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रायगढ़ : केरेले की खेती से जगनथीया की खुली किस्मत : करेले की खेती से साल में 4 लाख रुपए की कर रहे आमदनी

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सारंगढ़ विकासखण्ड के ग्राम पंचायत कोसीर छोटे निवासी किसान श्री जगनथीया निषाद ने उद्यान विभाग की सब्जी क्षेत्र विस्तार योजना का लाभ लेकर से साग-सब्जी उत्पादन से आत्मनिर्भर बन गए है और लगभग साल में 4 लाख रुपए की शुद्ध आमदनी प्राप्त कर रहे है। उन्होंने बताया कि पहले वे भूमिहीन किसान थे, मजदूरी करके बड़ी मुश्किल से परिवार का जीविकापार्जन चलता था। तब उन्होंने शासकीय उद्यान रोपणी बेलटिकरी सारंगढ़ से संपर्क करके शासन की योजनाओं की जानकारी प्राप्त की और अन्य लोगों की जमीन को रेगहा में लेकर करेले की खेती करना आरंभ कर दिए। माह अप्रैल 2016 से 5 एकड़ की जमीन पर करेले की खेती निरंतर कर रहे है। उद्यान विभाग के माध्यम से उन्हें बीज उपलब्ध कराया जाता है, साथ ही सहायक सामग्री भी उपलब्ध करायी गई है। जिसका सार्थक परिणाम यह हुआ कि 60 दिनों के खेती से उन्हें अब करेले की अच्छी पैदावार प्राप्त होने लगी। दो-तीन दिन के अंतराल में लगभग 20 से 30 क्ंिवटल करेले निकलता है जिसको बाजार में 1200 से 1500 प्रति क्ंिवटल की दर से करेले की विक्रय करने पर अच्छी आमदनी प्राप्त हो जाती है।
श्री जगनथीया निषाद ने बताया कि संपूर्ण फसल से उन्हें 450 क्ंिवटल करेले की प्राप्ति होती है, मजदूरी एवं अन्य खर्चे निकालकर साल में लगभग 4लाख रुपए की शुद्ध आमदनी प्राप्त हो जाती है। अब उनकी आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो गयी है। शासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि गांव के अन्य किसान भी उनकी उत्पादन देखकर करेले की खेती करने लगे है।