सरकारी दफ्तरों में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल और कागज की बर्बादी को रोकने के लिये शासन से फरमान जारी हो गया है। सभी सरकारी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि कार्यालयों में अधिक से अधिक सॉफ्ट कॉपी का इस्तेमाल किया जाए। अब बैठकों में पानी के लिए प्लास्टिक बोतल का उपयोग नहीं किया जाएगा। स्पष्ट कहा गया है कि इन निर्देशों का कड़ाई से तत्काल अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। डीएम प्रियंका निरंजन ने कहाकि शासन के निर्देश का जनपद के सभी सरकारी दफ्तरों में कड़ाई से अनुपालन कराने का निर्देश दे दिया गया है। इसे सख्ती से लागू करने के लिये एडीएम कमलेश बाजपेयी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहाकि कागज का दुरुपयोग तथा प्लास्टिक का प्रयोग पर्यावरण की दृष्टि से उचित नहीं है, जबकि पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशीलता प्रत्येक अधिकारी, कर्मचारी की नैतिक एवं शासकीय जिम्मेदारी है। विभागों में ज्यादा से ज्यादा सॉफ्ट कॉपी का ही प्रयोग किया जाए। फिजिकल (हार्ड) कॉपी का प्रयोग कम से कम किया जाए तथा जब भी प्रिंट करने की आवश्यक्ता हो तो दोनो तरफ ही प्रिंट किया जाए। समस्त पत्रावलियां ई-ऑफिस के माध्यम से ही भेजी जाएं। यदि भौतिक पत्रावलियां भेजना अपरिहार्य हो तो कागज के दोनों तरफ प्रिंट किया जाए। बैठकों में पानी के लिये प्लास्टिक बोलत का उपयोग कदापि न किया जाए।
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