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ED की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने बीरेंद्र राम के खिलाफ दर्ज किया केस

Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंस विंग ने झारखंड के निलंबित चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम के खिलाफ मामला दर्ज किया है. अवैध तरीके से 100 करोड़ से अधिक रुपये ट्रांसफर करने के मामले में यह मामला दर्ज हुआ है. बीरेंद्र राम को ईडी ने पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था. जिसके परिणामस्वरूप आय से अधिक संपत्ति, नकदी समेत कई दस्तावेज जब्त किए गए थे.

ईडी की जांच में आए तथ्यों के आधार पर दर्ज हुआ मामला

ईडी के द्वारा बीरेंद्र राम, चार्टर्ड अकाउंटेंट मुकेश मित्तल और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 465, 466, 468, 471, 473, 474, 476, 484 और 120 बी के तहत दर्ज की गई थी. टेंडर घोटाले की जांच कर रहे ईडी को बीरेंद्र राम और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के उद्देश्य से इस्तेमाल किए गए फर्जी नामों पर बैंक खाते खोलने के लिए पैन कार्ड बनाने समेत कई आपत्तिजनक सबूत मिले. निष्कर्षों के मद्देनजर में ईडी ने दिल्ली पुलिस ने बीरेंद्र राम और अन्य के खिलाफ एक आपराधिक शिकायत दर्ज की है.

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जाली आईडी और केवाईसी दस्तावेज बनाए

जांच से पता चला कि नई दिल्ली में रोहिणी निवासी तारा चंद ने तीन अलग-अलग प्रोपराइटरशिप फर्मों श्री खाटूश्याम ट्रेडर्स, अनिल कुमार गोविंद के नाम पर तीन बैंक खाते खोलने के लिए एक फर्जी इकाई सचिन गुप्ता के नाम पर जाली आईडी और केवाईसी दस्तावेज बनाए. राम ट्रेडर्स और ओम ट्रेडर्स, जिनका उपयोग बीरेंद्र राम के अवैध धन को रूट करने के लिए किया गया था.

तारा चंद ने दिल्ली के चार्टर्ड अकाउंटेंट नीरज मित्तल के निर्देश पर ऐसा किया. बीरेंद्र राम ने मुकेश मित्तल की मदद से अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग कर कमाए गए अवैध धन को अपने परिवार के सदस्यों के खातों में डाल दिया. यह पाया गया कि बीरेंद्र राम के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों में पहले संयुक्त खाते (एनएसई शाखा, नई दिल्ली में बनाए गए, केनरा बैंक 2577257010412) में बीरेंद्र राम की पत्नी राजकुमारी के नाम से बड़ी रकम जमा की गई थी. वित्तीय वर्ष 2014-15 से  2018-19 की अवधि के दौरान उनके खाते में 9.30 करोड़ जमा किए गए, और फिर बैंक खाते में (केनरा बैंक 127000628767, गेंदा राम के नाम से एसएमई नारायणा विहार शाखा में बनाए गए 4.48 करोड़ रुपये) 22 दिसंबर से 23 जनवरी के बीच 31-32 दिनों की अवधि में गेंदा राम बीरेंद्र राम के पिता हैं.

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बीरेंद्र राम के पिता के खाते में एक बड़ी राशि प्राप्त हुई थी

आगे की जांच में पता चला कि गेंदा राम के बैंक खाते में 30 दिनों के अंदर बड़ी राशि जमा हुई थी, और यह राशि मुकेश मित्तल के कर्मचारियों/ रिश्तेदारों के खातों से प्राप्त हुई थी. जांच में यह देखा गया कि गेंदा राम के बैंक खातों में प्राप्त धन मुख्य रूप से तीन व्यक्तियों से आया था, और ये तीनों व्यक्ति या तो सीए मुकेश मित्तल के रिश्तेदार या कर्मचारी हैं. पता चला कि ये व्यक्ति राकेश कुमार केडिया, मनीष और नेहा श्रेष्ठा या तो उसके रिश्तेदार या कर्मचारी के रिश्तेदार हैं.