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मेरठ से वायरल हो रही थी Child Porn Film, तुर्की सरकार की शिकायत पर CBI ने मारा छापा

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मेरठ: चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ा मटेरियल इंटरनेट पर पोस्ट करने के मामले में गत दिनों सीबीआई की टीम ने मेरठ में छापेमारी की। मेरठ के लिसाड़ी गेट क्षेत्र से एक युवक का मोबाइल जब्त कर अपने साथ ले गई। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि तुर्की से विदेश मंत्रालय और पीएमओ को एक ई-मेल मिला था, जिसमें बताया कि मेरठ के लिसाड़ी गेट से एक शख्स चाइल्ड पोर्नोग्राफी कंटेंट वायरल कर रहा है। इसके बाद सीबीआई ने मेरठ में रेड की।

सीबीआई की टीम जैसे ही मेरठ के लिसाड़ी गेट थाने पहुंची तो थाने में हड़कंप मच गया। सीबीआई ने थाना प्रभारी से बातचीत की और पुलिस टीम को साथ लेकर मोहम्मद निसार के घर का पर छापा मारा। उसे अपने साथ थाने ले आई। थाने में उसे कई घंटे की पूछताछ के बाद निसार का मोबाइल जब्त किया।

मोबाइल में मिले पोर्नोग्राफी से जुड़े अहम सबूत सीबीआई ने निसार का मोबाइल चेक किया तो उसमे बैन कंटेंट और चाइल्ड पोर्नोग्राफी के कंटेंट मिले। यह भी पता चला कि निसार के घर से बच्चों की पोर्नोग्राफी से जुड़ा कुछ मटेरियल गलत तरीके से इंटरनेट पर वायरल किया जा रहा था। सीबीआई आरोपी का मोबाइल कब्जे में लेकर चली गई है। निसार कर रहा था सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म शेयरआरोपी कथित रूप से वॉट्सऐप आदि के माध्यम से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इतेमाल कर रहा था। वह बच्चों के अश्लील फोटो, वीडियो जुटाकर उनका उपयोग विज्ञापन, प्रचार करने, लोगों को शेयर करने या गलत काम में शामिल था।कई घंटों के पूछताछ के बाद आरोपी को छोड़ा मोहम्मद निशार ने थाने में बताया कि उसे मोबाइल चलाना नहीं आता है। उसके मोबाइल से किसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बना कर उसके मोबाइल के नंबर का इस्तेमाल किया था और टेक्स्ट या डिजिटल इमेज बनाकर बच्चों को अश्लील, अभद्र या यौन रूप किसने प्रचार प्रसार किया, इसके बारे में वो नहीं जानता है। कई देशों में प्रतिबंधित है चाइल्ड पोर्नोग्राफीचाइल्ड पोर्नोग्राफी एक गंभीर अपराध है और कई देश में चाइल्ड पोर्नोग्राफी से संबंधित करीब 250 बेवसाइट्स को प्रतिबंधित कर रखा है। इस तरह की वीडियो को डाउनलोड करना और वायरल करना अपराध की श्रेणी में आता है। भारत में सबसे ज्यादा बनती है चाइल्ड पोर्नोग्राफी अमेरिका के एनजीओ सेक्सुअल एब्यूज मटेरियल (CSAM) जैसे मामलों पर काम करते हैं, जिसमे नेशनल सेंटर फॉर मिसिंग एंड एक्सप्लॉइडेट चिल्ड्रेन (NCMEC) के मुताबिक चाइल्ड पोर्न से जुड़े कंटेंट के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर है। कोविड में ऐसे मामलो में हुई बढ़ोतरी NCMEC ने साइबरटिप नाम की एजेंसी की रिपोर्ट पर गौर करें तो उनकी लिस्ट में साल 2020 में 2.17 करोड़ सीसैम कंटेंट की रिपोर्ट्स दीं। 2019 के मुकाबले साल 2020 में सीसैम कंटेंट में 28% की बढ़ोतरी देखने को मिली। इस बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण कोविडकाल रहा है।
रिपोर्ट- रामबाबू मित्तल