Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

हाथरस कांड: बरी हुए तीनों युवक गांव में नहीं मनाएंगे होली, एक रात घर रूक कर गए रिश्तेदारी में

तीनों बरी युवक
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

हाथरस के बिटिया प्रकरण में बरी हुए तीनों युवक अपने गांव में होली नहीं मनाएंगे। दोषमुक्त होने के बाद तीनों बस एक रात ही अपने घर पर रूके और अगले दिन रिश्तेदारी में चले गए। वहीं पर तीनों होली मनाएंगे।

हाथरस के बहुचर्चित बिटिया प्रकरण में सोमवार को भी गांव में खामोशी छायी रही। गांव में पुलिस फोर्स तैनात है। होली सात मार्च की है,  जिसके मद्देनजर खुफिया तंत्र बेहद चौकन्ना है। वहीं, जेल से रिहा हुए तीनों युवक अपनी रिश्तेदारियों में गए हैं। गांव के लोग होली के पर्व की तैयारी भी कर रहे हैं लेकिन इसे लेकर ज्यादा उत्साह नहीं है। 

उल्लेखनीय है कि दो मार्च को बिटिया प्रकरण में विशेष न्यायालय (एससी-एसटी एक्ट) ने फैसला सुनाया था। इसमें तीन आरोपियों रवि, रामू व लवकुश को बरी कर दिया था और चौथे आरोपी संदीप को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। तीनों युवक जेल से रिहा होने के बाद एक रात तो अपने घर रुके थे, लेकिन उसके बाद अपनी रिश्तेदारियों में चले गए थे। सोमवार को भी तीनों युवक गांव में नहीं थे। 

इधर, बिटिया के घर पर रोजाना की भांति सीआरपीएफ का पहरा रहा। वहीं गांव में पुलिस फोर्स भी तैनात रहा। पिछले दिनों गांव में दो मौतें भी हो चुकी हैं। ऐसे में होली के पर्व की लोगों ने तैयारी तो की लेकिन कोई विशेष उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है।

यह था मामला

हाथरस के चंदपा इलाके के एक गांव में 14 सितंबर 2020 को अनुसूचित जाति की एक युवती के साथ दरिंदगी हुई थी। गांव के ही चार युवकों ने दुष्कर्म किया था और उसकी गला दबाकर हत्या करने का प्रयास किया था। 29 सितंबर 2020 में युवती ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। पुलिस ने युवती के बयान के आधार पर चारों अभियुक्त संदीप, रवि, रामू व लवकुश को गिरफ्तार कर लिया था।