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जुलाई के पहले 6 दिन में पड़ोसी राज्यों से बारिश में छत्तीसगढ़ आगे, प्रदेश में 80.2 मिमी पानी गिर चुका

जुलाई में बारिश के मामले में छत्तीसगढ़ अपनी सीमा से लगे हुए पड़ोसी राज्यों से आगे है। इन राज्यों में औसत से 24 फीसदी तक कम बारिश हुई है वहीं प्रदेश में वर्षा औसत से 24 फीसदी ज्यादा है। 1 जून से 5 जुलाई तक बारिश छत्तीसगढ़ समेत पड़ोसी सभी छह राज्यों में काफी अच्छी है। मौसम विज्ञानियों ने अगले कुछ दिनों तक प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। जुलाई के पिछले छह दिनों में राज्य में 80.2 मिमी बारिश हो चुकी है। इस दौरान औसत 64.8 मिमी बारिश होनी चाहिए। पड़ोसी राज्य झारखंड में 24 फीसदी कम बारिश हुई है। उत्तरप्रदेश में 17, मध्यप्रदेश में 11 फीसदी कम बारिश हुई है। रविवार तक ओडिशा में भी 13 प्रतिशत कम बारिश थी, जो आज सुधर गई है। अब यहां बारिश सामान्य से 5% अधिक है। सिर्फ तेलंगाना और महाराट्र में ही औसत से ज्यादा बारिश हुई है। लालपुर मौसम केंद्र के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार पड़ोसी राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ की स्थिति जुलाई में अच्छी है।

पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कई हिस्सों में भारी से अतिभारी बारिश हो गई। बागबाहरा में 152, सराईपाली में 128, बड़े बचेली में 127, थानखम्हरिया में 123, कुआंकोंडा और दंतेवाड़ा में 115, लोहंडीगुड़ा में 104, भैरमगढ़ में 96, आरंग 81 तथा रायपुर में 64 मिमी बारिश हुई। दुलदुला, तोकापाल, कोंटा, बस्तर, नगरी, गीदम, छिंदपाल, बास्तानार, कोंडागांव, सराईपाली सहित कई जगहों पर मध्यम से भारी बारिश हुई। ज्यादातर स्थानों पर हल्की बारिश रिकार्ड की गई।  मौसम विज्ञानियों के अनुसार मध्य समुद्र तल पर सौराष्ट्र, वंशवाड़ा, गुना, सतना डाल्टनगंज में मानसून द्रोणिका तथा निम्न दाब का क्षेत्र बना हुआ है। यह उत्तर-पूर्व दिशा की ओर होते हुए उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। एक कम दबाव का क्षेत्र झारखंड के दक्षिण-पूर्व और उसके आसपास 7.6 किलोमीटर ऊंचाई पर स्थित है। प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा होने तथा आकाशीय बिजली गिरने की संभावना है। प्रदेश के उत्तरी भाग में भारी वर्षा की संभावना ज्यादा है। 7 जुलाई को प्रदेश के ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। उत्तर और दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने तथा भारी वर्षा होने की संभावना है।