Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

Nand Kishore Gurjar: देश को दंगों में झोंकने की कोशिश, रामचरितमानस पर टिप्पणी करने वालों को दी जाए फांसी, बोले नंद किशोर गुर्जर

Default Featured Image

गाजियाबाद: गाजियाबाद के विधानसभा लोनी से विधायक नंद किशोर गुर्जर ने रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने वालों को फांसी दिए जाने की मांग की। नंद किशोर गुर्जर ने सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखा है, जिसमें स्वामी प्रसाद मौर्य, बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और अन्य को फास्टट्रैक में मुकदमा चलाकर फांसी की सजा की मांग की है।

बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने पत्र में कहा है कि विदेशी ताकतों, आईएसआई, कट्टरपंथी मुस्लिम राष्ट्रों, मिशीनरियों से बहुत बड़ी फंडिंग की जा रही है। पूरे भारतवर्ष में जातीय संघर्ष पैदाकर देश को हिंसा और दंगों में झोंक कर गृह युद्ध की स्थिति पैदा कर रहे हैं, जो आंतकवाद का नया रूप और पहले से कई गुना विध्वंसकारी है।

नंद किशोर गुर्जर ने यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के शूद्र वाले बयान पर कहा कि जो विदेश से कथित शिक्षित है। स्वयं को शूद्र बताकर जातीय संघर्ष को बढ़ावा देने की योजना पर कार्य कर रहे हैं, जबकि अहीर, क्षत्रिय वंश की शाखा है। पूर्व में अखिलेश यादव द्वारा अपने शासनकाल में आतंकवादियों को रिहा करने के आदेश देना इस बात का प्रमाण है।

लोगों से पूछे सवालविधायक ने कहा भगवान राम विश्व के सबसे बड़े समतामूलक समाज के संस्थापक हैं, जिसे संविधान की ड्राफ्ट कमिटी के अध्यक्ष डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर ने भी सर्वसम्मति से स्वीकार कर भगवान राम के दरबार का चित्रण संविधान में स्थापित किया है। ताड़ना का सांस्कृतिक अर्थ की जगह हिंदी अर्थ निकालकर एजेंडे के तहत दंगे भड़काने की साजिश रची जा रही है। विधायक ने मानस विरोधियों से सवाल करते हुए कहा कि तुलसीदास मानस में माता सीता को जगतजननी पूज्यनीय, निषादराज, दलित शबरी को भगवान राम का माता संबोधन, आदिवासियों और वनवासियों की सहायता से लंका विजय प्रसंग लिखने वाले स्वंय विरोधाभाषी चौपाई क्यों लिखेंगे? बीबीसी डॉक्यूमेंट्री आतंकवाद का नया स्वरूपविधायक ने बीबीसी डॉक्यूमेंट्री को आतंकवाद का नया स्वरूप बताया। विधायक ने प्रधानमंत्री को भगवान राम के समतामूलक समाज की पुनर्स्थापना करने वाला बताया। विधायक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने पहले दलित समाज से और अब आदिवासी समाज को राष्ट्र प्रमुख बनाकर सही मायनों में समाज को ‘अंत्योदय’ प्रदान किया है।
रिपोर्ट- मनीष सिंह