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जिला स्तरीय बिहान मेला का आयोजन महिला सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर – राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र उदय मुदलियार

जिला स्तरीय बिहान मेला का आयोजन आज सर्वेश्वर दास नगर पालिक निगम स्कूल मैदान में किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत आयोजित बिहान मेला में दिनभर रौनक रही तथा समूह की महिलाओं के हस्तनिर्मित उत्पादों को नगर वासियों का अच्छा प्रतिसाद मिला। सबने प्रशिक्षण के साथ ही एक दूसरे से अपने अनुभव साझा किये। बिहान मेला के माध्यम से समूह की महिलाओं को अपना हुनर दिखाने का अवसर मिला तथा उनके प्रोड्क्ट की बिक्री होने से वे बहुत खुश नजर आई। बिहान मेला में जिले भर की 90 स्वसहायता समूह की 207 महिलाएं  शामिल हुई। जहां उनके 7 लाख 38 हजार 300 रूपए की राशि के वस्तुओं की बिक्री हुई। वहीं उन्हें व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए बैंक लिंकेज के माध्यम से 7 करोड़ 5 लाख 30 हजार रूपए ऋण की स्वीकृति प्राप्त हुई।

छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष श्री जितेन्द्र उदय मुदलियार ने दीप प्रज्जवलित कर बिहान मेला का शुभारंभ किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी 4 विकासखंड में बिहान मेला आयोजन के बाद जिला स्तरीय बिहान मेला का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल महिला सशक्तिकरण की दिशा में लगातार कार्य कर रहे हैं, ऐसे में जिला प्रशासन की पहल पर आयोजित यह बिहान मेला मील का पत्थर है। समूह की महिलाएं लगन, समर्पण एवं कर्मठता के साथ व्यापक पैमाने पर कार्य कर रही हैं और एक सफल उद्यमी के रूप में उभर रहे हैं। शासन की सुराजी गांव योजना के तहत समूह की महिलाओं को जोड़ा गया है, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत बन सके। शासन की योजना के जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन के लिए समूह की महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों की बिक्री के लिए सी-मार्ट प्रारंभ किया गया है। उन्होंने सभी से आव्हान किया कि मिसाल के रूप में कार्य करें।
कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने कहा कि विकासखंड स्तरीय  बिहान मेला के आयोजन के बाद समूह की महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर को बढ़ाने तथा प्रशिक्षण एवं सीखने के लिए विभिन्न तरह के कार्य किए जा रहे हैं तथा उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। जिले में समूह की महिलाओं द्वारा विविध प्रकार के उत्पाद बनाए जा रहे हैं तथा इससे उन्हें आय अर्जित हो रही है। कुटीर उद्योग से जुड़कर उन्हें फायदा हो रहा है। सभी एक-दूसरे के अनुभवों को साझा करें और सीखें। खरीदी-बिक्री के लिए कार्यशाला का भी आयोजन किया गया है। बैंक लिंकेज के माध्यम से व्यवसाय प्रारंभ करने के लिए उन्हें ऋण भी प्रदान किया जाएगा तथा समूह की महिलाओं को मार्केटिंग के गुर भी बताएं जाएंगे।
सदस्य जिला पंचायत श्री अंगेश्वर देशमुख ने कहा कि बिहान मेला में महिलाएं पापड़, बड़ी, अचार जैसे खाद्य सामग्री बना रही हैं। बिहान आत्मनिर्भरता के लिए कार्य कर रही है। जनजागरूकता अभियान में भी समूह की महिलाओं की विशेष सहभागिता रहती है। सभापति श्री अशोक देवांगन ने इस आयोजन के लिए जिला प्रशासन को बधाई दी। जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार ने कहा कि कलेक्टर की परिकल्पना के अनुसार बिहान मेला का आयोजन विकासखंड स्तर पर किया गया तथा उनमें से 10 चयनित महिला स्वसहायता समूह तथा राजनांदगांव जिले के महिला स्वसहायता समूह को जोड़ते हुए जिला स्तरीय बिहान मेला का आयोजन किया जा रहा है। विकासखंड के 117 समूह की महिलाएं आज इस कार्यक्रम में शामिल हो रही हैं। अब तक 8 लाख 8 हजार उत्पादों की बिक्री हुई है तथा 4 करोड़ 5 लाख रूपए की राशि का बैंक लिंकेज करते हुए उन्हें ऋण प्रदान किया गया है। इस अवसर पर एसडीएम श्री अरूण वर्मा एवं अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के डीपीएम श्री उमेश तिवारी सहित जिला पंचायत एनआरएलएम की टीम उपस्थित थे। इस अवसर पर बेहतरीन कार्य करने वाली समूह की महिलाओं को सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि बिहान मेला में रूरल इंडस्ट्रियल पार्क रीपा का मॉडल प्रदर्शित किया गया। स्वसहायता समूह द्वारा हल्दी, मिर्च, धनिया, आचार, अगरबत्ती, करी लड्डू, चकोली, पेडिया, पापड़, फिनाइल, बैग निर्माण, मशरूम, दाल बड़ी, झाडू निर्माण, सेनेटरी नेपकिन, मोमबत्ती, बड़ी, साबुन सहित विभिन्न उत्पाद वेरायटी में उपलब्ध है। फूड जोन में छत्तीसगढ़ी व्यंजन ठेठरी, खुरमी, भजिया, गुलगुला भजिया, बड़ा, जलेबी, चॉट गुपचुप एवं खाद्य सामग्री की विविध श्रृंखला उपलब्ध थी। स्वसहायता समूह द्वारा बांस से निर्मित उत्पाद घड़ी, पेन स्टैंड, मोबाईल स्टैंड डिजाईन, वॉल हैंगिंग, लेटर पैड, ब्रश स्टैंड, स्टैंड पॉट, छोटा कुर्सी, रेक, टेबल, मोबाईल स्टैंड, पान दान, कुर्सी, पॉट नाव, कुर्सी, डब्बा सेट बनाया गया है। जिलेभर से आए समूह की महिलाओं एवं नागरिकों ने बिहान मेला का जमकर लुत्फ उठाया। सूखा मशरूम प्रोसेसिंग कर पैक्ड उपलब्ध रहा। लोगों ने सजावटी समान, खाद्य सामग्री की खुब खरीददारी की। जिमीकंद की खेती, मसाला उद्योग के उत्पाद प्रदर्शनी लगाई गई।