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Editorial :- राजस्थान कांग्रेस में विद्रोह – पायलट को स्ह्रत्र का नोटिस नेहरू-गांधी-वाड्रा कांग्रेस की खिलाफत देशद्रोह? भारत की खिलाफत देशद्रोह नहीं?

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15 July 2020

राजस्थान की गहलोत सरकार ने अपने पुलिस डिपार्टमेंट  स्ह्रत्र  के माध्यम से सचिन पायलट तथा १३ निदर्लीय विधायकों को नोटिस भिजवाई है क्योंकि गहलोत का कहना था कि कांग्रेस के विधायकों की खरीद फरोत भेड़ बकरियों की तरह हो रही है। 

 एसओजी के नोटिस में देशद्रोह की धारा

नोटिस में आईपीसी की धारा 124 ए और 120 बी का उल्लेख किया गया है। चूंकि, धारा 124ए से देशद्रोह से जुड़ी है। इसके तहत कोई भी नागरिक सरकार विरोधी सामग्री लिखता या बोलता है या फिर ऐसी सामग्री का समर्थन करता है या राष्ट्रीय चिह्नों का अपमान करने के साथ संविधान को नीचा दिखाने की कोशिश करता है तो उसे तीन साल या आजीवन कारावास तक की हो सकती है।देशद्रोह कानून को खत्म करने का संकेत कांग्रेस के घोषणापत्र में अनुचित

इसका तात्पर्य है कि गहलोत सरकार की दृष्टि में कांग्रेस की खिलाफत करना ही देशद्रोह है। 

>> ठीक इसके विपरीत ऐसा कहा जाता है कि कांग्रेस की दृष्टि में भारत का विरोध करना देशद्रोह नहीं है। इसीलिये २०१९ के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने चुनाव घोषणापत्र में देशद्रोह कानून को समाप्त करने का आश्वासन दिया था। 

>> यही कारण है कि देशद्रोह के आरोपित हार्दिक पटेल को कांग्रेस ने गुजरात कांग्रेस पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। 

 कोई आश्चर्य नहीं कांग्रेस या अन्य विपक्षी पार्टी कन्हैय्या कुमार, उमर खालिद आदि उन नेताओं को प्रत्याशी बनाए जिन पर देशद्रोह का मुकदमा चल रहा है।\\

 >> सैफ अली खान ने जनवरी २०२० में कहा था कि अंग्रेजों के आने से पहले भारत को कोई  अस्तित्व ही नहीं था। तानाजी फिल्म में सैफ ने  मुगल सेनापति अर्थात विलेन का रोल निभाया था। 

इसी प्रकार से नेहरू-गांधी परिवार के अंधभक्तों के अनुसार कांग्रेस ही भारत है। उनके अनुसार पहले भारत का अस्तित्व ही नहीं था।  इसीलिये पी. चिदंबरम ने एक समय कहा था कि भारत सोने की चिडिय़ा था अर्थात इस प्रकार  भारत को गौरवान्वित करने वाले किताबों को जला देना चाहिये। 

>> त्रड्डठ्ठस्रद्धद्ब  परिवार ही त्रशस्र है, परंतु  क्रड्डद्व मिथक हैं उसका कोई अस्तित्व नहीं है यह सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर यूपीए शासनकाल की मंत्री अंबिका सोनी कह चुकी है।

>> जैसा कि लोकतंत्र लोगों का मतलब है, लोगों द्वारा और उस तरह के लोगों के लिए कांग्रेस गांधी परिवार का मतलब है, गांधी परिवार और गांधी परिवार के लिए।

जैसा कि लोकतंत्र लोगों का मतलब है, लोगों द्वारा और उस तरह के लोगों के लिए जैसे कांग्रेस गांधी परिवार का मतलब है, गांधी परिवार और गांधी परिवार के लिए।

जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गागंधी और यहां तक कि सोनिया गांधी जैसे नेताओं के नाम पर अनगिनत केंद्र सरकार की योजनाएं, सड़कें, पुल है। 

>> गांधी परिवार से जुड़े तीन ट्रस्टों की जांच के लिये मोदी सरकार ने समिति बनाई है। ये ट्रस्ट हैं राजीव गांधी फाउंडेशन, राजीव गांधी चेरिटेबल ट्रस्ट और इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट। 

 >> आपातकाल के दौरान 1975 में कांग्रेस अध्यक्ष देव कांत बरुआ ने नारा दिया था : इंदिरा इज इंडिया एंड इंडिया इज इंदिरा (इंदिरा भारत हैं और भारत इंदिरा है)।

>> प्रसिद्ध उपनाम राजनीति में मदद करता है। नेहरू के बाद, कांग्रेस ने हमेशा ‘गांधीÓ के नाम पर चुनाव लड़ी और भविष्य में हो सकता है वाड्रा कांग्रेस बनकर चुनाव लड़े। यह अमेरिका के ‘जीसी क्लासÓ मतलब ग्रैंड फादर क्लास का रूपांतर है। त्रष्ट क्लास का अमेरिका में मतलब था कि आप अमेरिका में तभी मतदान कर सकते हैं जब आपके दादा ने मतदान किया हो। चूंकि अमेरिका में अधिकांश अश्वेतों के पास कभी मतदान करने वाले दादा नहीं थे, इसलिए प्रभावी रूप से इसका मतलब था कि अश्वेत वोट नहीं दे सकते।

भारत में,  त्रष्ट का मतलब त्रड्डठ्ठस्रद्धद्ब ष्टद्यड्डह्वह्यद्ग प्रतीत होता है: यदि आप सत्तारूढ़ गांधी के कबीले से जुड़े हैं तो आप स्वत: ही शासन करने के योग्य हैं। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी व्यक्तिगत उपलब्धियाँ क्या हैं, आपकी विशेषताएँ क्या हैं, आपके विचार क्या हैं, आपकी दृष्टि क्या है। यह सब मायने रखता है कि आप किसी तरह नेहरू-गांधी के कबीले से जुड़े हैं और स्वचालित रूप से आप भारतीयों के एक जन्मजात शासक हैं।

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आपातकाल के दौरान 1975 में कांग्रेस अध्यक्ष देव कांत बरुआ ने नारा दिया था : इंदिरा इज इंडिया एंड इंडिया इज इंदिरा (इंदिरा भारत हैं और भारत इंदिरा है)। यह नारा उस वक्त इंदिरा गांधी की ताकत को दिखाता था। एक समय इंदिरा को ‘कामराज की कठपुतलीÓ और ‘गूंगी गुडिय़ाÓ कहा जाता था। लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद दुनिया ने उनका एक अलग रूप देखा।

बैंकों का राष्ट्रीयकरण, पूर्व रजवाड़ों के प्रिवीपर्स समाप्त करना, 1971 का भारत-पाक युद्ध और 1974 का पहला परमाणु परीक्षण… इन फैसलों से इंदिरा ने अपनी ताकत दिखाई। हालांकि 1975 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उनके निर्वाचन को रद्द कर दिया। इसकेे बाद इंदिरा ने आपातकाल लागू कर दिया। इसी समय आया इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा…नारा आया। हालांकि, इसके ठीक बाद 1977 में हुए चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हारी। देश में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी।

 सैफ ने कहा अंग्रेजों से पहले भारत का नहीं था कोई अस्तित्व, सोशल मीडिया पर हुए ट्रोल

सैफ अली खान की फिल्म तानाजी: अनसंग वारियर इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाए हुए है. इस साल की सुपरहिट फिल्म में इसका नाम लिया जा रहा है. इसी बीच सैफ खान के एक भड़काऊ बयान के चलते वो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं.

जय देवगन की फिल्म ‘तानाजी: अनसंग वॉरियरÓ बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाए हुए है. सिर्फ दस दिनों में ही फिल्म ने अच्छी कमाई कर ली है. यह भी कहा जा रहा है कि इस साल की सुपरहिट फिल्मों में इसका नाम टॉप पर रहेगा.

ऐसे में सैफ अली खान के एक बयान के चलते सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ काफी कुछ कहा जा रहा है. फिल्म में विलेन का रोल करने वाले सैफ ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि ‘तानाजीÓ में जो दिखाया गया है वह इतिहास का हिस्सा नहीं है. इस फिल्म के कुछ तथ्यों से छेड़छाड़ की गई है.

सर्फ इतना ही नहीं आगे सैफ ने कहा अंग्रेजों के आने से पहले भारत का कोई अस्तित्व नहीं था. इस बयान के बाद लोग सैफ को लगातार सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं।