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HDFC, Canara Bank और Bank of Maharashtra ने घटाई लोन पर ब्याज दर

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कोरोना वायरस संक्रमण काल का सबसे ज्यादा असर आर्थिक जगत पर पड़ा है। अब जब सभी जगह आर्थिक गतिविधियां जोर पकड़ रही हैं, ऐसे में सभी सेक्टर पटरी पर आने के लिए सभी तरह के प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रायवेट सेक्टर के HDFC बैंक ने सभी अवधि के लोन पर सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (MCLR) में कटौती करने की घोषणा की है। HDFC ने सभी अवधि के MCLR में 0.20 प्रतिशत की कमी करने की घोषणा की। इसी तरह केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी MCLR रेट में कटौती की घोषणा की है। केनरा बैंक ने अपने एक साल के MCLR को 7.65 प्रतिशत से घटाकर 7.55 प्रतिशत कर दिया है।

जानकारी दे दें कि HDFC ब्याज दर में की गई ये कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। लोन ब्याज दर में इस कटौती के बाद बैंक का MCLR अब 7.10 प्रतिशत से 7.65 प्रतिशत के बीच होगा। इसे आसान शब्दों में समझा जाए तो बैंक की एक दिन की MCLR 7.10 प्रतिशत होगी। जबकि एक महीने की MCLR 7.15 प्रतिशत होगी और एक साल की MCLR 7.45 प्रतिशत होगी। 3 साल की MCLR 7.65 प्रतिशत हो गई है। बता दें कि बैंक पर्याप्त मात्रा में कैश की उपलब्धता होने का हवाला देते हुए ब्याज दर में कमी की घोषणा कर रहे हैं। RBI द्वारा बैंकों को लिक्विडिटी उपलब्ध कराने के लिए पिछले दो मौकों पर रेपो रेट में कमी की गई। इसके चलते HDFC Bank ने पिछले महीने MCLR में 0.05 प्रतिशत की कमी की थी। HDFC ने जानकारी देते हुए बताया कि 30 जून को सालाना आधार पर उसके लोन ग्रोथ में 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इधर HDFC से पहले सरकार सेक्टर के केनरा बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने भी लोन ब्याज दर घटाने की घोषणा की। केनरा बैंक ने MCLR में 10 बेसिस पॉइंट्स यानि 0.10 प्रतिशत की कटौती की, जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने MCLR में 20 बेसिस पॉइंट्स यानि 0.20 प्रतिशत की कमी की घोषणा की। इन दोनों बैंकों की ये कटौती 7 जुलाई से प्रभावी हुई। बीते एक साल की बात करें तो केनरा बैंक ने एक साल के MCLR को 7.65 से घटाकर 7.45 प्रतिशत किया है। जबकि बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने एक वर्ष के MCLR को 7.70 फीसद से घटाकर 7.50 प्रतिशत किया है। SBI ने पिछले महीने ही ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की थी। SBI ने भी सभी अवधि के लोन के MCLR में 0.25 प्रतिशत की कटौती की घोषणा की। यह कटौती 10 जून 2020 से प्रभावी भी हो गई है। इस कटौती के बाद SBI की एक साल की MCLR 7 प्रतिशत पर आ गई है।