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रांची में पानी के लिए हाहाकार, टैंकरों की मांग पांच गुना बढ़ी

Tarun Kumar Chaubey 

Ranchi : गर्मी आते ही रांची निगम क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मच गया है. एक तरफ बोरिंग सूख रहे हैं, वहीं बिजली की कौटोती ने परेशानी दोगनी कर दी है. सामान्य दिनों में पानी की मांग केवल 70 टैंकर प्रतिदिन होती थी, जबकि वर्तमान में मांग 5 गुना बढ़ चुकी है. निगम द्वारा 250 अधिक स्थानों पर प्रतिदिन 300 से अधिक टैंकरों से पानी सप्लाई की जा रही है. सामान्य दिनों की तुलना में कामर्शियल टैंकरों की मांग भी दोगुनी हो गई है. निगम के छोटे टैंकर में 4,000 लीटर, जबकि बड़े टैंकरों में 8,000 लीटर पानी आता है. अधिकारी के अनुसार अधिकांश मांग लालपुर, रातू, कोकर, थरपखना, डोरंडा, हरमू से हो रही है.

90 प्रतिशत बोरिंग सूख चुके हैं

हिंदपीड़ी, रातू रोड, मधुकम और आजाद नगर शुष्क क्षेत्र हैं. यहां के निवासी पानी के लिए तरस रहे हैं. वार्ड संख्या 25, 26 और 34 में 90 प्रतिशत बोरिंग सूख चुके हैं. हरमू के दोनों हाइड्रेंट मोटर पिछले कई दिनों से काम नहीं कर रहे हैं, जिसके कारण टैंकरों से भी जलापूर्ति मुश्किल हो रही है. बता दें कि इस बार भी हाइड्रेंट चलाने के लिए जनरेटर का इंतजाम निगम ने नहीं किया है. मौसीबाड़ी, हरमू, किशोरगंज और स्वर्ण जयंती नगर सहित कई क्षेत्रों में पानी की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है.

केवल एक टैंकर पानी आता है

पूर्व पार्षद बिनोद कुमार सिंह ने कहा कि वार्ड 34 में कई घरों में पानी की व्यवस्था नहीं है. जिनके पास कुएं और बोरवेल हैं, वे सूख गए हैं. लोगों को टैंकरों से पानी लेने के लिए लंबी कतारें लगानी पड़ रही है. वहीं वार्ड 36 की सबिता जानकी ने कहा, हमारे इलाके में केवल एक पानी का टैंकर आता है, जो बड़ी आबादी की प्यास नहीं बुझा पा रहा है. हमने अतिरिक्त टैंकर की मांग की है, लेकिन निगम ने अभी मांग पूरी नहीं की है.

स्टील टैंकरों को जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है

पानी की बढ़ती मांग को लेकर अपर नगर प्रशासक कुंवर सिंह पाहन ने कहा, फिलहाल स्टील टैंकरों को जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है और एक सप्ताह के भीतर यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. इस साल के अंत तक टैंकरों की संख्या दोगुनी हो जाएगी. हालांकि, हम उन सभी क्षेत्रों में टैंकरों को वितरित करने का प्रयास कर रहे हैं, जहां हमें शिकायतें मिलती हैं और जहां उनकी अधिक आवश्यकता होती है.

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