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Kumar Kartikeya: टीनशेड ही बन गया बिछौना और क्रिकेट मैदान, कुछ ऐसी है कुमार कार्तिकेय की कहानी, मुंबई ने 20 लाख में रिटेन किया

Mumbai Indians Team: आईपीएम 2023 में एक फिर सुलतानपुर के कुमार कार्तिकेय धूम मचाते हुए दिखाई देंगे। मुंबई इंडियन्स ने उन्हें 20 लाख रुपये में रिटेन किया है।

 

हाइलाइट्सदोस्त कहने पर कार्तिकेय के पिता ने उनके साथ भेज दिया’कुमार कार्तिकेय’ को बर्थ डे से 3 दिन पहले बर्थ डे गिफ्टIPL में मुंबई इंडियन ने 20 लाख की बोली लगाईसुलतानपुर: 26 दिसंबर को स्पिन गेंदबाज ‘कुमार कार्तिकेय सिंह’ 24 वर्ष के पूरे होंगे। बर्थडे से तीन दिन पूर्व 23 दिसंबर उनके लिए लकी साबित हुआ। आईपीएल में मुंबई इंडियन्स टीम से दोबारा उनको मौका मिला। दोबारा भी उनकी बोली 20 लाख रुपये लगी है। हालांकि, मुंबई ने उन्हें नवंबर में ही रिटेन कर लिया था। इसी वर्ष अप्रैल में पहली बार आईपीएम में उनका सेलेक्शन हुआ था। जिसमें उन्होंने 4 मैच में 5 विकेट लिए थे। वे घरेलू क्रिकेट में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं।

पिता के दोस्त ने की भरपूर मदद कार्तिकेय सिंह को बचपन से ही गेंद और बैट से प्रेम था। शीर्ष पर पहुंचना उनके लिए आसान इसलिए नहीं था कि इनके पिता श्याम नाथ सिंह सिपाही थे। ऐसे में क्राइसिस बहुत थी। उनके पिता बताते हैं कि गाजियाबाद में एक सिपाही थे रोहन कन्हाई, जो हमारे मित्र और यूपी पुलिस की क्रिकेट टीम के कोच थे। बेटे को खेलते हुए देखकर उन्होंने बोला तुम्हारा बेटा अच्छा खेलता है, कहो तो मैं इसे ले जाऊं। हमने हां कहा तो वे उसे अपने साथ दिल्ली ले गए जहां एक प्राइवेट एकेडमी में बेटे को ट्रेनिंग के लिए उन्होंने भर्ती कराया। टीनशेड में रहकर ली ट्रेनिंग वहां पैसे की डिमांड बहुत थी। हमारी सैलरी कम थी। शुरू में हमने तीन हजार, फिर पांच हजार भेजा। अंत में रोहन ने कार्तिकेय को वहां से निकलवाया और एलबी शास्त्री एकेडमी लेकर पहुंचे। इस जगह एसएन भारद्वाज कोच थे। जिन्होंने गौतम गंभीर, अमित मिश्रा आदि कई खिलाड़ियों को तैयार किया है। उन्होंने बेटे का ट्रायल लिया। पहली गेंद पर ही बेटे का सेलेक्शन कर लिया। अब जो दिक्कत थी वो ये कि रहने आदि के साथ किट और दूसरी जरूरी चीजें। कोच भारद्वाज ने शिक्षक के साथ पिता का फर्ज निभाया और समस्त जिम्मेदारी स्वयं ले ली। एकेडमी के भीतर ही टीनशेड के बने एक गैरेज में कार्तिकेय रहता और सीखता।हालियापुर के कुंवासी के हैं निवासी पूरी तरह तैयार होने के बाद जिस सपने को सजोकर कार्तिकेय दिल्ली गया था, वो दूर-दूर तक उसे पूरा होते नहीं दिखा। तब वो कोच की सलाह पर मध्य प्रदेश पहुंच गया। उसे मौका मिला 30 अप्रैल 2022 को, मोहम्मद अरशद खान के चोटिल होने के बाद वो आईपीएल में पहली बार 20 लाख में खरीदा गया। बताते चले कि कार्तिकेय मूल रूप से सुलतानपुर के हलियापुर कुंवासी के निवासी हैं। वे उतराखंड से प्राइवेट कॉलेज से ग्रेजुएशन भी कर रहे हैं।
झांसी में हैं पिता सिपाही कार्तिकेय के पिता श्याम नाथ सिंह वर्तमान में झांसी जिले में तैनात हैं। कानपुर में उन्होंने मकान बनवा रखा है। जहां परिवार रहता है। कार्तिकेय की मां कृष्ण कुमारी उर्फ सुनीता सिंह हाउस वाइफ हैं। उनकी कोई बहन नहीं है। एक छोटा भाई कुमार विनायक सिंह है। उसे भी क्रिकेट से प्रेम है। अंडर 14 और अंडर 16 वो भी खेल चुका है।
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