Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

गोंडा में बनेगा ताज होटल, टारगेट से 10 गुना होगा इन्वेस्टमेंट, इन्वेस्टर्स की मीटिंग में 3100 करोड़ के निवेश का प्रपोजल

Default Featured Image

गोंडा: उत्तर प्रदेश के गोंडा में इन्वेस्टर समिट के दौरान 300 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया था लेकिन जिले में 3100 करोड़ रुपए का निवेश करने का उद्यमियों की ओर से प्रस्ताव प्राप्त हुआ है। अयोध्या-गोरखपुर हाइवे पर स्थित रॉयल हेरिटेज होटल में मंगलवार को इंवेस्टर समिट की बैठक आयोजित की गई थी। मीटिंग में दो बड़ी कंपनियों की ओर से बड़े निवेश का प्रस्ताव रखा गया, जिसमें विवांता टाटा समूह की ओर से 200 करोड़ रुपए से नवाबगंज क्षेत्र में ताज होटल बनाने का प्रस्ताव और जिंजर अयोध्या की ओर से 200 करोड़ निवेश करने का प्रस्ताव शामिल है।

इसके अलावा इस बैठक में यूपी सरकार के निर्देश पर नई औद्योगिक नीति का लाभ अधिक से अधिक देने का आश्वासन देकर जिले में उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। बैठक में प्रस्तावित इंवेस्टर के बारे में लोगों को जानकारी दी गई। इंवेस्टर समिट में जिले के लिए 300 करोड़ रुपए का लक्ष्य रखा गया था लेकिन जिले में 3100 करोड़ रुपए का निवेश करने का उद्यमियों की तरफ से प्रास्ताव प्राप्त हुआ है।

बैठक में विधायक प्रतीक भूषण सिंह ने कहा कि उद्यमियों को जिले में उद्योग लगाने के लिए जमीन की समस्याएं नहीं होगी। उन्होंने कहा कि सरयू नदी के किनारे तुरकौली गांव से लेकर करनैलगंज तक जमीन आसानी से कम दामों में उपलब्ध हो जाएगी। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष दीपक अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में पहले इंवेस्टर काम करने से घबराता था ‌लेकिन अब बाहर से लोग आकर इंवेस्ट करने के इच्छुक हैं। सरकार की तरफ से सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। प्रदेश में गुंडागर्दी नहीं है।

उन्होंने कहा कि सरकार तमाम स्कीमों में बिना ब्याज के लोन भी दे रही है। लोग अधिक से अधिक उद्योग लगाएं और लोगों को रोजगार दें। संयुक्त आयुक्त उद्योग एचपी सिंह समेत कई उद्यमियों ने जिले में निवेश लाने के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि शासन के सुझाव पर अमल करते हुए उद्योग को बढ़ावा दिया जाए। बैठक में उद्यमियों से कृषि क्षेत्र में भी उद्योग लगाने का सुझाव दिया गया, जिससे किसानों की आय दोगुनी हो सके।

उद्योग को बढ़ावा देने के लिए देवीपाटन मंडल में एक इंडस्ट्रियल एरिया घोषित करने की मांग की गई। इस मौके इंवेस्टर ने उद्योग लगाने के बाद क्षेत्र में आने वाली समस्यायों के बारे में अवगत कराया। मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने कहा कि किसी इंवेस्टर को कोई समस्याएं आती है वह जिले के अधिकारियों से सीधा संपर्क करें। उनकी समस्याएं दूर की जाएंगी। उन्होंने कहा कि सरकार की सभी योजनाएं ऑनलाइन हैं। आप जानकारी कर सकते हैं। आपको खुद प्रयास करना होगा। सरकार सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि जितने लोगों ने भी इंवेस्ट की इच्छा जताई है, उससे निश्चित तौर पर क्षेत्र और जिले का विकास होगा।

उन्होंने उद्यमियों की समस्यायों को प्राथमिकता के तौर पर हल करने का आश्वासन दिया। अंत में जिले में उद्योग लगाने वाले उद्यमियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। बैठक में इंडियन बैंक के एजीएम हेमंत मिश्रा, सहायक आयुक्त संदीप कुमार, जिला उद्योग भारती से राम प्रकाश गुप्ता, डीआरडीए के परियोजना निदेशक चंद्रशेखर सहित तमाम लोग मौजूद रहे।