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विद्यार्थियों के हौसले की उड़ान : प्रदेश में प्रगति कार्यक्रम ने दिलाई सुकमा जिले को एक नई पहचान

10वीं बोर्ड मे पहला स्थान, 12 वीं बोर्ड में 6वां स्थान हासिल कर 
जिला हुआ गौरवान्वित

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10 वीं बोर्ड में 90 प्रतिशत और 12 वीं बोर्ड में 83.74 प्रतिशत विद्यार्थियों ने सफलता अर्जित कर सुकमा जिले को पूरे प्रदेश में एक नई पहचान दिलाई है। जिले के विद्यार्थियों ने अपनी बौद्विक क्षमता का शानदार प्रदर्शन किया है। इसकी वजह से इस बार प्रदेश के कुल 27 शैक्षणिक जिलों में सुकमा ने 10 वीं बोर्ड परीक्षा में पहला स्थान एवं 12 वीं बोर्ड परीक्षा में छठवां स्थान प्राप्त किया है। पिछले 4 वर्षों में हाईस्कूल स्तर की परीक्षा में सुकमा 22वें स्थान था, वहीं हायर सेकेण्डरी के नतीजों में 27वें स्थान पर था। इस वर्ष हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी परीक्षा के नतीजों में मिली अपार सफलता का सबसे बड़ा योगदान ‘प्रगति कार्यक्रम‘ का रहा है। 

    छत्तीसगढ़ शासन की मंशानुरूप जिला प्रशासन सुकमा द्वारा सघन वनों से आच्छादित सुदूर नक्सल प्रभावित जिले के बोर्ड परीक्षाओं के विद्यार्थियों को शिक्षा के सहारे विकास और शांति के रास्ते में आगे बढ़ने के लिए प्रगति कार्यक्रम ने एक नई दिशा दी है। कलेक्टर श्री चंदन कुमार ने सत्र 2019-20 में प्रगति कार्यक्रम के नाम से एक कार्ययोजना बनाई। जिसमें कक्षा 10 वीं और 12 वीं की बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए पाठ्यक्रम को दस माह के हिसाब से विभाजित कर प्रत्येक माह के बीस दिन में उस माह का कोर्स पूरा करना और उसके बाद बाकी दिनों में मासिक टेस्ट और मूल्यांकन की पुख्ता व्यवस्था की गई। प्रगति कार्यक्रम में कमजोर बच्चों पर कार्ययोजना बनाकर पर उस पर विशेष ध्यान दिया गया। 
    दसवीं बोर्ड परीक्षा में सुकमा जिले के 1921 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। इनमंे से 1729 उत्तीर्ण हुए। जिसमें 49.60 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी और 39.82 फीसदी विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए। वहीं हायर सेकेण्डरी की परीक्षा मंे 1416 विद्यार्थी शामिल हुए जिनमें 1185 उर्त्तीण हुए। हायर संेकेंडरी की परीक्षा में 22.03 फीसदी विद्यार्थी प्रथम श्रेणी में और 59.46 फीसदी विद्यार्थी द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुए।