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मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले की स्वास्थ्य संस्थाओं में भर्ती मरीजों से किया संवाद

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने सोमवार को झाबुआ जिले की स्वास्थ्य संस्थाओें में भर्ती मरीजों से वीडियो कॉल पर चर्चा की। उन्होंने शासकीय अस्पतालों से मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले के चैनपुरा उप स्वास्थ्य केन्द्र की सीएचओ सुश्री रजनी बारिया से केन्द्र में उपलब्ध हीमोग्लोबिनो मीटर के संबंध में जानकारी प्राप्त की। सीएचओ सुश्री बारिया ने बताया कि उनके केन्द्र पर हीमोग्लोबिनो मीटर उपलब्ध है। रोजाना उनके द्वारा 25 से 30 मरीजों को देखा जाता है और उनके खून की जाँच की जाती है। केन्द्र पर उपस्थित मरीज ने बताया कि वह उपचार से संतुष्ट है।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रानापुर में बीएमओ डॉ. जी.एस. चौहान से चर्चा कर स्वास्थ्य केन्द्र में उपलब्ध दवाइयों और सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान में किये गये कार्यों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने रानापुर स्वास्थ्य केन्द्र के वार्ड में भर्ती मरीज श्रीमती अनीता बसनिया से भी चर्चा की। श्रीमती बसनिया ने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र में अच्छी साफ-सफाई है। उन्हें नि:शुल्क दवाइयाँ और उपचार मिला है। मंत्री डॉ. चौधरी ने बीएमओ डॉ. चौहान से कहा कि गर्भवती महिलाओं को प्रथम तिमाही की जाँच के बाद मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता प्रसूति योजना में 4 हजार रूपये देने का प्रावधान किया गया है। प्रसव के बाद शेष राशि 12 हजार रूपये दिये जाने हैं। इन प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें।

मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पिटोल में पदस्थ चिकित्सक डॉ. अंतिम बंडोले से बात की। डॉ. बंडोले ने बताया कि पिटोल प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की ओपीडी में रोजाना 70 से 75 मरीज आते हैं। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव सुविधा उपलब्ध है और रोजाना 6 से 10 प्रसव होते हैं। स्वास्थ्य केन्द्र में योगा गार्डन का निर्माण किया गया है। मंत्री डॉ. चौधरी ने झाबुआ जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. सावन चौहान से चर्चा की। उन्होंने झाबुआ जिला अस्पताल में अपेंडिक्स का ऑप्रेशन कराने के लिये भर्ती हुए मरीज हकू और फीमेल सर्जिकल वार्ड में भर्ती श्रीमती रसली से अस्पताल में मिल रही दवाइयों एवं अन्य सुविधाओं के बारे में जाना। मरीजों ने बताया कि उन्हें नि:शुल्क दवाइयाँ और उपचार मिल रहा है। अस्पताल में सभी का व्यवहार अच्छा है।