Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

चलते चलते पेन, सुसाइड का भी लिया… कुछ ऐसी रही कॉमेडी किंग जॉनी लीवर की कहानी

Johny Lever Life: जॉनी लीवर ने अपनी कॉमेडी से लोगों को जमकर हंसाया है। जॉनी लीवर का बॉलीवुड में कोई गॉडफादर नहीं था, बावजूद इसके अभिनेता ने अपनी जबरदस्त कॉमिक टाइमिंग से लोगों के भीड़ में एक खास जगह बनाई। जॉनी आज जिस मुकाम पर हैं, वहां पहुंचने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। जॉनी लीवर का टकराव किसी से छुपा नहीं है। एक समय में जॉनी अपनी जिंदगी से इतनी हताश हो गए थे कि 13 साल की उम्र में आर्थिक तंगी से जूझते हुए उन्होंने सुसाइड तक का सोच लिया था।

पेनी छोड़ें
बता दें, दो भाई और तीन बहनें जॉनी सबसे बड़े हैं। जॉनी के परिवार को शुरूआती दिनों में काफी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। घर की माली हालत इतनी खस्ता थी कि अभिनेता ने घर चलाने के लिए अपना पढ़ाई पेन बेचने का काम शुरू किया। जॉनी लीवर बचपन से ही मजाकिया थे। वे बॉलीवुड सितारों का लिखावट बड़े ही अनोखे तरीके से पेंसिल बनाते थे। इससे उनकी अच्छी-खासी कमाई होती थी। जॉनी लीवर को आज भी वह दिन याद है, जब वे बीमार पिता को अस्पताल में शूट करने के लिए चले गए थे। पिता की टांग का ऑपरेशन होना था और जॉनी कॉमेडी सीन की तैयारी कर रहे थे।

सुनील दत्त ने परखी काबिलियत हासिल की
जॉनी लीवर कॉमेडी के साथ मिमिक्री के भी सरताज थे। शुरुआती दिनों में स्टैंडअप कॉमेडियन के तौर पर उन्होंने कई शोज किए। ऐसे ही एक शो में सुनील दत्त की नजर पड़ी और उन्हें फिल्म ‘दर्द का रिश्ता’ में पहला ब्रेक मिल गया। अपनी पहली ही फिल्म में मशहूर जॉनी लीवर हो गए और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। जॉनी लीवर ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘जुदाई’, ‘चालबाज’, ‘बाजीगर’, ‘यस बॉस’, ‘इश्क’, ‘आंटी नंबर 1’, ‘दूल्हे राजा’, ‘कुछ कुछ होता है’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में नजर आ गए हैं।

ये भी पढ़ें:

‘जिंदगी अपना आखिरी दिन नहीं बताती’, पिता राजू श्रीवास्तव के अंतिम समय को याद करछलका अंतरा श्रीवास्तव का दर्द