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दवा घोटाले में कार्रवाई नहीं, विधायक सरयू राय सरकार से नाराज

Ranchi : विधायक सरयू राय ने एक फरवरी को झारखंड में जेनरिक दवा खरीद में 150 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया था. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर भी गंभीर आरोप लगाये थे, लेकिन एक हफ्ते से भी ज्यादा समय होने के बाद भी सरकार की ओर से इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. सरयू राय इससे काफी नाराज हैं. ट्विट कर उन्होंने कहा कि मंत्री बन्ना गुप्ता के विभाग ने 2020 से अबतक टेंडर दर से दो-तीन गुना अधिक दर पर अरबों रुपये की दवाएं खरीदी हैं. एक फरवरी को उन्होंने सबूत सहित कागजात जारी किया, लेकिन सरकार ने न खंडन किया, न खरीद पर रोक लगायी और न दोषी पर कार्रवाई की. शुभम संदेश से बातचीत में सरयू राय ने कहा कि इससे पहले भी टॉफी-टी-शर्ट घोटाला, मैनहर्ट घोटाला समेत अन्य कई गड़बड़ियां सबूत के साथ उजागर किया, लेकिन आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह काफी दुखद है.

.@HemantSorenJMM की सरकार में @BannaGupta76 के विभाग ने 2020 से अबतक टेन्डर दर से दो-तीन गुना अधिक दर पर अरबों रूपये की दवाएँ ख़रीदा है.गत 1 फ़रवरी को मैंने सबूत सहित कागज जारी किया,मीडिया ने प्रकाशित/प्रसारित किया.सरकार ने न खंडन किया,न ख़रीद पर रोक लगाया,न दोषी पर कारवाई किया!

— Saryu Roy (@roysaryu) February 8, 2023

सरकार को 150 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि हुई

एक फरवरी को सरयू राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्वास्थ्य विभाग में दवा घोटाला होने का मामला उठाया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि जिन दवाओं की खरीदारी के लिए जो न्यूनतम दर आयी थी, उन्हीं दवाओं को केंद्र सरकार की पांच कंपनियों से अधिक दर पर खरीदा गया. इससे सरकार को 150 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि हुई है. दवाओं की खरीदारी अब भी जारी है. उन्होंने कहा था कि 22 अप्रैल 2020 को दवाओं की खरीद के लिए टेंडर निकाली गया था. न्यूनतम दर वाले निविदादाताओं का चयन करने के बाद 15 जून 2020 को उन्हें स्वीकृति पत्र भेजा गया था और 19 जून तक एकरारनामा जमा करने को कहा गया था, जबकि सच्चाई ये है कि दवाओं की खरीद हुई ही नहीं. दवा खरीद किये बिना ही स्वास्थ्य विभाग ने फाइल तैयार कर कहा कि जिन 103 दवाओं की राज्य के अस्पतालों में मांग है, उसे भारत के औषधि निर्माता लोक उपक्रम से मनोनयन के आधार पर खरीदा जाए.