जबलपुर से जा चुके टिड्डी दल ने फिर से हमला किया है। टिड्डियों के दल ने सबसे पहले भेड़ाघाट के आसपास के गांवों में धावा बोला। यहां उन्होंने मौसमी सब्जियों और उड़द के की फसल को निशाना बनाया। करीब एक सप्ताह पहले भी नरसिंहपुर और सिवनी के रास्ते टिड्डी दल ने जबलपुर ज़िले में घुसा थे, लेकिन उस समय ज्यादा नुकसान पहुंचाए बिना ही टिड्डियों का दल कटनी के रास्ते विंध्य और उसके बाद छत्तीसगढ़ की सीमा में दाखिल हो गया था।
पिछले तीन-चार दिनों से जबलपुर में फिर से टिड्डी दलों के प्रवेश की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन सोमवार को टिड्डियों के कई समूहों ने एक साथ भेड़ाघाट की ओर रुख किया और यहां के कई गांव में छा गई। टिड्डी दलों ने खेतों में लगे उड़द की फसल को चट कर दिया। इसके साथ ही किसानों द्वारा अपने खेतों में लगाई गई मौसमी सब्जियों की फसलों को भी टिड्डी दलों ने अपना निवाला बना लिया।
टिड्डी दल के दोबारा हमले से किसान हैरान
टिड्डियों के अचानक हमले से किसान भी हैरत में हैं। टिड्डी दलों से अपने खेतों को बचाने के लिए किसान प्रशासन द्वारा सुझाए गए उपायों पर अमल करते नज़र आए। थाली बजाने से लेकर शोर करने वाले अन्य साधनों का इस्तेमाल कर किसान टिड्डियों को भगाने की भरपूर कोशिशों में जुटे रहे। फसलों पर टिड्डियों के हमले से किसानों को काफी नुकसान हुआ है। जबलपुर से अब भी टिड्डी दल का खतरा टला नहीं है।
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