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मुंबई, हिमाचल, बिहार, बंगाल समेत कई राज्यों में भारी बारिश को लेकर चेतावनी जारी की गई है UP में लोगों को सता रहा डर, कई राज्यों में बारिश का अलर्ट

वहीं लगातार हो रही मॉनसून की बारिश से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. गंगा और यमुना का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है. बढ़ रहे जल स्तर को देखते हुए घाटों पर रहने वाले तीर्थ पुरोहितों, नाविकों और आने वाले श्रद्धालुओं को भी अलर्ट कर दिया गया है.

लगातार हो रही मॉनसून की बारिश से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. असम और बिहार में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, वहीं गंगा और यमुना का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है. संगम नगरी प्रयागराज में पिछले 3 दिनों से गंगा और यमुना दोनों नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है. संगम में बढ़ रहे जल स्तर को देखते हुए घाटों पर रहने वाले तीर्थ पुरोहितों, नाविकों और आने वाले श्रद्धालुओं को भी अलर्ट कर दिया गया है. इसके साथ ही गंगा और यमुना नदियों के बढ़ रहे जल स्तर पर सिंचाई विभाग की ओर से बनाए गए बाढ़ नियंत्रण कक्ष से 24 घंटे मॉनीटरिंग की जा रही है.

हांलाकि गंगा और यमुना दोनों ही नदियां अभी खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. लेकिन बीते 24 घंटे में गंगा नदी का जलस्तर 10 सेंटीमीटर और यमुना नदी का जलस्तर 16 सेंटीमीटर बढ़ा है. संगम में गंगा और यमुना दोनों ही नदियों का डेंजर लेवल 84.734 मीटर है.

सोमवार को गंगा नदी का जलस्तर फाफामऊ में 77.850 मीटर और छतनाग में 73.470 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. जबकि यमुना नदी का जल स्तर नैनी में 74.02 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. गौरतलब है कि उत्तराखंड में हो रही

बारिश और टिहरी व नरौरा बाधों से पानी छोड़े जाने से गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. जबकि यमुना नदी का जलस्तर केन, बेतवा और चम्बल नदियों का पानी छोड़े जाने से बढ़ रहा है.

असम में बाढ़ से तबाही जारी है, पूरे राज्य में हाहाकार मचा है. सोमवार को यहां हुई भारी बारिश के दौरान 6 लोगों की मौत हो गई. यहां करीब 22 लाख लोग बाढ़ के कारण प्रभावित हैं. हालांकि मौसम विभाग से असम के लिए राहत भरी खबर है. विभाग के मुताबिक मॉनसून ने अपना रास्ता बदला है और वो अब दक्षिण की ओर तेजी से बढ़ रहा है. मॉनसून के इस बदलाव के कारण पूर्वोत्तर भारत में बारिश में कमी आएगी.

बिहार के दरभंगा में 5 पंचायत के तहत आने वाले गांव डूब गए हैं. 55 हजार लोग इस बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. 100 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है.

मौसम विभाग के मुताबिक मॉनसून पश्चिम तट में कोंकण गोवा से केरल की तरफ सक्रिय है. स्काईमेट वेदर रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में 16 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है, इसे लेकर चेतावनी जारी की गई है. यहां 15 जुलाई को सबसे तेज बारिश हो सकती है. हिमाचल में बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.

मुंबई के अलावा अगले 24 घंटों में बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है. साथ ही गुजरात में भी कुछ इलाकों में भारी बारिश हो सकती है.

छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक में मॉनसून की रफ्तार सामान्य है, यहां मध्यम बारिश के आसार हैं. उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के कुछ जिलों में हल्की बारिश हो सकती है. दिल्ली में लोगों के लिए बारिश का इंतजार लंबा हो सकता है क्योंकि आज मौसम के शुष्क रहने की संभावना है.

दिल्ली में नमी का स्तर 87 प्रतिशत तक पहुंच जाने के कारण उमस की स्थिति बनी हुई है. दिल्ली में अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. विभाग ने कहा कि अगले सात दिन में बारिश की संभावना बहुत कम है.

पंजाब और हरियाणा में अधिकतम तापमान सोमवार को सामान्य के करीब रहा. दोनों राज्यों में मौसम शुष्क बना रहा. हालांकि अगले कुछ दिनों में दोनों राज्यों में कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है. चंडीगढ़ में अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. हरियाणा के अंबाला में तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.