शिक्षा विभाग के अधिकारी कॉपियों कामूल्यांकन कराने के लिए अब निजी स्कूलों के शिक्षकों की मदद लेने पर विचार कर रहे हैं।
हायर सेकेण्डरी की परीक्षाएं मार्च माह में शुरू हुईंलेकिन कोरोना के चलते परीक्षाएं लगभग दो माह के लिए टल गईं। शेष बचे हुए छह पेपरों का एग्जाम अभी हाल ही में जून माह में कराया गया और इनका मूल्यांकन के लिए भी पद्मा विद्यालय में मूल्यांकनकर्ताओं को तैनात कर दिया गया है। मूल्यांकन कार्य ३0 जून से पहले समाप्त करना है और इसमें अभी चार दिन शेष बचे हैं जबकि 41 हजार कॉपियों का मूल्यांकन होना है।
सबसे ज्यादा उन विषयों में मूल्यांकन करने के लिए परेशानी हो रही है जिनके शिक्षकों की कमी है। गणित, विज्ञान और कॉमर्स के शिक्षक नहीं मिल पा रहे हैं, जिससे मूल्यांकन कार्य पूरा नहीं होने में देरी होगी।
पद्मा विद्यालय में हायर सेकेण्डरी की परीक्षाओं का मूल्यांकन कार्य 22 जून से शुरू हो गया और पिछले 3 दिनों में 12 हजार कॉपियों का मूल्यांकन 4 सैकड़ा शिक्षकों ने किया है। मूल्यांकन प्रभारी का कहना है कि लगभग 41 हजार कॉपियां मूल्यांकन के लिए बची हैं और 30 जून से पहले मूल्यांकन कार्य खत्म करने के बाद शीट तैयार करके भेजनी है।
कोरोना के भय से शिक्षक मूल्यांकन करने नहीं पहुंच रहे हैं, ऐसे गायब मूल्यांकनकर्ताओं का वेतन काटने की तैयारी भी की जा रही है। मूल्यांकन कार्य के लिए लगाए गए शिक्षकों ने अनाम रहते हुए कहा कि कॉपियों का मूल्यांकन करते समय कोरोन लग गया तो मुसीबत हो जाएगी। मूल्यांकन के लिए इतना पैसा नहीं मिलता, इसलिए जाने से कोई फायदा नहीं।
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