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क्राइम सीरियल देखकर बनाया प्लान… महंगे शौक ने बना दिया अपराधी, मोबाइल कारोबारी के घर डकैती का खुलासा

कानपुर: यूपी के कानपुर में बीती शनिवार देरशाम मोबाइल कारोबारी के घर पर नकाबपोश बदमाशों ने धावा बोल दिया था। कारोबारी की पत्नी और दो मासूम बच्चों को बंधक बनाकर 14 लाख की डकैती को अंजाम दिया गया था। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने बुधवार को तीन बदमाशों को अरेस्ट किया है। इस मामले में अभी 3 फरार हैं। पुलिस की पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि महंगे शौक की वजह से लूट का प्लान बनाया था। क्राइम सीरियल देखकर वारदात के वक्त एक दूसरे को नंबर से पुकार थे। इस घटना के मास्टमाइंड की बुआ पीड़ित कारोबारी के पड़ोस में रहती हैं। उसी मास्टरमाइंड ने घटना की रेकी की थी।

रावतपुर थाना क्षेत्र स्थित केशवपुरम में रहने वाले कमलेश शर्मा की काकादेव में बाबा कम्युनिकेशन नाम से मोबाइल शॉप है। कमलेश पत्नी पुष्पा, बेटी आस्था (06), बेटा अविरल (03) के साथ रहते हैं। शनिवार देरशाम लगभग 08 बजे घर के बाहर बच्चे बैडमिंटन खेल रहे थे। पुष्पा बच्चों को घर के अंदर ले गई। दोनों बच्चे कमरे में पढ़ाई करने लगे। पुष्पा बाहर के कमरे में टीवी देखने लगी। इस दौरान पुष्पा घर का मेनगेट बंद करना भूल गई थी। जिसका फायदा उठाते हुए बदमाश घर के अंदर घुस गए थे।

कानपुर कमिश्नरेट की वेस्ट जोन की पुलिस टीम ने डकैती की वारदात में शामिल 6 आरोपियों में से 3 को लूटे गए माल के साथ अरेस्ट किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग सफेद रंग की कार से दलहन रोड पर खड़े हैं। केशवपुरम में हुई डकैती की घटना में लूटे गए माल के बटवारें और बिक्री की बात कर रहे हैं। पुलिस ने जाल बिछाकर कार में बैठे तीन आरोपियों को दबोच लिया। कार की ड्राइवर सीट पर बैठे युवक ने अपना नाम सागर, पीछे की सीट पर बैठे दो बदमाशों ने अपना नाम टुनटुन नाथ उर्फ पिंटू और यश ठाकुर बताया था।

बुआ के घर आना जाना थापुलिस की पूछताछ में अरेस्ट किए गए तीनों बदमाशों ने बताया कि अपने साथियों धर्मवीर, सौरभ और अरुण का इंतजार कर रहे थे। इस घटना के मास्टर माइंड सागर ने बताया कि मोबाइल कोरोबारी कमलेश शर्मा के पड़ोस में बुआ शीला रहती हैं। बुआ के घर पर मेरा आना-जाना था। मुझे इस बात की जानकारी थी कि कमलेश के घर पर लूट की जाए, तो ठीक माल मिल सकता है। इस लिए अपने साथियों के साथ मिलकर घटना को अंजाम देने का प्लान बनाया था।मास्टरमांइड कार में बैठा रहाडीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने बताया कि मास्टमाइंड सागर अपने साथियों टुनटुन नाथ, यश ठाकुर, धर्मवीर, सौरभ और अरूण के साथ मौके पर पहुंचा था। सागर ने साथियों से कहा कि मुझे वहां पर सब जानते हैं, इसलिए तुम पांच लोग जाकर वारदात को अंजाम दो। सागर कार में ही बैठा रहा, बाकी पांच बदमाश घर में घुस गए। कारोबारी की पत्नी और दोनों बच्चों को बंधकर बनाकर जेवर और कैश लेकर फरार हो गए थे।

डीसीपी ने बताया कि सभी आरोपी घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे तो गली में काफी चहल-पहल थी, इसलिए सभी लौट गए और पास में एक शादी समारोह में खाना खाने लगे। इसके बाद दोबारा लौट कर आए वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि सभी बदमाशों के शौक मंहगे थे। परिवार की माली हालत ठीक नहीं थी, इसलिए उनके महंगे शौक पूरे नहीं हो पाते थे। पुलिस ने बड़ी रिकवरी की है, लेकिन लूट का आधा माल सागर के फरार साथियों के पास है। घटना का खुलासा करने वाली टीम को 50 हजार रुपये देने का एलान किया है।

क्राइम सीरीयल देखकर बनाई योजनाउन्होने बताया कि सागर क्राइम सीरीयल देखता था। सीरीयल देखकर ही डकैती का प्लान तैयार किया था। मोबाइल कारोबारी के घर पर सभी बदमाश एक दूसरे को नंबर से बुला रहे थे। इस तरीका भी उन्होने फिल्मों और सीरीयल से कॉपी किया था।
रिपोर्ट- सुमित शर्मा