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देश के ज्यादातर शहरों में टमाटर का खुदरा भाव एक बार फिर आसमान छूने लगा है

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 एक महीने पहले टमाटर 20 रुपए किलो मिल रहा था वो एक बार फिर 70 से 80 रुपए किलो तक पहुंच गया है। अधिकांश सब्जियां बनाते समय उनके साथ शामिल किए जाने की वजह से टमाटर की हर घर के किचन में बहुत ज्यादा डिमांड होती है।

उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने भी स्वीकारा कि पिछले कुछ दिनों में टमाटर के भाव में तेजी आई है। उनके मुताबिक इसकी मुख्य वजह यह है कि टमाटर की फसल के लिहाज से यह ऑफ सीजन है और जल्दी खराब हो जाने की इसकी प्रकृति की वजह से भी यह महंगा हो रहा है।

उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के मुताबिक चेन्नई को छोड़ सभी मेट्रो शहरों में टमाटर का खुदरा भाव 60 रुपए प्रति किलोग्राम से ज्यादा हो गया है। मंत्रालय के मुताबिक गुरुग्राम, गंगटोक और रायपुर जैसे शहरों में यह 70 रुपए प्रति किलो का मिल रहा है। गोरखपुर, कोटा और दीमापुर में यह 80 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। टमाटर उत्पादक राज्यों के मामले में भी हैदराबाद में यह 37 रुपए, चेन्नई में 40 रुपए और बेंगलुरु में 46 रुपए प्रति किलोग्राम का बिक रहा है। जानकारों का कहना है कि पिछले पांच वर्षों के आंकड़ों के मुताबिक हर वर्ष जुलाई से सितंबर के दौरान टमाटर का भाव चढ़ जाता है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, पंजाब, तमिलनाडु, केरल, जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में टमाटर का उत्पादन कम होता है। ये सभी राज्य अन्य बड़े उत्पादक राज्यों पर निर्भर करते हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में सालाना 1.97 करोड़ टन टमाटर का उत्पादन होता है। इसकी सालाना खपत करीब 1.15 करोड़ टन है। हमारे देश में हर साल टमाटर का उत्पादन डिमांड से ज्यादा होता है।