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अगली पेशी में फाइनल के ओपनर थरंगा से सवाल-जवाब होंगे चीफ सिलेक्टर रह चुके अरविंद डी सिल्वा से 9 साल बाद पूछताछ,

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श्रीलंका पुलिस ने 2011 वर्ल्ड कप फाइनल फिक्स होने की जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को पूर्व कप्तान और 2011 में चीफ सिलेक्टर रहे अरविंद डी सिल्वा से 6 घंटे पूछताछ हुई। अगली पेशी फाइनल के ओपनर उपुल थरंगा की होगी। इस वनडे वर्ल्ड कप फाइनल में भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराया था। श्रीलंका के पूर्व खेलमंत्री महिंदानंद अल्थगामागे ने इस मैच को फिक्स बताते हुए जांच की मांग की थी। पूर्व कप्तान सनथ जयसूर्या भी सवाल उठा चुके हैं।

हाल ही में महिंदानंद ने श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड को एक लिस्ट सौंपी थी। इसमें बताया था कि किन वजहों से उन्हें ये शक है कि फाइनल फिक्स था। उन्होंने कहा था, “9 पन्नों में मैंने 24 कारण बताए हैं। जिसकी वजह से हमें फाइनल में हार मिली।” 2011 में अल्थगामागे ही श्रीलंका के खेल मंत्री थे।

संगकारा और जयवर्धने ने आरोपों को नकारा
वर्ल्ड कप में कप्तान रहे कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने जैसे श्रीलंका के कई पूर्व खिलाड़ी महिदानंद के आरोपों को खारिज कर चुके हैं। हालांकि, श्रीलंका सरकार इन आरोपों की जांच करा रही है। तब के चीफ सिलेक्टर डी सिल्वा से पूछताछ हो चुकी है। माना जा रहा कि फाइनल के कप्तान कुमार संगकारा को भी बुलाया जा सकता है। 

1996 वर्ल्ड कप फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे थे डी सिल्वा
श्रीलंका ने वनडे वर्ल्ड कप 1996 में जीता था। फाइनल में डी सिल्वा ने 124 बॉल पर 107 रन की मैच जिताऊ पारी खेली थी। उन्हें मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था। 1996 फाइनल में श्रीलंका ने ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराया था। तब सनथ जयसूर्या को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया था।  

डी सिल्वा ने बीसीसीआई से जांच करने को कहा
महिंदानंद के आरोपों के बाद डी सिल्वा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से भी फिक्सिंग की जांच कराने की अपील की थी। डी सिल्वा ने कहा था- बीसीसीआई की जांच में मेरी जरूरत होगी तो मैं भारत आने को तैयार हूं।

भारत 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता था
2011 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में टीम इंडिया श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर 28 साल बाद वर्ल्ड चैंपियन बनी थी। इस मैच में श्रीलका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट खोकर 274 रन बनाए थे। महेला जयवर्धने ने 103, कुमार संगकारा ने 30 और कुलशेखरा ने 40 रन बनाए थे।

लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत खराब रही थी। लसिथ मलिंगा ने सचिन और सहवाग को जल्दी आउट कर दिया था। बाद में गौतम गंभीर और महेंद्र सिंह धोनी ने मोर्चा संभाला। गंभीर 97 पर आउट हो गए लेकिन तब तक भारत जीत तक पहुंच चुका था। धोनी ने कुलशेखरा की गेंद पर विजयी छक्का लगाया था।