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दिव्यांग बच्चों के स्कूल का रिजल्ट 100 फीसदीकागज पर उकेरे अक्षर अंगुलियों से पढ़कर पाई सफलता,

छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा में इस बार दिव्यांग और ब्लाइंड बच्चों ने अपनी प्रतिभा की ऊंची उड़ान भरी है। बोर्ड परीक्षा में दिव्यांग बच्चों के रायपुर और कोरिया स्कूल का रिजल्ट 100 फीसदी गया है। मंगलवार को छत्तीसगढ़ माध्यामिक शिक्षा मंडल की ओर से 10वीं और 12वीं के रिजल्ट घोषित किए गए हैं। इसमें 10वीं का 73.62 प्रतिशत और 12वीं का 78.59 प्रतिशत रहा है। पिछले साल की तुलना में 10वीं का रिजल्ट 5.42 फीसदी बढ़ा है। जबकि 12वीं के परिणाम में 0.16 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

रायपुर : सभी छात्र-छात्राएं प्रथम और द्वितीय श्रेणी में पास
रायपुर के मठपुरैना स्थित दृष्टि एवं श्रवण बाधित विद्यालय के 10वीं क्लास में 26 और 12वीं में पढ़ने वाले सभी 34 बच्चे पास हुए हैं। इनमें 10वीं के 15 ब्लाइंड बच्चों ने प्रथम व 3 ने द्वितीय श्रेणी और 8 मूकबधिर बच्चों में से 4 ने प्रथम व 4 ने द्वितीय श्रेणी में परीक्षा पास की है। इसी तरह कक्षा 12वीं में 19 ब्लांइड बच्चों में से 4 फर्स्ट डिवीजन और बाकी सेकेंड डिवीजन पास हुए हैं। वहीं मूकबधित 4 बच्चे फर्स्ट व 11 सेकेंड डिवीजन पास हुए। 

ब्रेल लिपि और ऑडियाे के जरिए की पढ़ाई
‘मोर रायपुर स्वच्छ रायपुर‘ थीम साॅन्ग गाकर पहचान बनाने वाली ब्लाइंड सुमन दीवान ने 12 वीं की परीक्षा 63.8 प्रतिशत के साथ प्रथम श्रेणी में पास की है। सुमन ने बताया कि उसके पिता पुलिस में हैं और बस्तर में पदस्थ हैं। मां हाउसवाइफ हैं। उसके परीक्षा परिणाम से सभी बहुत खुश हैं। ब्रेल पुस्तकों के साथ उसने कोर्स के ऑडियो से भी पढ़ाई की। कहा कि उसे संगीत के क्षेत्र में कैरियर बनाना है। 

कोरिया का 100, बिलासपुर का 95 व धमतरी का रिजल्ट 50% रहा
इसी तरह कोरिया के मनेंद्रगढ़ स्थित नेत्रहीन और दिव्यांग शिक्षण-प्रशिक्षण विद्यालय में 10वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम सौ फीसदी रहा। यहां 8 ब्लाइंड बच्चों में से 4 प्रथम श्रेणी व 4 बच्चों ने द्वितीय श्रेणी से परीक्षा पास की। बिलासपुर के तिफरा स्थित शासकीय दृष्टि एवं श्रवण बाधितार्थ विद्यालय में 12वीं में 17 छात्र उत्तीर्ण और एक पूरक है। 10वीं बोर्ड परीक्षा में 17 में से 11 पास हुए। धमतरी स्थित शासकीय श्रवणबाधित बालिका विशेष विद्यालय का परिणाम 50 प्रतिशत से अधिक रहा।