चेहरे पर मुस्कान और आंखों में आत्मविश्वास की चमक लिए जब भगवती ने अपने नए मोटोराइज्ड ट्रायसिकल को रफ्तार दी तो एक बात साफ थी कि वह अपनी दोनों पैरों की दिव्यांगता को पीछे छोड़ स्वावलंबन की ओर बढ़ चली है। पुसौर विकासखंड के तुर्री ग्राम की भगवती कुर्रे को आज कलेक्टर श्री भीम सिंह ने कलेक्टोरेट परिसर में मोटोराइज्ड ट्रायसिकल सौंपा।
इस मौके पर उसने बताया कि वह अपने माता पिता के साथ रहती है और नौंवी कक्षा तक पढ़ी है। माता-पिता की भी उम्र हो चली है। ऐसे में वह खुद का कोई व्यवसाय प्रारम्भ करना चाहती है, जिससे अपने साथ घर को भी सहारा दे सके। किन्तु जन्म से दोनों पैरों में अस्थिबाधित दिव्यांगता के कारण चलने फिरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और घर से बाहर निकल कर कहीं आना जाना व कुछ काम करने के बारे में सोचना एक असम्भव सा कार्य लगता रहा है। लेकिन अब यह बैटरी वाली ट्रायसिकल मिलने से खुद से कुछ करने को लेकर हौसला बढ़ गया है। अभी कहीं बाहर जाना होगा तो किसी के ऊपर आश्रित होने की जरूरत नही होगी।
कलेक्टर श्री भीम सिंह ने भगवती के इस जज्बे को देखते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासकीय योजनाओं के अंतर्गत भगवती को लोन दिलवाये जिससे वह अपना खुद का कोई व्यवसाय आरम्भ कर सके। इस मौके पर डिप्टी कलेक्टर सुश्री अभिलाषा पैकरा सहित समाज कल्याण विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि समाज कल्याण विभाग की सामथ्र्य विकास योजना के अंतर्गत यह बैटरी चलित मोटोराइज्ड ट्रायसिकल प्रदान की गई। मालूम हो कि इस योजना के तहत दिव्यांगजनों को उनकी दिव्यांगता के अनुसार सहायक उपकरण प्रदान किये जाते हैं जिनसे उनकी रोजाना की जिंदगी आसान हो सके।
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