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अश्विन ने कहा- गेंद पर लार लगाना मेरी आदत, इसे बदलना मुश्किल; कमिंस बोले- इसका दूसरा विकल्प होना जरूरी

कोरोनावायरस के बाद क्रिकेट में काफी कुछ बदल जाएगा। हाल ही में अनिल कुंबले की अगुआई वाली आईसीसी क्रिकेट कमेटी ने गेंद चमकाने में लार के इस्तेमाल पर रोक की सिफारिश की है। इस पर दुनियाभर के तमाम खेल दिग्गजों की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि गेंद पर लार लगाना उनकी आदत है। इसको बदलना बहुत मुश्किल होगा। वहीं, ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज पैट कमिंस ने लार की जगह दूसरा विकल्प देने की मांग की है।

अश्विन ने दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम पर चैटिंग की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मैं मैदान पर कब उतरूंगा, यह नहीं जानता। लार लगाना मेरे लिए स्वाभाविक (आदत) है। इस आदत को छुड़ाने के लिए थोड़ा अभ्यास करना पड़ेगा। यदि हमें साथ में रहना है, तो कोशिश करनी होगी और इसे अपनाना होगा।’’

यदि लार का इस्तेमाल बंद होता है, तो दूसरे विकल्प होने ही चाहिए : कमिंस
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने कमिंस के हवाले से लिखा, ‘‘यदि हम लार का इस्तेमाल बंद करते हैं तो हमारे पास कुछ अन्य विकल्प होने ही चाहिए। पसीने का इस्तेमाल करना बुरा नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि हमें कुछ और चीज की जरूरत होगी। चाहे वह कुछ भी हो पसीना, आर्टिफिशियल चीज, वैक्स या कुछ और मुझे नहीं पता। हमें किसी तरह गेंद को चमकाना होगा और मैं इस बात से खुश हूं कि उन्होंने पसीने के उपयोग को मंजूरी दी है।’’

गेंद चमकाना और उसे बनाना खिलाड़ी की आदत है: हेजलवुड
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने कहा कि लार के इस्तेमाल को बंद करने के सुझाव को लागू करने में काफी मुश्किल आएगी। सिडनी डेली टैलीग्राफ ने हेजलवुड के हवाले से लिखा, ‘‘एक बार जब बॉल गेंदबाज के पास आएगी, तो आप देखेंगे कि वह गेंद को चमकाने और उसे बनाने लग जाएगा, क्योंकि यह खिलाड़ी की आदत है। मेरा मानना है कि लार के इस्तेमाल को बंद करना काफी मुश्किल है। साथ ही इस पर नजर बनाए रखना भी काफी मुश्किल है।’’

गेंद को कीटाणुरहित करने पर कर रहे विचार: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के स्पोर्ट्स साइंस और स्पोर्ट्स मेडिसन मैनेजर एलेक्स काउंटोरिस ने कहा, ‘‘गेंदों पर किटनाशक का प्रयोग करने पर विचार कर रहे हैं। गेंद पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा हमें नहीं पता, क्योंकि हमने अब तक इसका इस्तेमाल नहीं किया है। हमारी आईसीसी से बात हो रही है, जिसमें काफी चीजें अभी बाकी है। ऐसे में ये कितना कारगार साबित होगा ये भी देखना बाकी है। फिलहाल सबकुछ टेबल पर हैं। ऑस्ट्रेलिया से पहले इंग्लैंड के मैच होंगे और ऐसे में हमें रिजल्ट पता चल सकते हैं और फिर हम ऑस्ट्रेलियाई मैच के दौरान इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।’’