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भारतीय क्रिकेटर क्रिकेटर राजिंदर गोयल महान गेंदबाज़ का आज 77 साल की उम्र में निधन हो गया.

उम्र संबंधी बीमारियों के कारण रविवार को निधन हो गया. वह 77 वर्ष के थे. उनके परिवार में पत्नी और पुत्र नितिन गोयल हैं, जो स्वयं प्रथम श्रेणी क्रिकेटर रहे हैं और घरेलू मैचों के मैच रेफरी हैं.

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष रणबीर सिंह महेंद्रा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा, ‘यह क्रिकेट के खेल और निजी तौर पर मेरी बहुत बड़ी क्षति है. वह इस देश में बाएं हाथ के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक थे. संन्यास लेने के बाद भी उन्होंने इस खेल में बहुमूल्य योगदान दिया.’

बाएं हाथ का यह स्पिनर उस दौर में खेला करता था, जब बिशन सिंह बेदी भारतीय टीम का अहम हिस्सा हुआ करते थे. इस वजह से उन्हें कभी भारतीय टीम में जगह नहीं मिली. गोयल ने हरियाणा और उत्तर क्षेत्र की तरफ से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 157 मैचों में 750 विकेट चटकाए.

वह बेदी थे, जिन्होंने उन्हें बीसीसीआई पुरस्कार समारोह में सीके नायुडू जीवनपर्यंत उपलब्धि सम्मान सौंपा था. वह 44 साल तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते रहे. सुनील गावस्कर ने अपनी किताब ‘आइडल्स’ में जिन खिलाड़ियों को जगह दी थी, उसमें गोयल भी शामिल थे.

राजिंदर गोयल के नाम रणजी ट्रॉफी में सर्वाधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड है. उन्होंने इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में 1958/59-1984/85 के दौरान कुल 637 विकेट चटकाए. एस. वेंकटराघवन 531 विकेटों के साथ दूसरे नंबर पर हैं.