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होली का सज गया बाजार अब ग्राहकों का इंतजार

Ranchi: होली आते ही लोगों के चेहरे खिल जाते हैं. सभी त्योहार का आनंद लेने की तैयारी में लग जाते हैं. लेकिन दुकानदारों के सामने वही अपने उत्पाद की बिक्री की चिंता रहती है. उनके लिए सभी त्योहार बराबर होता है. उनकी होली तभी होती है, जब जमकर बिक्री होती है. पिछले कुछ समय से जिस तरह खाद्य पदार्थ समते अन्य चीजों के सामानों की कीमत बढ़ी है, इससे बाजार पर असर पड़ा है. लोगों की क्रयशक्ति कम हुई है, लेकिन बाजार में ग्राहकों का आना जारी है. इसी उम्मीद के साथ दुकानदार भी रंग, गुलाल और रंगीन मुखौटों को लेकर दुकान लगाए बैठे हैं. जैसे-जैसे होली नजदीक आती जा रही है, ग्राहक दुकान पहुंचने लगे हैं. दुकानदारों को उम्मीद है कि आगे ग्राहकों की भीड़ बढ़ेगी और उनकी होली रंगीन हो जाएगी. इसे लेकर शुभम संदेश की टीम बाजार का हाल जानने के लिए दुकान पहुंची और दुकानदारों से बात की. पेश है होली में बाजार के हाल पर एक विस्तृत रिपोर्ट

पाकुड : होली के सामानों से सजा बाजार, महंगाई से बिक्री प्रभावित

हर चीज की कीमत बढ़ गई है : राजा रजक

होली को लेकर शहर के इंदिरा चौक और हाटपाड़ा में दुकानें सजने लगी हैं. लेकिन बाजार में रौनक नहीं दिख रही है. दुकानदार राजा रजक ने बताया कि रविवार को दुकान लगाए हूैं. बाजार के रुख का पता नहीं चल पा रहा है. वैसे हर चीज की कीमत बढ़ गई है. रंग से लेकर गुलाल तक के दाम बढ़े हैं. पिचकारी का भी वही हाल है. हमें जिस कीमत में मिलती है उसी पर बेचते हैं. थोड़ी कमाई हो जाती है. लेकिन वह भी तभी होगी जब ग्राहक बाजार में आएंगे. अब जो होगा देखा जाएगा. बस ग्राहकों का इंतजार है.

महंगाई काफी बढ़ गई है, बिक्री पर असर पड़ रहा : मंसूर आलम

एक अन्य दुकानदार मंसूर आलम ने बताया कि महंगाई काफी बढ़ गई है. इस वजह से बिक्री के लिए सीमित मात्रा में सामान लेकर आए हैं. महंगाई का असर बाजार पर पड़ा है. ग्राहक खरीदारी करने कम आ रहे हैं. वे पहले ही दाम पूछकर रूक जाते हैं. उन्हें आज के भाव का अंदाजा नहीं है. इस वजह से कहते हैं कि दाम बहुत अधिक है, जबक दाम तो हर दिन बढ़ रहे हैं. इसमें हमलोग क्या कर सकते हैं.

सामान की कीमत काफी बढ़ गई है : मतिर्उर रहमान

दुकानदार मतिर्उर रहमान का कहना है कि रविवार को दुकान लगाए हैं. पहले दिन तो ग्राहक नहीं आए. वैसे भी पहले दिन कम ग्राहक खरीदारी करने आते हैं. वे सामान की कीमत जानने आते हैं. कई लोगों को दुकान के बारे में जानकारी भी नहीं रहती है. लेकिन आगे हो सकती है. शाम के समय बाजार में रौनक आएगी. वैसे महंगाई चरम पर है. बीस रुपए के सामान का दाम बढ़कर पैंतीस रुपए हो चुका है. महंगाई का असर बाजार पर पड़ा है. दुकानों में रंग, गुलाल, पिचकारी, मुखौटे समेत अन्य सामान बिक्री के लिए रखे गए हैं. इस बार बाजार में खास लेटेस्ट होली की टोपियां और मुखौटे हैं.

रांची :

इस बार मार्केट में काफी रौनक है: उपेंद्र राज

हिनू के सरिता पूजा सामग्री स्टोर के मालिक उपेंद्र राज ने कहते हैं कि कोरोना काल के बाद इस साल मार्केट में काफी रौनक है. काफी समय बाद लोगों को खुलकर होली मनाने का अवसर मिला है. पहले कोरोना के कारण लोग घर में बंद हो गए थे. इससे होली नहीं मना पाये थे. हालात बदले हैं. पिछले तीन साल से रंग और गुलाल की बिक्री नहीं हो रही थी. पर इस बार दस दिन पहले से ही ग्राहक गुलाल और रंग खरीद रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछली बार के मुकाबले मार्केट अच्छा है. लोगों में होली को लेकर उत्साह है. हालांकि कीमत बढ़ी है. फिर भी ग्राहक आ रहे हैं.

छिटपुट ग्राहक दुकानों तक पहुंच रहे हैं :  नीरज कुमार

नीरज कुमार राय बताते हैं कि रामगढ़ के सुभाष चौक में पिछले कई सालों से होली को लेकर रंगों की दुकान सजाते हैं. पिछले साल की अपेक्षा इस बार प्रत्येक सामानों की कीमत बढ़ी है. मार्केट भी उस रफ्तार में नहीं है. छिटपुट ग्राहक दुकानों तक पहुंच रहे हैं और सामानों की खरीदारी कर रहे हैं. इस बार होली को लेकर कई प्रकार की नई चीजें बेच रहे हैं, जिसमे रैंबो कलर्स फोग शामिल है. जिसकी कीमत 100 रुपया है. इसकी डिमांड ग्राहक ज्यादा कर रहे हैं. इसके अलावा प्रत्येक साल की तरह इस बार भी पिचकारी, रंग, कलर एक्सप्रे व कलरफुल हेयर दुकान में उपलब्ध हैं.

अधिक गुलाल बिकेंगे तो मुनाफा हो सकता है : सोनू

पहाड़ी मंदिर के समीप स्थित किरण पूजा भंडार के मालिक सोनू गुप्ता ने बताया कि इस बार लोग ऑर्गेनिक रंग की डिमांड कर रहे हैं. जो थोड़ा महंगा मिलता है. इस पर थोड़ा फायदा भी है और थोड़ा नुकसान भी. उन्होंने बताया कि बिक्री अभी तक अच्छी है. बच्चों की पिचकारी से लेकर बड़ों के अबीर गुलाल सब कम से कम दामों में उपलब्ध हैं. कहा कि रंग या अबीर में बहुत कम मार्जिन होता है, तो प्रॉफिट भी कम होती है. इसलिए अगर ज्यादा से ज्यादा रंग या गुलाल बिकेंगे तब मुनाफा हो सकता है. लेकिन यह सब बाजार में ग्राहकों की भीड़ पर निर्भर करता है.

पलामू: होली पर महंगाई का काफी असर : संतोष

हुसैनाबाद के परचून दुकानदार संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि इस होली के अवसर पर महंगाई का काफी असर है. दुकान पर खरीददार ही नहीं हैं. ऐसा इसलिए कि झारखंड पहले से ही सुखाड़ की मार झेल रहा है. ऊपर से महंगाई सभी का जान ले रही है. इस होली के अवसर पर बहुत से लोगों के खानपान में थाली से सामान्य चीजें भी गायब हो जाएंगी. जिनके पास पहले से पूंजी होगी या अच्छी कमाई है वही अच्छे तरस से होली मनाएंगे.वैसे दुकान में पिचकारी और रंग की कमी नहीं है. नया उत्पाद भी मौजूद है. जब ग्राहक आएंगे तो उन्हें काफी पसंद आएगा.

इस बार अच्छी कमाई की उम्मीद है: अशोक कुमार

डोरंडा में रोड किनारे दुकान लगाए अशोक कुमार ने कहा कि वे हर साल दिवाली या होली में टेंट लगाकर रंग और पटाखे बेचते हैं. उन्होंने कहा कि इस साल उम्मीद है अच्छी कमाई हो. वो पिछले दस दिन से टेंट लगा कर होली का सामान बेच रहे हैं. सात तारीख तक उनकी दुकान रहेगी. उन्होंने बताया कि उनके पास दस रुपया से लेकर पांच सौ रुपए तक के गुलाल, रंग या पिचकारी और मास्क उपलब्ध हैं. लोगो के बीच इस बार होली को लेकर काफी उत्साह है. इस बार अच्छी कमाई की उम्मीद है. लोगों में भी होली को लेकर काफी उत्साह है.

महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है : अखिलेश कुमार

हुसैनाबाद के आतिशबाजी अबीर गुलाल विक्रेता अखिलेश कुमार ने कहा कि इस होली में महंगाई हावी है. महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है. बिक्री नहीं के बराबर है. हमलोगों को महंगाई के चलते परिवार चलाना भी मुश्किल हो गया है. कई दुकानदार कर्ज लेकर कारोबार करते हैं. वे उधार लेकर सामान खरीदते हैं. इस वर्ष लागत पूंजी भी वापस आएगी या नहीं यह तो भविष्य ही बताएगा. लेकिन हमने दुकान सजाकर रख दी हैं. सभी चीजें किफायती कीमत के साथ उपलब्ध है. अब ग्राहकों पर हि निर्भर होगा कि वे कितनी खरीदारी करेंगे.

रामगढ़ :

 लोग पिचकारी खरीद रहे हैं : रोहन

रामगढ़ में होली की बाजार सज चुकी है लोग बाजार पहुंचकर होली की खरीदारी कर रहे हैं. रामगढ़ के सुभाष चौक पर रंग पिचकारी की दुकान सजाए रोहन सोनकर बताते हैं कि रंग पिचकारी खरीदारी करने वाले लोगों का मार्केट अभी स्लो है. होली के एक दिन पहले इन चीजों की खरीदारी बढ़ेगी. फिलहाल बहुत कम संख्या में लोग अभी रंग पिचकारी जैसी चीज खरीद रहे हैं. इस बार इन चीजों के दामों में भी काफी बढ़ोतरी हुई है. पहले जो पिचकारी 120-130 रुपये में मिलती थी. उसकी कीमत 200 हो गई है. रंग पैकेट की कीमत पहले 40 रुपये थी.

इस बार दुकान से ग्राहक गायब हैं : वीरेंद्र चौधरी

हुसैनाबाद के पार्षद दुकानदार वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि इस होली के अवसर पर दुकान से ग्राहक गायब हैं. दुकानदार ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन वैसी तेजी नहीं है. इसका एकमात्र कारण है महंगाई. सबसे पहले यहां के लोग अकाल की मार झेल रहे हैं. दूसरी महंगाई है. इसने सामान्य लोगों की कमर तोड़ दी है. लेकिन हमें तो दुकान लगानी है और बेचनी है. यही हमारी रोजी-रोटी है. इसी से हमारा परिवार चलता है. इसी पर बच्चों की पढ़ाई निर्भर है. जब बिक्री नहीं होगी तो कारोबार करना मुश्किल होगा. वैसे लोग आएंगे और अच्छी बिक्री होगी.

इस बार रैंबो कलर्स फोग आया है : संतोष कुमार

संतोष कुमार बताते हैं कि अभी तक होली की बाजार की रफ्तार नहीं पकड़ी है. बहुत कम संख्या में लोग दुकान पहुंच रहे हैं. होली करीब आते ही बाजार की रफ्तार पकडेगी. रंग, पिचकारी व गुलाल सहित कई चीजें दुकान में हैं. इस बार नया में रैंबो कलर्स फोग आया है. जिसकी खूब डिमांड हो रही है. इसकी कीमत एक पीस की 100 रुपया है, जो जलाने पर पटाखे की तरह फूटता है और हवा में गुलाल निकलता है. दुकानदार बताते हैं कि महंगाई का असर बाजार पर पड़ा है. पहले जो मुर्गा गुलाल 30 रुपये में मिलता था. उसकी कीमत बढ़कर 40 रुपये हो गई है.

इस बार झारखंड में सुखाड़ का असर है : अमित कुमार

वस्त्र विक्रेता अमित कुमार ने कहा कि इस वर्ष होली के अवसर पर एवं इससे पूर्व लग्न में भी वस्तुओं की बिक्री नहीं के बराबर हुई है. इस होली के अवसर पर ग्राहक गायब हैं. बिक्री नहीं के बराबर है. इसका मुख्य कारण है झारखंड में सुखाड़ और महंगाई की मार. महंगाई की मार इस कदर पड़ी है कि सभी परेशान हैं. लोग कपड़े खरीदें या अपना रोजमर्रा का सामान खरीदें या भोजन की व्यवस्था करें. कुछ समझ में नहीं आता है. हर तरफ कीमत बढ़ी हुई है. ऐसे में इसका असर हमलोगों पर पड़ता है. वैसे अब तो सबकुछ ग्राहकों पर ही निर्भर है.

आदित्यपुर

मार्केट में कुछ खास नहीं दिख रहा हैः तापस घोष

तापस घोष (महामाया मिठाई दुकान) ने कहा कि इस वर्ष होली में अब तक मार्केट में कुछ खास नहीं दिखा है. पिछले साल की अपेक्षा इस बार का बाजार थोड़ा अच्छा है. होली में ज्यादा बर्फी और कलाकंद की मांग होती है. जिसके हिसाब से हमलोगों ने तैयारी कर रखी है. अब देखते हैं, बाजार कितना साथ देता है. पूंजी तो हमने घर से लगा दी है. देखते हैं पूंजी निकल पाता है यहां नहीं.

इस बार होली पर्व में हमने खास तैयारी की है : बबलू

होली में हमने खास तैयारी की है. होली में संतरा और अंगूर की डिमांड ज्यादा रहती है, डिमांड को देखते हुए स्टॉक मंगा रखा है. होली के लिए स्पेशल दो किलो का अंगूर पेटी है जो ग्राहकों को ज्यादा पसंद आ रहा है. फल का बाजार बेहतर है. उम्मीद है कुछ कमाई हो जाएगी. वैसे संतरा एक दिन पहले महंगा हो गया है, लेकिन होली है लोग खरीदेंगे जरूर. इसी विश्वास के साथ स्टॉक मंगाया है. अब देखते हैं कितना बिकता है. तभी हमारी होली होगी.

यहां होली का बेहतर बाजार है, बिक्री की आस है : विमल कुमार

रंग, अबीर, पिचकारी के विक्रेता मेनका स्टोर के मालिक विमल कुमार बताते हैं कि उनके यहां होली का बेहतर बाजार है. लोग खरीदारी करने आ रहे हैं. ग्राहकों में होली को लेकर उत्साह है. हमने हर्बल और ऑर्गेनिक आइटम के गुलाल मंगवाए हैं. जिसकी अच्छी खासी डिमांड है. पिचकारी भी कार्टून वाले मनवाए गए हैं. जिसे बच्चे खूब पसंद कर रहे हैं. उसकी अच्छी खासी बिक्री हो रही है.

पिछले साल अधिक अच्छा बाजार था, इस बार कम है: राज कुमार

राज कुमार (खिलौने विक्रेता) कहते हैं कि पिछले साल अच्छा बाजार था. इस साल लोगों में होली का उत्साह नहीं दिख रहा है. शायद महंगाई का असर है. चीजों के दाम भी काफी बढ़ गये हैं. हमने दुकान में रंग, अबीर, गुलाल और सभी तरह के आइटम भरपूर मंगाए हैं. लेकिन सेल उस मुताबिक नहीं है. वैसे अभी दो दिन बचे हैं. शायद बाजार में तेजी आ जाए. देखते हैं कितनी तेजी आती है. सब कुछ उसी पर निर्भर है. तभी हमारी होली अच्छी से हो पाएगी.

महंगाई का असर बाजार पर दिख रहा है : शंकर अग्रवाल

शंकर अग्रवाल (पूनम फैंसी क्लॉथ) कहते हैं कि महंगाई का असर दिख रहा है. होली में अपेक्षानुसार कपड़े की खरीदारी लोग कम कर रहे हैं. हमने कुर्ता, पाजामा, साड़ी धोती खास होली के लिए मंगाया है लेकिन ग्राहकों का रुझान नहीं दिख रहा है. वजह चाहे जो भी हो होली का बाजार फीका लग रहा है. दो दिन शेष बचे हैं देखते हैं मार्केट कितना साथ देता है. पहले एक सप्ताह पूर्व से ही बाजारों में होली की रौनक दिखने लगती थी. इस वर्ष ऐसा कुछ नहीं दिख रहा है. लोगों में उत्साह भी कम दिख रहा है.

हजारीबाग :

खरीदारों में है उत्साह : प्रेम खंडेलवाल

हजारीबाग के सदर थाना के ठीक सामने प्रेम स्टोर के संचालक प्रेम खंडेलवाल का दुकान है. वे बताते हैं कि हमलोग दुकान सजा कर तैयार रखे हैं. सुबह से ही खरीदार दुकान में पहुंच रहे हैं. पांच रुपए से लेकर ₹100 तक का मुखौटा उनकी दुकान में उपलब्ध है. लोग ₹50 से ऊपर की कीमत वाले ही मुखौटा ले रहे हैं. ऐसे में कहना गलत नहीं होगा कि लोगों में उत्साह भी है. यही नहीं सूखा रंग के अलावा गुलाल की भी खरीदारी जमकर हो रही है.

गिरिडीह :

बाजार में तेजी आएगी : मो. साजिद

शहर के एक रंग विक्रेता मो. साजिद का कहना है कि होली होने में अब गिनती के दिन के बचे हैं. उम्मीद के मुताबिक ग्राहक खरीदारी करने नहीं आ रहे हैं. आगे भी यही स्थिति रही तो नुकसान उठाना पड़ेगा. लेकिन उम्मीद है कि बाजार में तेजी आएगी. तभी हमलोगों को फायदा होगा. इस दौरान लोगों पर महंगाई का भी असर है. लोग खरीदने से पहले अपना बजट देख रहे हैं. उसके बाद सामान चुनकर कम कीमत बाली चीजों को देख रहे हैं. तब वे खरीदारी कर रहे हैं. इसलिए इंतजार करना होगा.

बेरमो :

महंगाई से लोग त्रस्त हैं : नारायण ठक्कर

रंग-गुलाल विक्रेता नारायण ठक्कर ने बताया कि अभी बिक्री धीमा है, लेकिन धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ेगी. महंगाई से लोग त्रस्त हैं. इस वजह से बिक्री कम है. किसी घर में दो बच्चे हैं तो एक पिचकारी खरीदी जा रही है. पूर्व में स्थिति ऐसी नहीं थी. एक घर में तीन-चार पिचकारी ग्राहक खरीदकर ले जाते थे. अब तो कम ही लेकर जाते हैं. लेकिन इसका असर हम दुकानदारों पर पड़ता है. जब बिक्री नहीं होगी तो आगे से कोई दुकानदार इसे बेचने से बचेगा. यही हालत रही तो हमलोगों को दिक्कत होगी.

कर्मचारियों का इनकम टैक्स कटा है :  मो. इलियास

रेडीमेड वस्त्र विक्रेता मो. इलियास ने बताया कि महंगाई का असर बाजार में देखा जा रहा है. कई सरकारी कर्मचारियों का इनकम टैक्स कटा है. सीसीएल कर्मियों को वेतन का भुगतान नहीं किया गया है. इस वजह से बिक्री कम है. वेतन मिलने के बाद बाजार में रौनक आएगी. होली के अवसर पर रंग-गुलाल खेलने के लिए कुर्ता व पजामा की खरीदारी करते हैं.

जमशेदपुर :

मल्टीकलर स्प्रे की धूम है : धर्मवीर

साकची बाजार के दुकानदार धर्मवीर कुमार का कहना है कि इस बार रंग और पिचकारी की कीमतों में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिसके कारण लोगों की खरीदारी पर भी असर पड़ा है. कीमतें सुन कर लोग कम ही खरीदारी कर रहे हैं. इस बार होली में मल्टीकलर स्प्रे की धूम है. यह लोगों को काफी पसंद आ रही है. वहीं विभिन्न प्रकार की छोटी बड़ी पिचकारी भी उपलब्ध है.

अब डेली मार्केट में भी भीड़ तेजी से बढ़ेगी : महेश मोदी

महेश मोदी कहते हैं कि डेली मार्केट हजारीबाग में अभी भीड़ बढ़ेगी. इसमें दो राय नहीं कि कोरोना के बाद से माल निकालने में थोड़ी परेशानी हो रही है. लेकिन अभी वक्त है. दो दिन में बाजार चमकेगा और पूरे माल की खपत की उम्मीद उन्होंने लगा रखी है. चूंकि दो साल बाद त्योहार मनाए जा रहे हैं, तो लोगों में उत्साह भी है. ऐसे में मार्केट धीरे-धीरे ऊपर चढ़ रहा है. फिलहाल उनकी दुकान में होली से संबंधित काफी सामान हैं बच्चों के लिए तरह-तरह की पिचकारी मिल रही है.

 

महंगाई का असर बाजार पर अधिक हैः मनीष गुप्ता

शहर के मकतपुर चौक स्थित रंग दुकानदार मनीष गुप्ता का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण विगत दो-तीन साल होली का बाजार फीका रहा. इस वर्ष दुकानदारों में बिक्री की थोड़ी आस जगी थी, लेकिन महंगाई की मार से ग्राहक और दुकानदार दोनों परेशान हैं. रंग व गुलाल समेत अन्य सामानों के दाम में बढ़ोतरी हुई है. महंगाई का असर बाजार पर देखा जा रहा है. जब भी कोई त्योहार आता है तो महंगाई बढ़ जाती है. इससे सीधा असर बाजार पर पड़ता है. इससे हमलोग प्रभावित होते हैं.

अभी बिक्री कम है, लेकिन बदलाव होगा : राहुल

रंग-गुलाल विक्रेता राहुल कुमार ने बताया कि अभी बिक्री कम है. स्थिति ऐसी नहीं रहेगी. बिक्री में तेजी आएगी. इनकम टैक्स जमा करने का महीना है. सीसीएल कर्मचारियों को वेतन नहीं मिला है. हो सकता है 6 मार्च को वेतन मिले. इसके बाद बिक्री में तेजी आएगी. वैसे यहां पर सभी दुकानदार नए-नए सामान लेकर आये हैं. यहां हर तरह के गुलाल और पिचकारी मिल रही है. इसके कई रेंज हैं. कम कीमत के गुलाल भी मिल रहे हैं. और अधिक कीमत के भी मिल रहे हैं. लोग अपनी पसंद से खरीदेंगे.

साहिबगंज : बिक्री की पूरी उम्मीद है : गोपाल मोदी

दुकानदार गोपाल मोदी ने बताया कि बाजार का रुख अच्छा है. बिक्री की पूरी उम्मीद है. रंग व गुलाल समेत अन्य सामानों के दाम में बढ़ोतरी हुई है. दोनों सामानों की बिक्री खुला और पैकेट में हो रही है. खुला रंग व गुलाल 70 से लेकर 140 रुपए प्रतिकिलो बेची जा रही है. हर्बल रंग व गुलाल का दाम 250 रुपए प्रतिकिलो है. हर्बल रंग व गुलाल में खुशबू है. इसके अलावा पिचकारी और टोपी समेत अन्य सामानों की बिक्री भी हो रही है.

इस बार रंग की कीमत में काफी वृद्धि हुई है : पिंटू

रंग विक्रेता पिंटू का कहना है कि दो वर्षों के बाद बिना किसी बंदिश के लोग रंगों का त्योहार होली उमंग और उल्लास के साथ मनाएंगे. लेकिन बाजार पर महंगाई का असर साफ दिख रहा है. रंगों की कीमतों में 20 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जिसके कारण लोग कम ही खीरदारी कर रहे है. इस बार हर्बल रंगों की डिमांड ज्यादा है. इस बार लोग केमिकल रंग पसंद नहीं कर रहे है. कई तरह के हर्बल रंग बाजार में उपलब्ध है.

पूजा स्टोर में भी काफी मांग है : कृष्णा प्रसाद

डेली मार्केट स्थित कारोबारी कृष्णा प्रसाद गुप्ता कहते हैं कि पूजा स्टोर में भी काफी मांग है. दुकान में काफी चहल-पहल है. खरीदार भी पहुंच रहे हैं और लोगों में उत्साह भी है. पूर्णिमा पर सत्यनारायण भगवान की पूजा के लिए लोग सामान की खरीदारी कर रहे हैं. कोरोना के बाद से बाजार ऊपर उठा है. लोग खर्च कर रहे हैं. कई लोग इस दौरान घर में पूजा करते हैं. उसके बाद होली में शामिल होते हैं. इसके लिए वे धूप, अगरबत्ती और गूगल खरीदकर ले जा रहे हैं. यह भक्ति की बात है.

मिठाइयों की बिक्री काफी कम हो रही हैः विकास

होली रंग खेलने के साथ-साथ खाने-पीने का भी त्योहार है. होली के अवसर पर लोग मिठाई खाना भी पसंद करते हैं. शहर के मकतपुर चौक स्थित सुरुचि स्वीट्स के संचालक विकास कुमार ने बताया कि महंगाई के कारण मिठाइयों की बिक्री काफी कम हो रही है. होली से तीन-चार दिनों पूर्व ही मिठाइयों की बिक्री शुरू हो जाती थी. इस वर्ष बिक्री काफी कम हो रही है. सबकुछ ग्राहकों पर निर्भर है. जब उनकी जेबैं भरी होंगी तभी बाजार में चमक आएगी. नहीं तो दुकानदारों को इंतजार करना पड़ेगा.

बिक्री में अब जल्द ही तेजी आएगीः अर्चना कुमारी

रंग व गुलाल समेत अन्य होली सामग्री विक्रेता अर्चना कुमारी का कहना है कि रविवार को बिक्री काफी कम हुई. सोमवार से बिक्री में तेजी आएगी. बाजार पर महंगाई का असर है. लेकिन लोगों में होली को लेकर उत्साह है. कोरोना के बाद उन्हें होली का इंतजार था, जो आ गया है. जो भी हो लोग खरीदारी करेंगे ही. मेरे दुकान में कई रेंज के गुलाल हैं. इसके साथ ही बच्चों के लिए तरह-तरह की पिचकारी है. उन्हें जरूर पसंद आएगा. यहां हर दुकानदार ग्राहकों की आस में बैठा है. सभी को बिक्री का इंतजार है.

रंगीन कुर्ता की ज्यादा बिक्री हो रही हैः विजय

साहिबगंज शहर के गांधी चौक स्थित व्यवसायी विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि होली खेलने के लिए इस बार सफेद कुर्ता और पजामा की जगह रंगीन कुर्ता की ज्यादा बिक्री हो रही है. ग्राहक रंगीन पठानी और प्रिन्टेड कुर्ता खरीदना पसंद कर रहे हैं. कुछ ग्राहक सफेद कुर्ता व पजामा भी खरीद रहे हैं. कुर्ता और पाजयाम का रेंज अलग-अलग है. 600 से 2000 रुपये तक के रेंज में कुर्ता व पायजामा उपलब्ध है.

महंगाई से बाजार बहुत प्रभावित है : दीपक कुमार

बामनगोड़ा के दीपक कुमार का कहना है कि कोरोना की बड़ी त्रासदी के बाद सामान्य वातावरण में हम सब इस बार पहली होली मनाएंगे. जिसे लेकर सभी उत्साहित है. लेकिन इसी बीच महंगाई का असर साफ़ देखा जा रहा है. धनवान लोगों के लिए तो हर दिन होली और दीपावली है. लेकिन गरीब लोग तो साल में एक बार ही रंगों का त्यौहार होली मनाते हैं. सरकार ने रसोई गैस सिलेंडर की कीमत बढ़ा कर रंग में भंग डालने का काम क्या है.

लातेहार :

कई वेराइटी के अबीर उपलब्ध हैंः मुकेश कुमार

दुकानदार मुकेश कुमार कहते हैं कि महुआ और पलाश के फूल की महक तो है, लेकिन बाजार सुस्त है. रंगों का उत्सव होली को लेकर शहर में खासा उत्साह देखा जा रहा है. होली को लेकर शहर में अबीर-गुलाल एवं रंगों के दुकानें सज गयी हैं. पटाखों की दुकानें भी सजी हैं. शहर के तकरीबन हर चौक चौराहों में अस्थायी रूप से रंग-अबीर व पटाखों के दुकानें सज गयी हैं. हमारे दुकानों में कई वैराइटी के रंग व अबीर उपलब्ध हैं. इसके अलावा बच्चों के लिए आकर्षक पिचकारियां भी हैं.

पलामू :
लोग महंगाई की मार से परेशान हैं: मनोज

मिष्ठान विक्रेता मनोज कुमार ने कहा कि बिक्री तो दूर की बात है. यहां महंगाई के कारण हमलोगों को पेट चलाना मुश्किल हो गया है. आम जनजीवन महंगाई और अकाल की मार झेल रहा है. यही कारण है कि इस वर्ष होली के शुभ अवसर पर ग्राहक दुकान पर आने से कतरा रहे हैं. अगर वे अधिक संख्या में नहीं आएंगे तो हमें कोई फायदा नहीं होगा. लेकिन उम्मीद करते हैं कि ग्राहक आएंगे और बाजार में रौनक लौटेगी. तभी होली मनेगी.

धनबाद :
सज गया होली का बाज़ार, हर्बल रंग व कुर्ता-पायजामा की डिमांड अधिक

रंगों का त्योहार होली में महज दो दिन शेष रह गए हैं. शहर में होली का बाजार सज गया है. बाजार में होली का रंग पूरी तरह चढ़ गया है.रविवार को छुट्टी के दिन लोगों ने जमकर खरीदारी की. इस बार हर्बल रंग-गुलाल व कुर्ता-पाजामा की डिमांड काफी अधिक है. सफेद कुर्ता की जगह लोग कलरफुल कुर्ते ज्यादा पसंद कर रहे हैं. रंग-गुलाल, रेडिमेड कपड़े, पिचकारी, किराना दुकानों की सजावट भी होली के अनुसार, दुकानदारों ने खूब की है. त्योहार को यादगार बनाने के लिए लोग भी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

पिचकारी व चटकीले रंगों की खूब हो रही बिक्री

बाजार में तरह-तरह के मुखौटे और पिचकारी उपलब्ध है. मुखौटे पांच रुपये से लेकर 70 रुपये तक में मिल रहे है. होली के दिन कोई भूत-बैताल, तो कोई चिम्पांजी का मुखौटा लगाकर मस्ती करेगा. भूत-प्रेत और मलिंगा बाल की कीमत 90 से लेकर 200 रुपये तक है. बच्चे खिलौना, आधुनिक हथियार, कार्टून के हीरो की शक्ल में आई पिचकारी पसंद कर रहे हैं.

हर्बल रंगों की डिमांड अधिक : जयप्रकाश

रंग-गुलाल की दुकान सजाए जयप्रकाश ने बताया कि यूं तो बाजार में होली को लेकर तरह-तरह के रंग आए हैं, लेकिन लोग केमिकल रंगों से परहेज कर हर्बल रंग की डिमांड कर रहे हैं. हालांकि हर्बल रंगों की कीमत दोगुनी है. इसी प्रकार नॉर्मल अबीर-गुलाल 60 रुपये से लेकर 120 रुपए किलो में बिक रहा है. वहीं, हर्बल गुलाल 200 रुपये किलो तक में बिक रहे हैं. खुशबू वाले हर्बल रंग व गुलाल की बिक्री ज्यादा है.

स्किन की चिंता में हर्बल की डिमांड : अशोक

पुराना बाजार के रंग विक्रेता अशोक कुमार ने बताया कि इस बार लोग होली की मस्ती के साथ अपने स्किन को लेकर भी काफी चिंतित हैं. महंगाई को दरकिनार करते हुए लोग महंगे हर्बल रंगों व गुलाल की डिमांड कर रहे हैं. काफी कम ऐसे दुकानदार हैं, जिनके पास हर्बल रंग उपलब्ध हैं. मार्केट को भांपते हुए इस वर्ष दस दिन पहले ही हर्बल रंग और अबीर-गुलाल मंगा लिए हैं. अबीर-गुलाल की अलग-अलग वैरायटी बाजार में उपलब्ध है.

रंगीन कुर्ता है लोगों की पहली पसंद : बंटी

कपड़ा व्यवसायी बंटी अग्रवाल ने बताया कि होली त्योहार में रंगों के साथ-साथ शहर के रेडिमेड कपड़े की दुकानों पर कुर्ता-पायजामा के साथ ही जींस, कॉटन पैंट्स, शर्ट, टी शर्ट आदि की खूब बिक्री हो रही है. युवाओं में रंगीन कुर्ता-पायजामा का गजब का क्रेज है. युवा पठानी व प्रिंटेड कुर्ता काफी पसंद कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग सफेद कुर्ता-पाजामा की भी डिमांड कर रहे हैं. रंगीन कुर्ता-पाजामा 600 से लेकर 2000 रुपये तक में उपलब्ध है.

बच्चों में पायजामा की विशेष डिमांड : सिकंदर

हीरापुर के कपड़ा व्यवसाई सिकंदर राउत बताते हैं कि बदलते समय के अनुसार युवाओं के साथ छोटे बच्चों में भी कुर्ता-पाजामा की विशेष डिमांड है. छोटे बच्चों के लिए उनके माता-पिता विशेषकर कर सफेद कुर्ता और पायजामा खरीद रहे हैं. सिकंदर बताते हैं कि उनके पास तीन वर्ष से लेकर 15 वर्ष के बच्चों का कुर्ता-पाजामा उपलब्ध है, जिसकी कीमत 200 से लेकर 700 तक है. कीमत अधिक होने के बाद भी लोग खरीद रहे हैं.

इस बार अबीर में नयापन नहीं हैः राजकिशोर

चाईबासा के होली के सामान विक्रेता राजकिशेर सोनकर कहते हैं कि इस बार होली के सामान में कोई नयापन नहीं है. जो भी सामान है पिछले साल की तुलना में वे कुछ महंगे हो गए है.. सुगंधित अबीर इस बार आपको बाजार में नहीं मिलेगी. इसी तरीके से सुगंधित स्प्रे वाली अबीर अभी बाजार में नहीं है. क्योंकि इन पर टैक्स ज्यादा है. सामान्य अबीर बाजार में है. वह भी पिछले वर्ष की तुलना में महंगे हैं. कुल मिलाकर देखे.

राजस्थानी ब्रांड के कुर्ते की मांग घट गई हैः राजकुमार

चाईबासा के कपड़ा कारोबारी राजकुमार ओझा ने बताया कि नया ट्रेन्ड का कोई भी कपड़ा इस बार बाजार में आपको नहीं मिलेगा. होली के दिन ज्यादातर लोग कुर्ता और पायजामा पहनते हैं. ऐसे में उनकी डिमांड ज्यादा है. राजस्थानी ब्रांड का कुर्ता जो पहले चला करता था उसकी मांग के घट जाने के कारण कारोबारियों ने उसे मंगाया ही नहीं है. कपड़ों के दुकान की स्थिति यह है कि दुकानों में काम करने वाले लोग ज्यादा है.