भोपाल में 13 साल का एक किशोर रात करीब डेढ़ बजे निशातपुरा इलाके में पुलिस को स्कूल ड्रेस में घूमता मिला। वह स्कूल बैग लेकर पैदल-पैदल सुनसान रास्ते पर चला जा रहा था। पुलिसकर्मियों के पूछने पर बोला- लॉकडाउन के कारण बुआ से नहीं मिल पा रहा हूं। उनकी बहुत याद आ रही है। मैं उनसे मिलने गुना जा रहा हूं। पुलिस ने रात भर की मेहनत के बाद बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया।
रात करीब डेढ़ बजे अकेला घूमता मिला
भोपाल पुलिस के निशातपुरा थाना इलाके में गुरुवार रात पुलिस ड्यूटी पर थी। एसआई नेगी और आरक्षक राहुल सिकरवार ने इसी दौरान एक छोटे से बच्चे को सड़क पर अकेला घूमता देखा। वह रात के अंधेरे में सुनसान रास्ते पर स्कूल ड्रेस पहने कंधे पर स्कूल बैग लिए पैदल चला जा रहा था। उन्होंने उसे रोका। उसके बाद उससे प्यार से बात करते हुए उसके इतनी रात में घूमने का कारण पूछा।
पुलिसकर्मियों को पहले लगा कि बच्चा घर से गुस्से में भागकर आया होगा। थोड़ी देर बात करने के बाद किशोर ने अपना नाम सूरज बताते हुए कहा- मैं लालपीले क्वार्टर में मां के साथ रहता हूं। लॉकडाउन होने के कारण बुआ से नहीं मिल पा रहा हूं। उनकी बहुत याद आ रही है। घर में किसी को भी बिना कुछ कहे चुपचाप निकल आया हूं। बुआ के पास गुना जा रहा हूं। इसके बाद बच्चे से कुछ देर की बातचीत के बाद पुलिस ने घर वालों का नंबर निकाला और उन्हें सूचना दी।
मां और परिजन सूरज की पहले से ही तलाश कर रहे थे
इधर, सूरज की मां और परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। सीएसपी निशातपुरा लोकेश सिन्हा ने बताया कि रात को घर पर सूरज के नहीं होने पर उनकी मां ने डायल-100 को फोन किया था। उसके बाद इलाके में डायल-100 और चार्ली उनकी खोज में जुट गई थी। बाद में टीम ने बच्चे को उनके परिजनों को सौंप दिया।
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