नई दिल्ली :केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने कहा है कि टिड्डियों को काबू में करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने वाला भारत दुनिया का पहला देश है। कृषि राज्यमंत्री ने कहा है कि अगर राजस्थान में सहयोग किया होता तो टिड्डियों को फैलने से पहले ही काबू में कर लिया गया होता।
कृषि मंत्रालय की तरफ से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘भारत पहला देश है जिसने सारे प्रोटोकॉल को पूरा करने और वैधानिक अनुमति मिलने के बाद टिड्डियों को नियंत्रण में करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया। ज्यादा ध्यान राजस्थान में केंद्रित रहा, जहां अधिकतम संसाधनों का उपयोग किया गया।’
राजस्थान के साथ ही हरियाणा और उत्तर प्रदेश में टिड्डियों के दल को काबू में करने के लिए कृषि विभाग के साथ ही स्थानीय प्रशासन भी लगा है। राज्यों की मदद के लिए केंद्र से भी टीमें भेजी गई है।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि अगर राजस्थान सरकार ने सहयोग किया होता तो टिड्डियां दूसरे राज्यों तक नहीं पहुंच पातीं। उन्हें राजस्थान में ही काबू में कर लिया गया होता। टिड्डियों को नियंत्रित करने का काम सीमावर्ती क्षेत्रों में ही हो सकता था और राजस्थान सरकार के सहयोग से इसे प्रभावी तरीके से किया जा सकता था। लेकिन राजस्थान सरकार ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की और सीमावर्ती क्षेत्रों में टिड्डियों को नहीं काबू किया जा सका।
More Stories
जम्मू-कश्मीर: नेशनल कॉन्फ्रेंस द्वारा दक्षिण कश्मीर लोकसभा सीट पर गठबंधन को खारिज करने के बाद पीडीपी कांग्रेस से संपर्क करेगी
आईटी ट्रिब्यूनल ने पिछले टैक्स रिटर्न पर जुर्माना हटाने की कांग्रेस की अपील खारिज कर दी
एमएससीबी घोटाला: ईडी ने शरद पवार के पोते की 50 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति कुर्क की