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PAC Foundation Day: पीएसी की तीन महिला और दो पुरुष बटालियन होंगी गठित

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कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व करतब दिखाते जवान।
– फोटो : amar ujala

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि पूर्व की सरकारों में प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की 46 कंपनियां समाप्त कर दी गई थीं। उन्हें बहाल व पुनर्जीवित करते हुए इस बल में 41 हजार से अधिक भर्तियां की गईं। 10 अतिरिक्त कंपनियों का गठन भी किया गया। सीएम ने कहा कि शामली व बिजनौर में दो नई पुरुष बटालियन व तीन अन्य महिला बटालियन का भी गठन किया जा रहा है।

पीएसी के 74वें स्थापना दिवस पर राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े 5 वर्षों में पीएसी का उद्घार किया गया है। निष्क्रिय हो चुकी कंपनियों को पुनर्जीवित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एसडीआरएफ  के लिए 1029 पदों का सृजन, लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा के लिए 433 व नोएडा मेट्रो के लिए 381 पदों पर स्वीकृति दी है। महिला पीएसी में पहले चरण में 3 बटालियन की स्थापना लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं में चल रही है। प्रत्येक बटालियन के लिए 1262 पद स्वीकृत किए गए हैं। दूसरे चरण के लिए 3 अन्य की स्थापना होगी।  

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1.60 लाख भर्तियां हुई पुलिस विभाग में 
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े पांच वर्षों में 1.60 लाख भर्तियां पुलिस विभाग में की गई हैं। वहीं, पीएसी में 184 निरीक्षकों, 3772 उप निरीक्षकों के पदों में वृद्धि कर प्रमोशन की कार्यवाही को सुचारु रूप से बढ़ाने की व्यवस्था की गई है। विभागीय प्रोन्नति के अंतर्गत 257 उपनिरीक्षक, 3330 मुख्य आरक्षी व 11184 आरक्षियों को प्रमोशन का लाभ दिया गया है। 

पीएसी को सुदृढ़ बना रही सरकार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सरकार ने अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम के जरिए पीएसी को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयास प्रारंभ कर दिया है। पीएसी की 17 बाढ़ राहत कंपनियों में मोटरबोट्स व उपकरण खरीदने के लिए राज्य आपदा मोचन निधि से राशि स्वीकृत की जा चुकी है। पीएसी के 74वें स्थापना दिवस पर राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी 112 में पायलट ड्राइवर के रूप में 1231 पीएसी कर्मी लगाए गए हैं। यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन के लिए 645 प्लाटून कमांडर यातायात उप निरीक्षक का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। 75 प्लाटून कमांडर व 301 मुख्य आरक्षी यातायात प्रशिक्षण में भेजे गए हैं। सुरक्षा विभाग, एसटीएफ, एटीएस, एसएसएफ में पीएसी के जवान सेवा दे रहे हैं।

न्यायालयों व प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए गठित एसएसएफ  में पीएसी से 90 फीसदी जवान प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए हैं। कारागारों की सुरक्षा के लिए पीएसी से 997 कार्मिकों को जेल वार्डन पद पर प्रतिनियुक्ति पद पर भेजा गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सामने पीएसी के जवानों ने पीटी, मलखंभ, जिम्नास्टिक, बैंड व कमांडो ने दक्षता को लेकर अपना प्रदर्शन भी किया। सीएम ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता व श्रेष्ठ कार्य करने वाली विभिन्न वाहिनियों, खिलाड़ियों के साथ ही मेधावी छात्रों को भी पुरस्कृत किया।

खेलों में पहली बार राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रथम चरण में 534 खिलाड़ियों की भर्ती की स्वीकृति प्रदेश सरकार ने दी है। इसकी चयन प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी। पीएसी के योग्य श्रेष्ठ खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों को पुलिस महानिदेशक का प्रशंसा चिह्न की व्यवस्था की गई है।

शौर्य व पराक्रम से पहचान 
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी अपने शौर्य व पराक्रम के लिए जाना जाता है। 2001 में जब संसद पर कायराना हमला हुआ था उस समय यूपी पीएसी के जवानों ने जिस बुद्धिमत्ता व पराक्रम का परिचय दिया था, वह किसी से छिपा नहीं है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर हुए हमले में भी पीएसी ने तत्परता से कार्रवाई की और आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरा। 

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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को कहा कि पूर्व की सरकारों में प्रांतीय सशस्त्र बल (पीएसी) की 46 कंपनियां समाप्त कर दी गई थीं। उन्हें बहाल व पुनर्जीवित करते हुए इस बल में 41 हजार से अधिक भर्तियां की गईं। 10 अतिरिक्त कंपनियों का गठन भी किया गया। सीएम ने कहा कि शामली व बिजनौर में दो नई पुरुष बटालियन व तीन अन्य महिला बटालियन का भी गठन किया जा रहा है।

पीएसी के 74वें स्थापना दिवस पर राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े 5 वर्षों में पीएसी का उद्घार किया गया है। निष्क्रिय हो चुकी कंपनियों को पुनर्जीवित किया गया। उन्होंने बताया कि प्रदेश में एसडीआरएफ  के लिए 1029 पदों का सृजन, लखनऊ मेट्रो की सुरक्षा के लिए 433 व नोएडा मेट्रो के लिए 381 पदों पर स्वीकृति दी है। महिला पीएसी में पहले चरण में 3 बटालियन की स्थापना लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं में चल रही है। प्रत्येक बटालियन के लिए 1262 पद स्वीकृत किए गए हैं। दूसरे चरण के लिए 3 अन्य की स्थापना होगी।  

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1.60 लाख भर्तियां हुई पुलिस विभाग में 

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते साढ़े पांच वर्षों में 1.60 लाख भर्तियां पुलिस विभाग में की गई हैं। वहीं, पीएसी में 184 निरीक्षकों, 3772 उप निरीक्षकों के पदों में वृद्धि कर प्रमोशन की कार्यवाही को सुचारु रूप से बढ़ाने की व्यवस्था की गई है। विभागीय प्रोन्नति के अंतर्गत 257 उपनिरीक्षक, 3330 मुख्य आरक्षी व 11184 आरक्षियों को प्रमोशन का लाभ दिया गया है। 

पीएसी को सुदृढ़ बना रही सरकार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सरकार ने अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रम के जरिए पीएसी को सुदृढ़ करने की दिशा में प्रयास प्रारंभ कर दिया है। पीएसी की 17 बाढ़ राहत कंपनियों में मोटरबोट्स व उपकरण खरीदने के लिए राज्य आपदा मोचन निधि से राशि स्वीकृत की जा चुकी है। पीएसी के 74वें स्थापना दिवस पर राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी 112 में पायलट ड्राइवर के रूप में 1231 पीएसी कर्मी लगाए गए हैं। यातायात व्यवस्था के सुगम संचालन के लिए 645 प्लाटून कमांडर यातायात उप निरीक्षक का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। 75 प्लाटून कमांडर व 301 मुख्य आरक्षी यातायात प्रशिक्षण में भेजे गए हैं। सुरक्षा विभाग, एसटीएफ, एटीएस, एसएसएफ में पीएसी के जवान सेवा दे रहे हैं।

न्यायालयों व प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए गठित एसएसएफ  में पीएसी से 90 फीसदी जवान प्रतिनियुक्ति पर भेजे गए हैं। कारागारों की सुरक्षा के लिए पीएसी से 997 कार्मिकों को जेल वार्डन पद पर प्रतिनियुक्ति पद पर भेजा गया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री के सामने पीएसी के जवानों ने पीटी, मलखंभ, जिम्नास्टिक, बैंड व कमांडो ने दक्षता को लेकर अपना प्रदर्शन भी किया। सीएम ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता व श्रेष्ठ कार्य करने वाली विभिन्न वाहिनियों, खिलाड़ियों के साथ ही मेधावी छात्रों को भी पुरस्कृत किया।