Ranchi : रांची नगर निगम के अस्थाई और अनुकंपा पर नियुक्त करीब 500 कर्मचारी बुधवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं. जिसकी वजह से पूरे दिन नगर निगम में कामकाज ठप रहा. लोग जन्म- मृत्यु प्रमाण पत्र समेत कई दस्तावेज बनवाने निगम कार्यालय आते रहे, पर हड़ताल की वजह से बिना काम करवाए वापस जाना पड़ा. निगम कर्मियों ने कहा कि अगर नगरीय निदेशालय के निदेशक और उनका हक मारने वाले अफसरों पर कार्रवाई नही हुई, तो उनके खिलाफ आंदोलन करेंगे. खलारी के विकास कुमार के बच्चे का जन्म मेडिका में हुआ था. वह अपने बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाने आए थे, लेकिन हडताल की वजह से उन्हें वापस जाना पड़ा. तिलता चौक के निवासी रवि शेखर भी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने आए थे, लेकिन उन्हें भी खाली हाथ लौटना पड़ा.
क्यों हो रहा है विरोध
निगम में वर्षों से कार्यरत कर्मियों को स्थाई न कर नई बहाली निकाली गई है. कर्मचारी संघ ने सचिव को लिखे पत्र में कहा है कि नगर निगम में वर्षों से दैनिक और संविदा पर सैकड़ों कर्मचारी कार्यरत हैं. उन्हें स्थाई किया जाना चाहिए था, लेकिन इस पर ठोस पहल नहीं की गई. वहीं विभाग द्वारा 921 पदों पर बहाली के लिए जेएसएससी को अधियाचना भेज दी गई. ये बहाली प्रक्रिया रद्द की जाए.
निदेशक के खिलाफ सचिव को पत्र
नगरीय निदेशालय के रवैये के खिलाफ कर्मचारी संघ ने नगर विकास विभाग के सचिव को पत्र लिख कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी. संघ के अध्यक्ष नरेश राम ने बताया कि निदेशक निगमकर्मियों को परेशान करने के लिए विभिन्न प्रकार के आदेश जारी करते रहते हैं. उनके खिलाफ शिकायत करने पर भी कर्मियों का शोषण नहीं रुका है.
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