक करते हुए बीजेपी का बहिष्कार करने और गांव में नहीं घुसने देने का निर्णय लिया।

मुजफ्फरनगर और पश्चिमी यूपी में प्रभावी भूमिका रखने वाला त्यागी समाज नोएडा में श्रीकांत त्यागी प्रकरण के बाद से खफा चल रहा है। बीजेपी के पूर्व सदस्य रहे श्रीकांत त्यागी का अपनी सोसायटी में महिला से विवाद और गाली गलौज का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद उनके खिलाफ ऐक्शन लिया गया। त्यागी समाज में यूपी पुलिस के खराब रवैये और बीजेपी के नेताओं को लेकर आक्रोश है। अब खतौली उपचुनाव में इसी वजह से भगवा पार्टी के बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है।

त्यागी ब्राह्मण भूमिहार मोर्चा के अध्यक्ष और किसान नेता मांगेराम त्यागी ने नवादा गांव में हुई बैठक के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘हम सब ने मिलकर बीजेपी को वोट नहीं देने का फैसला किया है। यह गांव मुजफ्फरनगर में त्यागियों की राजधानी है। हम यह बात कभी नहीं भूल सकते हैं कि सत्तारूढ़ भाजपा ने श्रीकांत त्यागी और उनके परिवार के साथ कैसा सलूक किया है। आज हमने इस गांव में बैठक करके सभी लोगों से बीजेपी को वोट नहीं देने की अपील की है।’

इस बैठक में शामिल रहे दीपक कुमार त्यागी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी को हमारे समाज का 99 प्रतिशत वोट जाता रहा है। और बदले में समाज के लिए लोगों को केवल प्रताड़ना का सामना ही करना पड़ा है। इस बैठक का उद्देश्य समाज के सभी लोगों को एक प्लेटफॉर्म पर लाना था। श्रीकांत को भाजपा से जुड़ा हुआ बताया गया। नोएडा में हुए विवाद के बाद उसके फ्लैट और बाहर के एरिया में अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चला था। 21 अगस्त को त्यागी समाज के लोगों ने श्रीकांत त्यागी और परिवार के समर्थन में महापंचायत भी किया था।

मांगेराम त्यागी ने बैठक के बाद आगे जानकारी देते हुए बताया, ‘हमारे समाज का केवल मजाक उड़ाया गया। सांसद महेश शर्मा से लेकर कैबिनेट मंत्री संजीव बालियान तक किसी ने भी हमारे लिए एक शब्द भी बोलने का काम नहीं किया। हम लोगों के ऊपर 5-5 मुकदमे लगा दिए गए। जितने भी नेता हैं, किसी ने भी त्यागी समाज के बारे में कुछ नहीं कहा। भाजपा को केवल हमारा वोट ही जा रहा है। पार्टी की तरफ से समाज को किसी भी चुनाव में प्रतिनिधित्व नहीं दिया जाता है। ऐसे में हमने सबने मिलकर बैठकर बीजेपी के बहिष्कार का फैसला किया है। अब हम भले ही NOTA दबा आएं लेकिन बीजेपी को वोट नहीं करेंगे।’