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गोरखपुर में बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं: कोरोना का खतरा बढ़ा तो वैक्सीन की आई याद, केंद्रों पर एक डोज भी नहीं

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चीन सहित कई देशों में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लोगों में कोरोना का डर बढ़ने लगा है। नतीजतन लोग वैक्सीन लगवाने के लिए केंद्रों पर आने लगे हैं। वहीं, सभी तैयारियां पूरी होने के दावे करने वाले स्वास्थ्य विभाग के पास वैक्सीन की एक भी डोज नहीं है। विभाग को उम्मीद है कि चार से पांच दिन बाद वैक्सीन मिल सकती है। शासन को पत्र भेजा गया है।

 

जानकारी के मुताबिक, जिले में कोरोना की कोविशील्ड और कोवैक्सीन अब तक लगाई जा रही थी। इसके पर्याप्त डोज अक्तूबर माह में उपलब्ध थी। तब हर दिन 15 से 20 लोग वैक्सीन लगवाने पहुंच रहे थे। इस बीच जब फिर से विदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े तो फिर लोग बूस्टर डोज लगवाने जिला अस्पताल के एमआरआई सेंटर पहुंच रहे हैं, लेकिन वैक्सीन नहीं होने की वजह से उन्हें निराश होना पड़ रहा है। स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि हर दिन करीब 40 से 50 लोग केवल एक बूथ से लौट रहे हैं। यही हाल अन्य बूथों का भी है।

बता दें कि जनपद में केवल 36 फीसदी लोगों ने अब तक बूस्टर डोज लगवाई है। वहीं, दूसरी तरफ शासन ने बूस्टर डोज लगाने के निर्देश दिए हैं। जिन लोगों को बूस्टर डोज लगवाए नौ माह से अधिक समय पूरा हो चुका है वह फिर बूस्टर डोज लगवा सकते हैं।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एनके कुशवाहा ने बताया कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि तीन से चार दिनों के अंदर वैक्सीन उपलब्ध हो जाए। इसके बाद से लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। सोमवार को कुछ केंद्रों पर लगभग 50 लोगों को वैक्सीन की डोज लगाई गई है।

 

एक नजर अब तक हुए टीकाकरण पर

कुल टीकाकरण- 90,65,758
प्रथम डोज- 40,88,811
द्वितीय डोज- 39,23,868
प्रिकॉशन डोज- 10,53,079
प्रिकॉशन डोज का लक्ष्य- 35 लाख के करीब


 

227 की कोरोना जांच, नहीं मिला कोई संक्रमित

कोरोना के दो संक्रमित मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। एयरपोर्ट से लेकर रेलवे और बस स्टेशन पर यात्रियों की जांच शुरू कर दी गई है। सोमवार को एयरपोर्ट पर 35 यात्रियों की जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। इसके अलावा बस और रेलवे स्टेशन पर क्रमश: 33 और 47 यात्रियों की जांच की गई। यहां भी सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, जिला अस्पताल में 28 लोग स्वेच्छा से जांच कराने पहुंचे थे। इनमें 14 की एंटीजन किट से जांच की गई। 14 की आरटीपीसीआर जांच के लिए नमूना भेजा गया है, जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को मिलेगी।

कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि राजकीय महिला शरणालय घंटाघर में 128 लोगों की जांच की गई। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इन सभी की आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल भी भेजा गया है। मौजूदा समय में जिले में केवल दो सक्रिय मरीज हैं, जिनका होम आइसोलेशन में इलाज चल रहा है। अभी तक इनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट नहीं आई है।