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Delhi में प्रदूषण घटाने कें लिए 350 वर्ग किलोमीटर का होगा हरित क्षेत्र

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दिल्ली में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए हरित क्षेत्र का विस्तार 350 वर्ग किलोमीटर तक किया जाएगा। हरित क्षेत्र को बढ़ाने के लिए दिल्ली में 31 लाख पौधे लगाए जाने की योजना है। इनमें 20 लाख बड़े पौधे और सड़कों के किनारे पर लगाए जाने वाले 11 लाख छोटे पौधे शामिल हैं। दिल्ली सरकार 10 से 26 जुलाई तक पौधे लगाने का अभियान चलाएगी। दिल्ली की हवा में प्रदूषण का एक मुख्य कारण पीएम10 पार्टिकल (धूलकण) हैं। इसके अलावा वाहनों से निकलने वाले जहरीले धुएं से भी प्रदूषण फैलता है। हवा में पीएम10 के कण अधिक होने पर प्रदूषण बढ़ता है। सरकार पीएम10 को उड़कर हवा में मिलने से रोकने के लिए सड़कों के दोनों ओर झाड़ीनुमा पौधे लगाएगी।

दिल्ली सरकार के मुताबिक, वर्ष 2017 तक दिल्ली का कुल हरित क्षेत्र 299 वर्ग किलोमीटर था। 2019 में यह बढ़कर 325 वर्ग किलोमीटर हो गया। अब इसे बढ़ाकर 350 वर्ग किलोमीटर करने का लक्ष्य रखा गया है। हरित क्षेत्र का निर्धारण उपग्रह से ली जाने वाली तस्वीरों के आधार पर किया जाता है।

दिल्ली के मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को कहा कि केंद्र सरकार ने दिल्ली में इस वर्ष 15 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लेकिन दिल्ली सरकार इससे लगभग दोगुने पौधे लगाएगी। कुल 31 लाख पौधों में से 9 लाख 40 हजार पौधे डीडीए लगाएगा। तीनों एमसीडी और एनडीएमसी मिलकर दो लाख पौधे लगाएंगे। मेट्रो और नॉर्दन रेलवे, बीएसईएस के साथ मिलकर दो लाख पौधे लगाएंगे।

पौधरोपण के बाद हर बार यही प्रश्न सामने आते हैं कि कितने पौधे लगाए गए, कहां लगाए गए और उनमें से कितने पौधे बच सके। दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय के मुताबिक, पौधरोपण के बाद इस पूरी प्रक्रिया का थर्ड पार्टी से ऑडिट करवाया जाएगा। पिछले साल लगाए गए पौधों का ऑडिट देहरादून के फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट द्वारा करवाने का फैसला लिया गया है।

दिल्ली सरकार के मुताबिक, दिल्ली के सभी विधायक इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। पौधरोपण के अंतिम दिन 26 जुलाई को दिल्ली की सभी 70 विधानसभाओं में एक साथ पौधरोपण किया जाएगा।