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Ranchi : श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथ संघ के आचार्य महाश्रमण जी के सुशिष्य मुनि श्री डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी ने बुधवार को कहा कि मनुष्य को सुख- दुःख में एक समान रहना चाहिए. चाहे कैसी भी परिस्थिति जीवन में आ जाये हमें समता का भाव रखना चाहिए. किसी की हम निंदा न करें. निंदा करने से मनुष्य का पाप कर्म का बोध होता है. दूसरों की निंदा करने वाला, बुरा चाहने वाला वाला नरक में जाता है. हमें प्रतिदिन रात में सोते समय परमात्मा को अच्छे कार्यों के लिए अवश्य धन्यवाद देना चाहिए. अपने दिन भर किये गए किसी भी तरह के पाप, निंदा, गलत कार्य आदि के लिए हमें परमात्मा से क्षमा मांगनी चाहिए. क्या पता कल हों न हों. मुनि श्री डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी हरमू रोड स्थित दिगंबर जैन भवन में प्रवचन दे रहे थे. मुनि श्री डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार जी, मुनिश्री विमलेश कुमार जी तथा मुनिश्री पदम कुमार जी का यहां प्रवास चल रहा है. बुधवार की सुबह 6 बजे प्रार्थना, भक्तांबर पाठ व मंगलपाठ हुआ. सुबह 9 बजे से 10 बजे तक प्रवचन हुआ.
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