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ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पर एससीएसटी,

कानपुर देहात के मड़ौली कांड में भाजपा विधायक की करीबी कृष्णा गौतम ने ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष दुर्गेश मणि पर एससीएसटी,मारपीट और धमकी देने की एफआईआर दर्ज कराई है। एसपी कानपुर देहात ने एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि की है। वहीं, ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मणों की सबसे ज्यादा दुर्दशा और अत्याचार हो रहा है।कानपुर देहात के अकबरपुर विधानसभा की विधायक प्रतिभा शुक्ला और उनके पति अनिल शुक्ला वारसी का विरोध ब्राम्हण महासभा के अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी को भारी पड़ गया। विधायक की नजदीकी जिला पंचायत सदस्य कृष्णा गौतम की तहरीर में शनिवार देर रात अकबरपुर थाने में दुर्गेश मणि त्रिपाठी के खिलाफ समेत अन्य गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है।एसपी कानपुर देहात बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि कृष्णा गौतम ने आरोप लगाया है कि पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष ने उनके साथ मारपीट की थी। उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। वहीं, दुर्गेश मणि त्रिपाठी का कहना है कि घटना के बाद उन्होंने एसपी और एडीजी समेत कई अफसरों को मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। इसके बाद भी उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई। मार खाने के बाद अब उल्टा उन्हीं पर एफआईआर भी दर्ज हो गई है।ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने कहा कि भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा ब्राह्मणों में अत्याचार हो रहा है। वह रिपोर्ट दर्ज होने से डरे या सहमे नहीं है। वह इसी तरह दुखी और परेशान ब्राह्मणों की मदद करते रहेंगे। उन्होंने प्रदेश भर के ब्राह्मण नेताओं से मदद की अपील की है। जल्द ही वह अपने समर्थकों के साथ कानपुर देहात जाकर गिरफ्तारी देंगे।यह था मामला कानपुर देहात के मैथा ब्लॉक में अतिक्रमण हटाने के दौरान मां-बेटी की जलकर मौत हो गई थी। मामले में कानपुर से मैं ब्राह्मण हूं महासभा चलाने वाले अधिवक्ता दुर्गेश मणि त्रिपाठी पीडि़त परिवार की मदद करने को पहुंचे थे। उन्हें पता चला कि क्षेत्रीय विधायक प्रतिभा शुक्ला ने पीडि़त परिवार की मदद नहीं। उन्होंने इसका विरोध कर दिया था। इससे आक्रोशित प्रतिभा शुक्ला, उनके पति अनिल शुक्ल वारसी और जिला पंचायत सदस्य कृष्णा गौतम समेत उनके अन्य समर्थकों ने पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर दुर्गेश के साथ मारपीट हुई थी। मारपीट के कई वीडियो भी वायरल हुए थे।ब्राह्मण समाज कहां से आ गयावहीं अनिल शुक्ला वारसी का कहना है कि, जहां तक स्वयंभू नेता से पोस्टमॉर्टम हाउस में झगड़े की बात है उसने तथा उसके साथियों ने मुझे और मेरी पत्नी को अपमानित करने का प्रयास किया और मेरे गिरेहबान में हाथ डाला। इसका विरोध वहां पर मौजूद कृष्णा गौतम समेत अन्य कार्यकर्ताओं ने किया। इस पर उन लोगों ने कृष्णा गौतम को जमीन पर गिरा दिया और बाल पकड़कर बाहर खींचने लगे।इसके बाद हम लोगों ने अपने बचाव में घटना के प्रतिक्रिया स्वरूप उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई थी। महिला किसी भी जाति की हो उसका अपमान नहीं होना चाहिए। फिर उसमें ब्राह्मण समाज कहां से आ गया। ये लोग जब ब्राह्मणों को भ्रमित नहीं कर पाए तो इसे सारे वकीलों का अपमान बता दिया। जबकि ये उनकी व्यक्तिगत लड़ाई है कृष्णा गौतम से।