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केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को भी अकेले गाड़ी में जाना पड़ा कोरोना ने व्यवस्थाएं बदली, 1 पास पर 1 ही एंट्री

शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार के बीच गुरुवार को राजभवन में भारी गहमागहमी रही। इस बार कार्यकर्ताओं और कई बड़े नेताओं तक को शपथ ग्रहण समारोह से दूर रखा गया। पास के बावजूद हर एक विधायक और संभावित मंत्रियों को थर्मल स्क्रीनिंग से होकर गुजरना पड़ा। स्क्रीनिंग में पास होने के बाद ही अंदर जाने दिया गया। कई विधायकों को पास होने के बावजूद गेट पर रोका गया। जब तक उनकी चेकिंग नहीं हुई, तब तक एंट्री नहीं मिली। इस बीच, ज्योतिरादित्य सिंधिया भी राजभवन पहुंचे। 

राजभवन में इस बार शपथ ग्रहण समारोह में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखी गई। सिर्फ कुछ ही लोगों को बुलाया गया। 

कोरोना ने बदली व्यवस्था
कोरोना की वजह से पूरी व्यवस्था में बदलाव किया गया। इस बार मीडिया को राजभवन गेट के ठीक सामने मिंटो हॉल की तरफ जगह दी गई। जिनके पास राजभवन में जाने के पास थे, उन्हें ही अंदर जाने दिया गया। एक पास पर केवल एक ही व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति दी गई। यहां कैलाश विजयवर्गीय, विनय सहस्त्रबुद्धे को भी इसी नियम के तहत राजभवन में एंट्री मिली। 

बड़े से बड़े नेताओं को अकेले ही राजभवन में प्रवेश दिया गया। गार्ड और अन्य साथियों को बाहर रखा गया।

नरेंद्र सिंह तोमर को भी अकेले ही जाने दिया
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को भी कोरोना के चलते गाड़ी में अकेले अंदर जाने की अनुमति दी गई। उनके साथ चार लोग थे, जिन्हें गेट पर ही उतार दिया गया। राजभवन में निर्धारित समय 11:00 बजे से शपथ ग्रहण होना था, लेकिन चेकिंग और थर्मल स्क्रीनिंग की वजह से इसमें थोड़ी देरी हुई। अंत में मुख्यमंत्री का काफिला अंदर पहुंचा। उनकाे गेट नंबर 1 से एंट्री मिली, जबकि गेट नंबर 2 से बाकी लोगों को एंट्री दी गई। बाद में नरोत्तम मिश्रा राजभवन पहुंचे। 

राजभवन में शपथ ग्रहण कार्यक्रम में प्रवेश करने से पहले विश्वास सारंग ने मध्य प्रदेश प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे और संगठन मंत्री सुहास भगत का कुछ इस तरह स्वागत किया।