इंदौर वालों ने प्रवासी मजदूरों की भी चिंता की। चाय-नाश्ता, भोजन, जूते, चप्पलों की व्यवस्था की। ऐसी सेवा जो दुनिया के लिए एक मिसाल और इतिहास बन गई। इसका डॉक्यूमेंटेशन होना चाहिए। आपदा में कैसे मदद की जाती है, यह इंदौर से सीखना चाहिए। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कही। उन्होंने उद्योगपतियों, जनप्रतिनिधियों, चिकित्सकों और नगर निगम के कार्यक्रम में शिरकत की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि इंदौर में डॉक्टरों के साथ मारपीट की एक घटना हुई थी, जो पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई थी। लेकिन बाद में इंदौर ने गजब कर दिया। इंदौर फिर वैसे ही खिलेगा, फूलेगा, फैलेगा। 56 दुकान हो या सराफा, फिर अपने रंग में आएंगे।
स्वरोजगार के लिए 10 हजार रुपये लोन देगी सरकार
– पीथमपुर की तीन इकाइयों का रिमोट से लोकार्पण करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा-मैंने निर्णय लिया है कि हर सोमवार एक घंटा उद्योगों को दूंगा। इस पर सुझाव और चर्चा होगी। हर सेक्टर के उद्योगपतियों से भी चर्चा करूंगा।
– सरकार और संगठन में तालमेल बना रहेगा और सामूहिक निर्णय होंगे।
– इंदौर में संक्रमण ज्यादा फैला था, लेकिन सरकार, जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठनों के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में आ गई।
– मैं दो महीने पहले ही इंदौर आना चाहता था, लेकिन वरिष्ठ नेताओं ने मना किया था। इस वजह से नहीं आ सका।
– प्रदेश में भाजपा की सरकार बनाए रखने के लिए सांवेर उपचुनाव का जीतना जरूरी है।
More Stories
epaper lokshakti-21-march-2024
epaper lokshakti-05-march-2024
योजनाओं की जानकारी देने गांव-गांव पहुंच रहा कला जत्था दल