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देश को आजाद कराने में शहीद वीर नारायण सिंह का महत्वपूर्ण योगदान-मंत्री श्री अकबर

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प्रदेश के वन, परिवहन, आवास एवं पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन मंत्री तथा कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर आज शासकीय पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास, भोरमदेव रोड में आयोजित शहीद वीर नारायण सिंह शहादत दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। मंत्री श्री अकबर ने सर्व प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण कर उन्हे नमन किया।

          मंत्री श्री अकबर ने कहा कि वीर नारायण सिंह को छत्तीसगढ़ में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के रूप में जाना जाता है।  छत्तीसगढ़ में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का बिगुल शहीद वीर नारायण सिंह ने फूंका था। उन्होंने गरीबों के उत्थान और आदिवासियों समाज के विकास के लिए कार्य करते रहे। शहीद वीर नारायण सिंह देश को आजाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे अंग्रेजो से लड़ाई लड़ते हुए 10 दिसंबर 1857 को शहादत मिली। उनके बलिदान दिवस पर उन्हें याद करके हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार शहीद वीर नारायण सिंह के आदर्शों पर चलकर गांव, गरीब और किसानों के कल्याण में जुटी हुई है। किसानों का सर्वागीण विकास राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। मंत्री श्री अकबर ने बताया कि छत्तीसगढ़ का पहला अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम शहीद वीर नारायण सिंह के नाम पर रखा गया है। देश विदेश से आने वाला खिलाड़ी शहीद वीर नारायण सिंह को याद करते है। शहीद वीर नारायण सिंह के नाम पर राज्योत्सव में पुरस्कार भी दिया जाता है।
     नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि शर्मा ने कहा की जिले के सूदुर और दुर्गम पहाडियों के बीच निवासरत विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति शासन के योजनाओं के माध्यम से मुख्यधारा से जुड़ने लगे है। विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के आर्थिक उत्थान और रोजगार के लिए नए रास्ते खोले है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर के नेतृत्व में राज्य सरकार द्वारा सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े हुए विशेष पिछड़ी जनजातियों को सामाजिक उत्थान की दिशा में इस वर्ग के पढ़े लिखे 80 बैगा युवाओं को शासकीय सेवा में तृतीय और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति के 110 शिक्षित बेरोजगारों को शासकीय स्कूलों में शाला संगवारी के रूप में पदस्थ कर रोजगार दिया जा रहा है। इस अवसर पर पार्षद श्री मोहित माहेश्वरी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री होरी साहू, मनरेगा के सदस्य श्री कलीम खान, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष श्री नीलकंठ साहू, उपाध्यक्ष श्री चोवाराम साहू, श्रीमती गंगोत्री योगी, श्री गणेश योगी, पार्षद श्री अशोक सिंह, श्रीमती सुशीला धुर्वे, श्री विजय पाण्डेय, श्री राजकुमार तिवारी, श्री सनत जायसवाल, श्री लेखा राजपूत, सहित जनप्रतिनिधि, शासकीय पोस्ट मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास के छात्र, पूर्व छात्र उपास्थित थे।
        गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ महतारी के सच्चे सपूत शहीद वीर नारायण सिंह अंग्रेजों से लोहा लेते हुये 10 दिसम्बर 1857 को वीरगति को प्राप्त हुए थे। उन्हें 1857 के क्रांति में छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी होने का गौरव प्राप्त है। सोनाखान शहीद वीर नारायण सिंह की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि है। राज्य सरकार सोनाखान को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने लिए प्रतिबद्ध है।