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प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 24 घंटे में 6 नए मामले, एक्टिव केस बढ़कर 42 हुए; स्वास्थ्य कर्मियों का होगा 50 लाख का बीमा

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छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मंगलवार को 6 नए मामले सामने आए हैं। इसमें 4 राजनांदगांव और 1-1 कोरबा व मुंगेली से हैं। एम्स रायपुर ने इसकी पुष्टि की है। इसके चलते ऑरेंज से ग्रीन जोन की ओर बढ़ रहे कोरबा को झटका लगा है। बताया जा रहा है कि कोरबा में मिला संक्रमित दिल्ली से और मुंगेली का युवक आगरा से लौटा था। वहीं राजनांदगांव में मिले सभी संक्रमित प्रवासी मजदूर हैं और आने के बाद क्वारैंटाइन सेंटर में रखे गए थे। 

छत्तीसगढ़ में कोरोना

  • इससे पहले सोमवार को 3 नए मामले सामने आए थे। इनमें एक सूरजपुर से और 2 रायगढ़ से था। पिछले 6 दिनों की बात करें तो कोरोना संक्रमण के 38 मरीज मिले हैं। 
  • इसके बाद प्रदेश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 41 हो गई। अब तक 100 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें से 59 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। 
  • एक्टिव केस में बालोद-11, बलौदाबाजार-6, जांजगीर-चांपा-10, राजनांदगांव-4, कवर्धा-2, अंबिकापुर, गरियाबंद (राजिम), कोरिया, कोरबा और सूरजपुर से एक-एक शामिल हैं।  
  • संक्रमितों में अब तक सबसे ज्यादा कोरबा जिले से 28, सूरजपुर 6, रायपुर 7, दुर्ग 9, कवर्धा 9, राजनांदगांव, अंबिकापुर और बिलासपुर से एक-एक, राजिम और कोरिया से 2, जांजगीर से 12, बालोद से 11 और बलौदाबाजार से 6 पॉजिटिव सामने आ चुके हैं।
  • राज्य में कोरोना पॉजिटिव का पहला मामला रायपुर में मार्च के महीने में सामने आया था, वह विदेश से लौटी युवती थी।
  • अब जिन लोगों में कोरोना संक्रमण दिख रहा है, उनमें से कोई भी विदेश से लौटा व्यक्ति नहीं है। सभी सामान्य नागरिक या श्रमिक हैं। 

स्वास्थ्य कर्मियों के लिए 50 लाख की बीमा सुविधा

छत्तीसगढ़ की भूपश बघेल सरकार अब स्वास्थ्यकर्मियों का बीमा करवाएगी। मैदानी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मियों का बीमा किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है है। स्वास्थ्य मिशन संचालक के पत्र में बताया गया है कि कोविड-19 से संबंधित स्वास्थ्य कार्यकर्ता की कार्य संपादन के दौरान मौत होने पर 50 लाख रुपए की बीमा राशि प्रदान की जाएगी। इसके लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जानकारी के लिए जिला स्तर पर नोडल अधिकारी की नियुक्त करने को कहा गया है। 

क्वारैंटाइन सेंटर में बढ़ रही है मानसिक रोग की समस्या
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा है कि सभी जिला मुख्यालयों में एक मनोवैज्ञानिक की ड्यूटी लगाई जाएगी। मनोवैज्ञानिक विकार दूर करने के सुझाव देंगे। सिंहदेव के मुताबिक, क्वारैंटाइन सेंटर में मानसिक विकार लोगों की संख्या बढ़ रही हैं। मानसिक विकार दूर करने 104 पर भी कॉल किया जा सकता है। प्रदेश में अब तक कोरोना के 36606 संभावित मरीजों की जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं। इनमें से 34656 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 

अनाज से भरे ट्रक के पीछे टंगे ये बैग उसके अंदर की कहानी बयान कर रहे हैं। तस्वीर छत्तीसगढ़ के भिलाई की है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र से लौट रहे मजदूरों के पैर में पड़ रहे छालों से उनको ऐसा सफर ज्यादा बेहतर लग रहा है।

अभी रायपुर रेड जोन, ऑरेंज जोन में कोरबा और बाकी 26 जिले ग्रीन जोन में
छत्तीसगढ़ में अब कोरोना संक्रमित मरीज मिलने पर पूरा जिला रेड जोन में नहीं होगा। राज्य सरकार अब जिलों को 5 जोन में बांटने की तैयारी कर रही है। इसमें रेड, ऑरेंज और ग्रीन के साथ दो अन्य जोन भी शामिल होंगे। केवल एम्स में मरीजों का इलाज होने के कारण इसे और आस-पास के कुछ संदिग्ध इलाकों को कंटेनमेंट या बफर जोन घोषित किया जा सकता है। जोन का निर्धारण केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक ही किया जाएगा। अभी रायपुर रेड जोन में और कोरबा ऑरेंज जोन में है। जबकि प्रदेश के बाकी 26 जिले ग्रीन जोन में शामिल हैं। 

यह तस्वीर किसी अनाज गोदाम या मंडी की नहीं, बल्कि रायपुर-बिलासपुर हाईवे है। बारिश के चलते किसानों का सारा धान भीग चुका है। ऐसे में नांदघाट खकरी निवासी किसान उदय साहू यहां धान सुखा रहे हैं। मंडी बंद होने से किसान बेच नहीं पा रहे हैं। पोहा के लिए यह गर्मी का धान बिकता है।

राजधानी रायपुर जल्द ही रेड जोन से बाहर निकलकर ऑरेंज जोन में होगा। 14 दिन से रायपुर में एक भी केस नहीं आया है। इस वजह से केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार, इसे रेड जोन से बाहर निकालने में कोई तकनीकी दिक्कत नहीं आएगी। वहीं, लॉकडाउन में इलाकों को तीन जोन रेड, ऑरेंज और ग्रीन में ही बांटा जाता था। अब इसमें कंटेनमेंट और बफर जोन को शामिल किया गया है। ये दोनों जोन रेड और ऑरेंज जोन के अंतर्गत ही उनके कुछ सीमित इलाके में घोषित किए जाएंगे। इसे तय करने का अधिकार जिला प्रशासन को दिया जाएगा। 

कंटेनमेंट जोन में जरूरी सेवाओं को इजाजत

  • बताया गया है कि कंटेनमेंट जोन में सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही अनुमति दी जाएगी। इनमें सामान्‍य लोगों की आवाजाही की इजाजत नहीं होगी। 
  • केवल मेडिकल इमरजेंसी, जरूरी सेवाओं के लिए काम करने वाले लोगों को ही आने-जाने की छूट होगी। इनमें केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के मानक लागू होंगे। 
  • कंटेनमेंट जोन में संक्रमितों की पहचान के लिए व्‍यापक अभियान चलाया जाएगा। इन इलाकों में संक्रमित लोगों की पहचान के लिए इंटेंसिव कॉन्‍ट्रैक्‍ट ट्रेसिंग के साथ-साथ घर घर जाकर लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी। 
  • सभी कंटेनमेंट जोन के आसपास के कुछ क्षेत्र को बफर जोन के रूप में चिह्नित किया जाएगा। एक्शन प्लान तभी सफल माना जाएगा जब कंटेनमेंट जोन में 28 दिन तक कोई नया मामला नहीं आएगा।

20 मई को बिलासपुर से हरिद्वार के लिए स्पेशल ट्रेन
छत्तीसगढ़ में फंसे उत्तराखंड और हिमांचल प्रदेश के प्रवासी श्रमिकों को उनके गृह राज्य ले जाने के लिए 20 मई को बिलासपुर से हरिद्वार के लिए स्पेशल ट्रेन रवाना होगी। यह ट्रेन बिलासपुर से छूटने के बाद भाठापारा, रायपुर और दुर्ग स्टेशन पर रुकेगी। जहां से उक्त दोनों राज्यों के प्रवासी श्रमिक इसमें बैठकर अपने गृह राज्य जा सकेंगे। इस स्पेशल ट्रेन में बिलासपुर स्टेशन से बिलासपुर, बलरामपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कोरिया, कोरबा, मुंगेली, रायगढ़, सूरजपुर, सरगुजा व गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में लॉकडाउन की वजह से फंसे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के प्रवासी श्रमिक सवार होंगे। 

ट्रक के पीछे अनाजों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है, उसी ट्रक में मजदूरों को पनाह मिली है। वह मजदूर जिनमें कोई महाराष्ट्र से पैदल चल कर आ रहा है, कोई आंध्र प्रदेश से आ रहा है तो कोई तेलंगाना से। तस्वीर भिलाई के कुम्हारी की।

रायपुर : जिले में मंगलवार से सभी सैलून, ब्यूटी पार्लर और पान दुकानें खुल गई हैं। नए नियमों के तहत सुबह 7 से शाम 6 बजे तक ये दुकानें खोली जा सकेंगी। ब्यूटी पार्लर और सैलून जाने वाले लोगों को टॉवेल अपने साथ ले जाना होगा। दुकानों में साबुन हैंडवॉश और सैनिटाइजर रखना होगा। हर व्यक्ति के कटिंग और शेविंग के बाद कैंची, कंघी समेत सभी सामान को सैनिटाइज करना होगा। ग्राहक को वेटिंग में नहीं रखा जा सकेगा। आने वाले हर व्यक्ति का रिकाॅर्ड रखना होगा। यही नियम पान ठेले वालों के लिए भी होंगे। वहां कोई सामान खरीद कर उपभोग नहीं किया जा सकेगा। 

ये रायपुर का मालवीय रोड बाजार है। तस्वीर एक दिन पुरानी है, लेकिन लॉकडान-4 में मिली छूट का खामियाजा क्या हो सकता है, ये जरूर दिखा रही है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद लोग समझने के लिए तैयार नहीं है। 

बिलासपुर : जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें शासन की योजना के अनुसार ई राशन ऐप के जरिए प्रति व्यक्ति 5 किलो चावल मिलेगा। इसके लिए नगर निगम ने सभी 70 वार्डों में 70 राशन दुकानों के लिए ई राशन एप जारी किया है। निगम प्रशासन ने राशन एेप तैयार कराया है। इस ऐप से जहां एक ओर पात्र नागरिक को समय पर राशन मिलेगा। वहीं, राशन वितरण कार्यप्रणाली में पारदर्शिता आएगी। अब ऐसे व्यक्ति जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं उन्हें आधार कार्ड लेकर चिन्हांकित राशन दुकानों में जाना होगा। इसके बाद दुकान संचालक द्वारा ई राशन ऐप के माध्यम से आधार कार्ड ट्रेस किया जाएगा।

भिलाई : कोरोना के लिए ट्रू-नॉट विधि से हुई जांच में रविवार को धमधा के जिस मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उसमें वायरल लोड को जानने स्वास्थ्य विभाग आरटी-पीसाआर (रियल टाइम- रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिऐक्शन) टेस्ट करा रहा है। ट्रू-नॉट की रिपोर्ट आने के बाद हालांकि उसे परिवार सहित धमधा के आश्रय स्थल से उठाकर शहर के आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट कर दिया गया है। मेकाहारा के माइक्रोबायलोजी डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. अरविंद नेरल के मुताबिक ट्रू-नॉट विधि की जांच कोरोना ग्रुप के किसी भी वायरस को ट्रेस कर पॉजिटिव या निगेटिव ही बताती है। 

ये तस्वीर भिलाई के कुम्हारी और रायपुर के टाटीबंध के बीच की है। टाटीबंध वही स्थान है, जो इस समय प्रदेश में मजदूरों का सबसे बड़ा आने-जाने का जोन बना हुआ है। सोमवार रात बारिश हुई तो सुबह इनके लिए बनाए गए आश्रय स्थलों की ऐसी हालत हो गई। ऐसे में अब इन मजदूरों के कोरोना, भूख, प्यास के साथ अन्य बीमारियों से लड़ने की भी समस्या सामने आ सकती है। 

बालोद: गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम परसवानी (थाना अर्जुंदा) के क्वारैंटाइन सेंटर में सूरज यादव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक क्वारैंटाइन सेंटर में अकेला ही था। वह रविवार शाम 7 बजे वह सूरत (गुजरात) से गांव लौटा था। ग्रामीणों के अनुसार जब सोमवार दोपहर 2 बजे कोटवार लोमन सिंह सेंटर में युवक के लिए खाना पहुंचाने गया तब कोई आवाज न आने पर वह अंदर दाखिल हुआ तो कमरे में फंदे पर लाश लटकी मिली। ग्रामीणों से पूछताछ में पता चला कि युवक सूरत में 2 साल से काम कर रहा था। जहां उसने दूसरी जाति की लड़की से प्रेम प्रसंग में शादी भी कर ली है। 

जशपुरनगर: जिले में बने 648 क्वारैंटाइन सेंटरों में मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बीते 24 घंटों में सेंटरों में 126 नए श्रमिक दाखिल हुए हैं। दूसरे राज्यों से आई श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से बिलासपुर लौटे श्रमिकों में जशपुर जिले के 13 श्रमिकों को वापस लाया जा चुका है। उनके अलावा स्वयं के साधनों से भी सैकड़ों मजदूर जिले में वापस हुए हैं। वर्तमान में क्वारेंटाइन सेंटरों में रह रहे श्रमिकों की संख्या 1106 हो चुकी है। बाहर से पहुंच रहे मजदूर कोरेाना कैरियर तो नहीं इसके लिए रैंडम रेपिड टेस्ट किया जा रहा है। जिन श्रमिकों में कोरोना से मिलते जुलते लक्षण मिल रहे हैं, उनका सैंपल रायगढ़ भेजा जा रहा है। 

ये तस्वीर रायगढ़ के सोनाजोरी स्कूल में बनाए गए क्वारैंटाइन सेंटर की है। यहां रहने वाला जो मजदूर पॉजिटिव मिला है, उससे परिवार और गांव के लोग मिलते थे। कई बार तो यह बाहर भी निकला। ऐसे में आशंका है कि इससे मिलने वाले भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग का सिरदर्द बढ़ गया, दोनों गांव के लोगों की स्क्रीनिंग करनी पड़ेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में बने ज्यादातर क्वारैंटाइन सेंटर की स्थिति ऐसी ही है।